Psychological First Aid: कानपुर में रहने वाली पायल मिश्रा की जिन्दगी ठीक ही चल रही थी। एक दिन अचानक उनके पालतू कुत्ते की मौत हो गई। पायल के लिए यह किसी सदमे से कम नहीं था। कई महीने गुजर गए लेकिन पायल की हालत समय के साथ बिगड़ती ही जा रही थी। पायल के पति विनय ने इंटरनेट पर कुछ ट्रीटमेंट्स के बारे में पढ़ा। उनकी नजर अचानक साइकोलॉजिकल फर्स्ट एड पर गई। डॉक्टर से पूछने पर उन्होंने बताया कि इस उपचार से पायल के दुख को कम किया जा सकता है।
शरीर की बीमारियों का इलाज तो हम सब कराते हैं। लेकिन आपने कभी मानसिक समस्याओं का इलाज कराया है? अगर नहीं तो आपको मानसिक प्राथमिक चिकित्सा की मदद लेनी चाहिए। इस उपचार से उन लोगों की मदद की जाती है जो दुख या किसी मानसिक समस्या का शिकार हो गए हैं। आगे जानिए क्या है साइकोलॉजिकल फर्स्ट एड और उसके फायदे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के बोधिट्री इंडिया सेंटर की काउन्सलिंग साइकोलॉजिस्ट डॉ नेहा आनंद से बात की।
साइकोलॉजिकल फर्स्ट एड क्या है?- What Is Psychological First Aid
फर्स्ट एड का मतलब है प्राथमिक उपचार। वह इलाज जो सबसे पहले देना मुमकिन हो। हम में से ज्यादातर लोगों को लगता है प्राथमिक उपचार केवल शारीरिक समस्याओं के लिए होता है। लेकिन ऐसा नहीं है। मानसिक समस्याएं या भावनात्मक संकट को दूर करने के लिए किए गए उपचार को साइकोलॉजिकल फर्स्ट एड या मानसिक प्राथमिक उपचार कहते हैं।साइकोलॉजिकल फर्स्ट एड के लिए एक्सपर्ट या साइकोलॉजिस्ट की मदद ली जाती है। कई बार परिवार और दोस्त भी व्यक्ति को तनाव कम करने में मदद करते हैं। इस उपचार में व्यक्ति से बात की जाती है। उसके नजरिए और समस्या को सुनकर समाधान निकाला जाता है। कई बार दोस्त ही काउंसलर बनकर आपको सही रास्ता दिखा देते हैं।
साइकोलॉजिकल फर्स्ट एड के फायदे- Psychological First Aid Benefits
- मानसिक तनाव कम करने में मदद मिलती है।
- डर या किसी तरह के फोबिया का इलाज किया जा सकता है।
- एंग्जाइटी या वहम जैसी स्थिति को भी कम किया जा सकता है।
- डिप्रेशन से पीड़ित व्यक्ति को बीमारी से बाहर लाने में मदद मिलती है।
- कैंसर या किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे व्यक्ति को मेंटल सपोर्ट मिलता है।
- किसी सदमे या हादसे का शिकार हुए व्यक्ति को उबरने में मदद मिलती है।
- साइकोलॉजिकल फर्स्ट एड की मदद से बच्चों को पढ़ाई के दौरान होने वाली चिंता से निजात मिलता है।
- किसी करीबी की मृत्यु का बुरा असर मन पर पड़ता है। ऐसी दर्दनाक घटनाओं में साइकोलॉजिकल फर्स्ट एड की मदद ली जा सकती है।
- ईटिंग डिसआर्डर या मोटापे से पीड़ित लोगों की मेंटल काउंसलिंग करने में भी मदद मिलती है।
- स्मोकिंग और एल्कोहल का सेवन करने वाले लोगों की काउंसलिंग के लिए यह एक अच्छा तरीका है।
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कोई भी ले सकता है साइकोलॉजिकल फर्स्ट एड
साइकोलॉजिकल फर्स्ड एड की मदद से कोई भी अपनी मानसिक स्थिति को सुधार कर सकता है। इस उपचार की कोई उम्र या जेंडर सीमा नहीं है। लोग अपनी मानसिक समस्याओं को स्वीकार करने से डरते हैं। उन्हें लगता है ऐसा करने से वह हंसी का पात्र बन जाएंंगे। लेकिन आपको यह समझना होगा कि हमारे शरीर की तरह मन को भी इलाज की जरूरत होती है। साइकोलॉजिकल फर्स्ट एड की मदद से आप चिंता, भय, अवसाद से छुटकारा पा सकते हैं।
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