What is Gut Dysbiosis Tips to Get Relief Expert Explains: हम जो कुछ भी खाते हैं वह सीधे हमारे स्वास्थ्य पर असर दिखाता है। इन दिनों जिस तरह की जीवनशैली हम जी रहे हैं, उसके कारण पेट फूलना, पेट में दर्द, कब्ज और एसिडिटी की समस्या होना आम बात हो गई है। इतना ही नहीं सुबह मल त्याग में परेशानी महसूस होना भी पाचन से जुड़ी समस्या ही है। पाचन यानी की पेट और गट एक ही बात है। जब गट हेल्थ सही नहीं होती हैं, तो व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक दोनों ही तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। गौर करने वाली बात तो यह है कि गट से जुड़ी कई बीमारियां ऐसी भी हैं, जिसकी जानकारी आम लोगों को है ही नहीं। गट से जुड़ी एक ऐसी की बीमारी है डिस्बायोसिस। इस बीमारी में गट में मौजूद गुड बैक्टीरिया और बैड बैक्टीरिया का संतुलन बिगड़ जाता है और यह कई बीमारियों की वजह बन सकता है। गट डिस्बायोसिस क्या होता है, किन लक्षणों से इसे पहचाना जा सकता है और इसे कैसे ठीक किया जा सकता है, इस विषय पर ज्यादा जानकारी दे रही हैं गट हेल्थ कोच मनप्रीत कालरा।
गट डिस्बायोसिस क्या है? - What is Gut Dysbiosis in Hindi
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, गट डिस्बायोसिस की समस्या तब होती है जब पेट में गुड बैक्टीरिया और बैड बैक्टीरिया की स्थिति असतुंलित होत जाती है। असंतुलित माइक्रोबायोम शरीर में सूजन-रोधी बैक्टीरिया को बढ़ा देते हैं। इसकी वजह से गट और पाचन से जुड़ी कई समस्याएं होती हैं। गट डिस्बायोसिस की समस्या होने से खाना पचाने से लेकर मल त्याग करने तक में परेशानी होती है। इसकी वजह से पेट से जुड़ी बीमारियां हो सकती हैं। कुछ गंभीर मामलों गट डिस्बायोसिस के कारण कैंसर जैसी घातक बीमारी भी हो सकती है।
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गट डिस्बायोसिस के लक्षण क्या हैं?- Symptoms of Gut Dysbiosis in Hindi
गट हेल्थ कोच मनप्रीत कालका की मानें तो गट डिस्बायोसिस जैसी बीमारी के लक्षण विभिन्न लोगों में अलग-अलग हो सकते हैं। आइए जानते हैं इसके विभिन्न लक्षणों के बारे में...
- पेट में गैस और सूजन
- कब्ज
- एसिड रिफ्लक्स
- दस्त
- सांसों की बदबू
- पेट में दर्द
- मल में बलगम
- ध्यान या एकाग्रता में परेशानी
- अवसाद।
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गट डिस्बायोसिस से राहत पाने के उपाय- Ways to Improve Gut Dysbiosis
मनप्रीत कालरा का कहना है कि अपनी रोजमर्रा की जीवनशैली में कुछ तरह के बदलाव करके गट डिस्बायोसिस की समस्या से राहत पाई जा सकती है।
1. गट की समस्या से बचने के लिए मुंह की सफाई सबसे ज्यादा जरूरी है। विशेषज्ञ के अनुसार, मुंह की सही तरीके से सफाई करने के लिए दांतों को ब्रश करने के अलावा टंग क्लीनर से जीभ की सफाई करें। अगर संभव हो तो जीभ के बैक्टीरिया और गंदगी को खत्म करने के लिए कॉपर के टंग क्लीनर का इस्तेमाल करें।
2. गट को हेल्दी बनाने के लिए ऑयल पुलिंग काफी फायदेमंद साबित होती है। ऑयल पुलिंग करने से मुंह के बैड बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं। रोजाना कोल्ड प्रेस्ड कोकोनट ऑयल से ऑयल पुलिंग करने से पेट में गुड बैक्टीरिया को बढ़ाने में मदद मिलती है।
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3. पाचन क्रिया और पेट को दुरुस्त रखने के लिए रोजाना के खाने में दही, कांजी जैसे प्रोबायोटिक युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करें। प्रोबायोटिक्स पेट में गुड बैक्टीरिया को बढ़ावा देकर मल त्याग की प्रक्रिया को आसान बनाते हैं।
4. रात को सोने पहले ब्रश करने से पेट में बैड बैक्टीरिया नहीं जा पाते हैं। इसकी मदद से गट से जुड़ी बीमारियों का खतरा कम करने में मदद मिलती है।
5. गट को हेल्दी बनाने के लिए डोसा, इडली जैसे बी 12 युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
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