इन दिनों एक नया डाइट प्लान काफी ट्रेंड में है, जिसका नाम है पेगन डाइट प्लान। यह डाइट प्लान आपके वजन घटाने से लेकर मोटापे से जुड़ी बीमारियों को दूर करने में फायदेमंद है। यह लगभग पैलियो डाइट और वेगन डाइट का एक मिलता-जुलता कॉम्बिनेशन है। हर एक डाइट प्लान की तरह पेगन डाइट में भी आपको कुछ विशेष खाद्य पदार्थों को शामिल करना और छोड़ना पड़ता है। पेगन डाइट प्लांट बेस्ड और एनिमल बेस्ड सोर्स के बीच संतुलन बनाए रखने के लिए एक आदर्श डाइट प्लान है। अगर आप भी इस डाइट को फॉलो करने का सोच रहे हैं, तो इससे पहले इसके सभी फायदे, नुकसान और नियमों को जान लें।
पेगन आहार योजना क्या है?
ओन्ली माई हेल्थ से बातचीत में सेलेब्रिटी डायटीशियन और नमामि लाइफ की फाउंडर नमामि अग्रवाल कहती हैं, ''पेगन डाइट दो डाइटों के कॉम्बिनेशन है- पैलियो डाइट और वेगन डाइट। यह डॉ. मार्क हाइमन, एमडी फिजिशियन द्वारा बनायी गयी है। उन्होंने एक दिन में विभिन्न खाद्य समूहों की सर्विंग्स को सूचीबद्ध करते हुए, पेगन फ़ूड पिरामिड भी बनाया है।
पेगन डाइट के नियम और सिद्धांत
- पेगन डाइट, पैलियो डाइट और वेगन डाइट के सिद्धांतों पर आधारित है। पैलियो में मांस, फल, सब्जियां और मछली जैसे खाद्य पदार्थ शामिल हैं। यह अनाज, फलियां, चीनी, नमक, कॉफी या चाय जैसे कृषि उत्पादों की खपत को बाहर करता है। जबकि वेगन में पोल्ट्री, डेयरी, समुद्री भोजन और यहां तक कि शहद जैसे पशु-आधारित उत्पादों से बचने पर जोर दिया जाता है। हालाँकि दोनों प्रकार की डाइट एक दूसरे के विपरीत हैं, लेकिन पेगन डाइट का ध्यान पूरे खाद्य पदार्थों की खपत पर है।
- डॉ। हाइमन सुझाव देते हैं कि आपकी प्लेट का 75% भाग फल और सब्जियों से भरा होना चाहिए। पशु उत्पादों का भी सेवन किया जा सकता है लेकिन टॉपिंग या साइड डिश के रूप में।
- इसके अलावा बिना स्टार्च वाली सब्जियों और जड़ी-बूटियों का सेवन असीमित मात्रा में किया जा सकता है।
- 3-5 सर्विंग्स नट्स, बीज और जैतून के तेल से प्राप्त स्वस्थ वसा के होनी चाहिए। प्रोटीन को आप कम-स्टार्च दाल, प्लांट बेस्ड डेयरी उत्पाद, चिकन, और अंडे से प्राप्त किया जा सकता है। इसमें क्विनोआ और ब्राउन राइस जैसे ग्लूटेन-फ्री अनाज पर ध्यान दिया जाना चाहिए और प्रोसेस्ड, रिफाइंड और चीनी जैसे खाद्य पदार्थों के सेवन से बचना चाहिए।
इसे भी पढें: ब्रेकफास्ट और स्नैकिंग टाइम के लिए घर पर बनाएं प्रोटीन और आयरन से भरपूर 3 हेल्दी चटनी
पेगन डाइट के फायदे और नुकसान
फायदे:
- पौष्टिक है
- वजन कंट्रोल रखने में मददगार है
- ब्लड शुगर लेवल को बनाए रखे
- आसानी से बदली जा सकती है
- इंफ्लमेंशन में कमी
नुकसान:
- कार्बोहाइड्रेट को कम करना पड़ता है या सीमित मात्रा में सेवन
- अधिकांश फलियों के सेवन से बचना पड़ता है, जो वास्तव में पौधे-आधारित प्रोटीन के अच्छे स्रोत हैं।
पेगन डाइट को कैसे फॉलो करना चाहिए?
डायटीशियन एक्सपर्ट नमामि अग्रवाल कहती हैं, पेगन डाइट को फॉलो करने के लिए आपको डाइट में फल, सब्जियां, कम स्टार्च दाल, चिकन, और अंडे शामिल करके इस डाइट के मूल सिद्धांतों का पालन करना होगा। शुगरी और प्रोसेस्ड फूड्स के सेवन से बचना है और प्लांट बेस्ड डेयरी प्रॉडक्ट पर स्विच करें, लेकिन मॉडरेशन में। डाइट को फॉलो करने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप एक योग्य पोषण विशेषज्ञ के मार्गदर्शन में करें।
इसे भी पढें: प्रोटीन से भरपूर होगा नाश्ता तो दिनभर रहेंगे एर्नेजेटिक, जानें कितनी मात्रा है जरूरी
वजन घटाने के लिए डाइट प्लान
यहां आप इस वीडियो में वजन घटाने के लिए प्लान के बारे में जानें:
पहली बार शुरूआत के के लिए टिप्स
- पूरे खाद्य पदार्थों पर ध्यान दें।
- डाइट में फल और गैर-स्टार्चयुक्त सब्जियों को शामिल करें।
- मांस का सेवन सीमित करें।
- शुगरी और प्रोसेस्ड फूड्स के सेवन में कटौती करें।
- आर्टिफिशियल फ्लेवरड प्रॉडक्ट्स से बचें।
Inputs: Nmami Agarwal celeb dietician and founder of Nmami Life.
Read More Article On Healthy Diet In Hindi