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दिल्ली का तापमान पहुंचा 52 डिग्री के पार, जानें कितनी गर्मी बदार्शत कर सकता है हमारा शरीर

ज्यादा तापमान में रहने की वजह से ब्रेन स्ट्रोक, स्ट्रोक और हीट स्ट्रोक की आशंका बढ़ जाती है। अगर कोई व्यक्ति ज्यादा लंबा समय बढ़े हुए तापमान में गुजरता है, तो इसकी वजह से ब्रेन हैमरेज की आशंका भी बढ़ जाती है। 
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दिल्ली का तापमान पहुंचा 52 डिग्री के पार, जानें कितनी गर्मी बदार्शत कर सकता है हमारा शरीर


राजधानी दिल्ली इन दिनों रोजाना गर्मी के पुराने रिकॉर्ड तोड़ रही है। मंगलवार को दिल्ली के मंगेशपुर में तापमान 52.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड दर्ज किया गया। दिल्ली की तरह ही राजस्थान के चूरू में तापमान 50 डिग्री सेल्सियस पार कर चुका है। हरियाणा में सिरसा, उत्तर प्रदेश के लखनऊ और झांसी में भी गर्मी का आलम कुछ ऐसा ही है। देश में पड़ रही इतनी गर्मी ने वैज्ञानिकों को भी चिंता में डाल दिया है। इतनी गर्मी के बीच सवाल उठ रहा है कि इतने ज्यादा तापमान का हमारे शरीर पर क्या असर पड़ेगा। आखिरकार इंसानी शरीर कितने डिग्री तक तापमान झेल सकता है। इस विषय पर ज्यादा जानकारी के लिए हमने लुधियाना स्थित सिबिया मेडिकल सेंटर, में  हृदय रोग विशेषज्ञ और निदेशक डॉ. एस.एस. सिबिया से बात की।

ज्यादा गर्मी का शरीर पर क्या असर पड़ता है?

डॉ. सिबिया के अनुसार, ज्यादा तापमान का असर सिर्फ इंसानी शरीर पर नहीं बल्कि दिमाग पर भी पड़ता है। एक आम इंसान के शरीर का तापमान 98.6 डिग्री फारेनहाइट होता है। आसान भाषा में कहें तो एक व्यक्ति के शरीर का तापमान 37 डिग्री सेल्सियस के बराबर होता है। एक व्यक्ति बाहर के मौसम का 42.3 डिग्री तक बिना किसी परेशानी के बर्दाश्त कर सकता है। लेकिन 42 डिग्री की गर्मी के बाद का तापमान इंसानी शरीर के लिए झेलने मुश्किल हो जाता है।

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गर्मी का इंसानी दिमाग पर क्या असर पड़ता है?

हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, गर्मी का असर सिर्फ शरीर पर नहीं बल्कि दिमाग पर भी बुरा पड़ता है। 48-50 डिग्री सेल्सियस तापमान इंसान के दिमाग को प्रभावित करता है। ज्यादा गर्मी की वजह से इंसानी दिमाग के सोचने की क्षमता कम हो जाती है। इसके अलावा गर्मी की वजह से भ्रम और दौरे पड़ते है। 46-60 डिग्री सेल्सियस के बीच के दिमाग की कोशिकाएं मरने लगती है। इसकी वजह से दिमाग की कोशिकाओं में प्रोटीन जमना शुरू हो जाता है, जिसकी वजह से दिमाग सही तरीके से काम नहीं कर पाता है।

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ज्यादा तापमान में रहने की वजह से ब्रेन स्ट्रोक, स्ट्रोक और हीट स्ट्रोक की आशंका बढ़ जाती है। अगर कोई व्यक्ति ज्यादा लंबा समय बढ़े हुए तापमान में गुजरता है, तो इसकी वजह से ब्रेन हैमरेज की आशंका भी बढ़ जाती है। 

 

 

 

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हार्ट पर असर डालती है गर्मी

गर्मी का असर इंसान के ब्लड प्रेशर पर भी पड़ता है। हेल्थ एक्सपर्ट की मानें तो ज्यादा गर्मी होने की वजह से ब्लड प्रेशर हाई हो सकता है। इतना ही नहीं गर्मी नसों में ब्लॉकेज भी बना सकती है। इसकी वजह से हार्ट अटैक और अटैक स्ट्रोक की आशंका बढ़ जाती है। गर्मियों के मौसम में जो लोग कम पानी पीते हैं, उनमें डिहाइड्रेशन की समस्या देखी जाती है, जिसकी वजह से ब्लड प्रेशर हाई और लो हो जाता है। साथ ही डिहाइड्रेशन की वजह से शरीर में इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन हो जाता है। इसके कारण मांसपेशियों में ऐंठन, सिर दर्द और जी घबराना की समस्या हो सकती है।

All Image Credit: Freepik.com

 

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