Pulsatile Tinnitus In Hindi: लोगों को जीवन में कान से जुड़ी किसी न किसी तरह की समस्या का सामना करना पड़ता ही है। कई बार नहाते समय कान में पानी जानें की वजह से कुछ समय के लिए एक कान से कम सुनाई देता है। जबकि, मानसून के दिनों में इंफेक्शन का जोखिम बढ़ जाता है, जिसकी वजह से कान में कई बार दर्द और कान बहने की समस्या होने लगती है। लेकिन, इन सभी के अलावा, कुछ लोगों को कान में सीटी की तरह आवाज सुनाई देती है। इस समस्या को टिनिटस कहा जाता है। ठीक तरह कई लोगों को कान में दिल की धड़कनों की आवाज महसूस होने लगती है। दरअसल यह भी आपके कान से जुड़ी समस्या होती है। इसको मेडिकल जगत में पल्सेटाइल टिनिटस (Pulsatile Tinnitus) कहा जाता है। यह एक असामान्य लेकिन महत्वपूर्ण संकेत हो सकता है जो शरीर में किसी रक्त प्रवाह से संबंधित समस्या की ओर इशारा करता है। इस लेख में डॉ अद्वित्य देशमुख, इंटरनल मेडिसिन अपोलो स्पेकट्रा पुणे, से समझेंगे कि पल्सेटाइल टिनिटस क्या होता है, इसके लक्षण क्या होते हैं, इसके पीछे क्या कारण हो सकते हैं?
पल्सेटाइल टिनिटस क्या है? - What is Pulsatile Tinnitus In Hindi
पल्सेटाइल टिनिटस वह स्थिति है जब व्यक्ति को कान में धड़कन जैसी आवाज सुनाई देती है, जो आमतौर पर दिल की धड़कन की रफ्तार से मेल खाती है। यह आवाज अधिकतर सिर्फ उसी व्यक्ति को सुनाई देती है और आसपास कोई आवाज नहीं होती। यह आवाज “धक-धक”, “धड़कन”, “सूं-सूं”, या “धम-धम” जैसी हो सकती है। यह लगातार या रुक-रुक कर सुनाई दे सकती है और एक या दोनों कानों में हो सकती है।
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पल्सेटाइल टिनिटस के लक्षण - Symptoms Of Pulsatile Tinnitus In Hindi
पल्सेटाइल टिनिटस के मुख्य लक्षणों को आगे बताया गया है।
- कान में धड़कन जैसी आवाज सुनाई देना
- यह आवाज दिल की धड़कन के साथ मेल खाती है।
- एक या दोनों कानों में गूंज या शोर
- कुछ मामलों में आवाज एक कान में अधिक स्पष्ट होती है।
- शांत वातावरण में आवाज तेज सुनाई देना
- रात के समय या एकांत में यह ज्यादा महसूस होता है।
- सिर घुमाने या झुकाने पर आवाज में बदलाव
- यह संकेत करता है कि समस्या ब्लड सर्कुलेशन से जुड़ी है।
- सिरदर्द या चक्कर आने की शिकायत (कुछ मामलों में)
यदि टिनिटस के साथ अन्य लक्षण हों, तो यह किसी गंभीर बीमारी की ओर संकेत कर सकता है।\
पल्सेटाइल टिनिटस के कारण - Causes Of Pulsatile Tinnitus In Hindi
पल्सेटाइल टिनिटस का संबंध नसों जैसे रक्त वाहिनियों (blood vessels) और मस्तिष्क व कान के आसपास के ब्लड सर्कुलेशन से होता है। इसके कुछ प्रमुख कारण आगे बताए गये हैं।
हाई ब्लड प्रेशर (उच्च रक्तचाप)
जब ब्लड प्रेशर अधिक होता है तो रक्त तेजी से बहता है और यह गति कानों में धड़कन जैसी आवाज उत्पन्न कर सकती है।
धमनी की रुकावट या सिकुड़ना (Arterial Stenosis)
कभी-कभी किसी धमनी (नस) के संकुचित हो जाने से ब्लड सर्कुलेशन बाधित होता है, जिससे टिनिटस उत्पन्न हो सकता है।
कानों में संक्रमण या सूजन
कभी-कभी कान की अंदरूनी परत में सूजन या संक्रमण भी टिनिटस का कारण बन सकता है।
थायरॉइड विकार या एनीमिया
रक्त की कमी या हार्मोनल असंतुलन से हृदयगति तेज होती है, जिससे रक्त की ध्वनि कानों तक पहुंच सकती है।
वेनस हम (Venous Hum)
यह सामान्यतः एक अजीब स्थिति होती है, इसमें रक्त की आवाज नसों के माध्यम से कान में गूंजती है, विशेषकर गर्दन को घुमाने या लेटने पर।
कैरोटिड आर्टरी की असामान्यता
कैरोटिड आर्टरी, जो मस्तिष्क को रक्त पहुंचाती है, उसमें किसी असामान्यता या एनेरिज्म होने से यह स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
इस रोग की पहचान के लिए ईएनटी स्पेशलिस्ट द्वारा कान की जांच के लिए ब्लड प्रेशर और ब्लड टेस्ट, MRI या CT स्कैन, Doppler Ultrasound (कैरोटिड आर्टरी की जांच के लिए) और ऑडियोमेट्री टेस्ट (सुनने की क्षमता जांचने के लिए) किये जा सकते हैं। इसके बाद कारण को समझकर उसे दूर करने का प्रयास किया जाता है।
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Pulsatile Tinnitus In Hindi: पल्सेटाइल टिनिटस एक ऐसी स्थिति है, जो केवल एक सीटी या शोर नहीं बल्कि शरीर के भीतर किसी गंभीर बदलाव का संकेत हो सकती है। यदि आपको लगातार कान में धड़कन जैसी आवाज सुनाई दे रही है, तो इसे नजरअंदाज न करें। तुरंत डॉक्टर से सलाह लें और आवश्यक जांच करवाएं।
FAQ
कान में सीटी बजाना कौन सी बीमारी है?
टिनिटस आपके कानों में शोर "सुनने" के लिए चिकित्सा शब्द है। यह तब होता है जब ध्वनियों का कोई बाहरी स्रोत नहीं होता है। टिनिटस को अक्सर "कानों में बजना" कहा जाता है।टिनिटस कितने दिन में ठीक हो जाता है?
कुछ लोगों में टिनिटस कुछ हफ्तों या महीनों में ठीक हो जाता है, जबकि अन्य में यह स्थायी हो सकता है। यदि टिनिटस 3 महीने या उससे अधिक समय तक रहता है, तो इसे क्रॉनिक (पुराना) माना जाता है।टिनिटस के लिए कौन सा योग सबसे अच्छा है?
त्रिकोणासन (त्रिकोण मुद्रा) और भ्रामरी प्राणायाम से आपके सिर और गर्दन का ब्लड सर्कुलेशन ठीक होता है। इसके परिणामस्वरूप आपको अपने कान "खुलने" का एहसास भी हो सकता है।