
इंसान की दिमाग, उसकी सोचने के क्षमता और विचार ही उसे इस पृथ्वी पर मौजूद सभी प्राणियों से अलग और बेहतर बनाते हैं। आप किस तरह से सोचते हैं, किसी भी चीज के प्रति आपका नजरिया क्या है और आप खुद को कितना जानते हैं? ये सब बातें आपके जीवन और करियर को आसान बनाने में मदद करती हैं। आत्म साक्षात्कार या आत्मबोध खुद के बारे में गहराई से जानने की एक प्रक्रिया है जो आपको तमाम दुनियावी विकारों से मुक्त करती है। आत्मबोध या आत्म साक्षात्कार के जरिए आप खुद को अच्छा बनाने का काम भी कर सकते हैं। खुद को बेहतर बनाकर ही आप अपने जीवन और कामकाज में सफलतापूर्वक आगे बढ़ सकते हैं। आत्मबोध या आत्मसाक्षात्कार (Self Actualisation) एक मनोवैज्ञानिक टर्म है जिसके जरिए आप खुद को बेहतर तरीके से जान सकते हैं। आइये विस्तार से जानते हैं इसके बारे में।
आत्मबोध या आत्म साक्षात्कार क्या है? (What Is Self Actualisation?)
मनोवैज्ञानिक अब्राहम मास्लो ने आत्मबोध या आत्म साक्षात्कार को खुद को जानने की प्रक्रिया के रूप में परिभाषित किया है। मानवीय आवश्यकताओं यानी इंसान की जरूरतों को पूरा करने के लिए आत्मबोध का होना बहुत जरूरी है। यह एक व्यक्तिगत प्रक्रिया है जिसके जरिए आप अपने आप को जाने की कोशिश करते हैं। खुद के बारे में जानना, खुद की क्षमताओं के बारे में जानना आपके लिए बहुत जरूरी होता है। जीवन में आत्मबोध या आत्म साक्षात्कार के होने से आप खुद की क्षमता के अनुसार हर काम को आसानी से अंजाम तक पहुंचा सकते हैं।
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आत्मबोध या आत्म साक्षात्कार के गुण (Characteristics of Self-Actualised People)
जब कोई भी व्यक्ति आत्मबोध या आत्म साक्षात्कार को पा लेता है तो वह उसके आसपास मौजूद लोगों में से अलग व्यक्तित्व रखता है। आत्मबोध होने के बाद आप खुद के नए और सबसे अच्छे वर्जन के रूप में लोगों के सामने पेश आते हैं। आत्मबोध का ज्ञान हो जाने से आप जिंदगी और करियर में भी आसानी से आगे बढ़ सकते हैं। आत्मबोध या आत्म साक्षात्कार पाने वाले व्यक्ति में ये गुण दिखाई देते हैं।
1. ऐसे लोग जो आत्मबोध की प्राप्ति कर लेते हैं वे स्वतंत्र रूप से अपने जीवन को जीते हैं। वे दूसरों की राय के अनुसार अपने जीवन को नहीं बनाते हैं।
2. ऐसे लोगों को सच्चाई का पता होता है और सच्चाई को स्वीकार करने में वे पीछे नहीं हटते हैं।
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3. ऐसे लोग जो आत्मबोध की प्राप्ति कर लेते हैं वे सभी लोगों के साथ सहज रूप से रह सकते हैं। ऐसे लोगों को नए लोगों के साथ एडजस्ट करने में कोई परेशानी नहीं होती है।
4. आत्मबोध से युक्त लोग हर किसी की भावना का सम्मान करते हैं और ऐसे लोगों के मन में सभी के लिए प्रेम होता है।
5. खुद को गहराई से जानने वाले लोगों में रचनात्मकता भरी होती है। ऐसे लोग अन्य लोगों की तुलना में अधिक क्रिएटिव होते हैं।
7. आत्मबोध से युक्त व्यक्ति यथार्थवादी होते हैं और लोग वास्तविक जीवन के बारे में जानकारी रखते हैं।
आत्मबोध प्राप्त करने के लिए आसान टिप्स (Tips to Achieve Self Actualisation)
आत्म साक्षात्कार या आत्मबोध पाने के लिए आप अपने जीवन के उद्देश्य और प्रमाणिकता के साथ जीने का प्रयास कर सकते हैं। आत्मबोध पाने के लिए आप इन बातों का ध्यान जरूर रखें।
स्वीकृति रखने की कोशिश करें
जीवन में जो जैसा है उसके प्रति स्वीकार्यता रखने से आप आत्मबोध की प्राप्ति कर सकते हैं। इसका मतलब यह है कि हर परिस्थिति को स्वीकारते हुए आप उनसे बाहर निकलने के लिए आगे बढ़ते रहें। जीवन में इच्छाधारी सोच से बचना ही आत्मबोध की प्राप्ति है।
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सहजता से जीवन जीना
आत्मबोध या खुद को गहराई से जानने के लिए आपको सहजता से अपना जीवन जीना चाहिए। आप बिना किसी फालतू बात की चिंता किये बिना हर पल में आनंद लेते हुए जीवन जीते हैं तो इससे आपका मानसिक विकास होता है और तनाव या चिंता जैसी मानसिक बीमारियों के चंगुल में आने बच सकते हैं।
जीवन में हर छोटी या बड़ी चीज की सराहना करें
आत्म वास्तविकता या आत्मबोध की प्राप्ति के लिए आप अपने जीवन के हर पल का आनंद लेते हुए हर छोटी या बड़ी चीज की सराहना जरूर करें। जीवन में मिली हर छोटी या बड़ी जीत के एक ही भाव से देखें। ऐसा करने से आपके जीवन में दुःख कम होंगे और आत्मबोध की प्राप्ति होगी।
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आत्मबोध, आत्म साक्षात्कार या खुद को गहराई से जानना एक ही प्रक्रिया है। जिसे प्राप्त करने के बाद आप अपने जीवन में आसानी से आगे बढ़ सकते हैं और दूसरों के लिए प्रेरणा बन सकते हैं। इसकि प्राप्ति के बाद आपको मानसिक परेशानी से गुजरना नहीं पड़ता है।
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