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Delirium: मस्तिष्क को प्रभावित कर सकती है ये गंभीर बीमारी, जानें इसके लक्षण और कारण

डेलीरियम एक तरह की मानसिक समस्या हैं, जो व्यक्ति को किसी तरह की सर्जरी, रोग या मेडिसिन की वजह से हो सकती है। आगे जानते हैं इसके लक्षण और कारणों के बारे में
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Delirium: मस्तिष्क को प्रभावित कर सकती है ये गंभीर बीमारी, जानें इसके लक्षण और कारण


डेलीरियम एक मानसिक स्थिति है, इसमें व्यक्ति को किसी चीज को लेकर भ्रम (Confusion) होने लगता है। यह समस्या व्यक्ति की जागरूकता और सोचने की क्षमता में बदलाव करती हैं। इतना ही नहीं इस समस्या में व्यक्ति के व्यवहार में बदलाव होने लगता है। साथ ही, वह किसी भी काम में फोकस नहीं कर पाता है। यह समस्या ज्यादातर अधिक उम्र के लोगों में देखने को मिलती है। लेकिन, डेलीरियम किसी भी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकती है। फिलहाल तो यह स्थिति अस्थायी होती है। लेकिन, इसका इलाज समय पर किया जाना बेहद आवश्यक है। अगर, इसको अनदेखा किया जाए तो यह गंभीर रूप से मानसिक समस्या का कारण बन सकती है। इस लेख में नारायणा अस्पताल के साइकैटरिस्ट एंड साइकोथैरेपिस्ट कंसलटेंट डॉ राहुल कक्कड़ से जानते हैं कि डेलीरियम क्या होता है? (What is Delirium) साथ ही, डेलीरियम के लक्षण और कारण क्या होते (Causes And Symptoms of Delirium) हैं? 

डेलीरियम क्या है? - What is Delirium in Hindi 

डेलीरियम एक मानसिक असंतुलन की स्थिति है, जिसमें व्यक्ति की सोचने-समझने की क्षमता, ध्यान, और जागरूकता में अचानक और तीव्र बदलाव आते हैं। यह स्थिति कुछ घंटों से लेकर कुछ दिनों तक रह सकती है और इसमें मरीज को तुरंत डॉक्टर के पास जाने की आवश्यकता होती है। डेलीरियम का मुख्य कारण मस्तिष्क के कार्य में अस्थायी रूप से गड़बड़ी होता है, जो शरीर में विभिन्न प्रकार की बीमारियों, संक्रमणों या दवाइयों की वजह से हो सकता है।

Causes Of Delirium

डेलीरियम के कारण - Causes Of Delirium in Hindi 

संक्रमण (Infection)

अत्यधिक इंफेक्शन, विशेष रूप से फेफड़ों, यूरिनरी ट्रैक्ट, या ब्लड इंफेक्शन, डिलीरियम का प्रमुख कारण हो सकता है। बुजुर्गों में इंफेक्शन के कारण मस्तिष्क पर असर पड़ सकता है, जिससे डेलीरियम की स्थिति उत्पन्न होती है।

नींद की कमी

लंबे समय से नींद की कमी या रात को बार-बार जागने से ब्रेन के फंक्शन पर बुरा असर पड़ सकता है, जिससे डेलीरियम की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। यह विशेष रूप से उन व्यक्तियों में आम होती है जो अस्पताल में भर्ती होते हैं और वहां नियमित नींद नहीं ले पाते।

दवाइयों के साइड इफेक्ट

कुछ तरह की मेडिसिन जैसे नशीली दवाएं या सिडेटिव (संतुलन बनाए रखने वाली) दवाएं, मस्तिष्क के कार्य को प्रभावित कर सकती हैं। इनके सेवन से डेलीरियम की समस्या हो सकती है। इसके अलावा, यदि कोई व्यक्ति मेडिसिन का गलत इस्तेमाल करता है या अचानक मेडिसिन बंद कर देता है, तो डेलीरियम की समस्या हो सकती है।

हाइपोऑक्सिया

हृदय, फेफड़े या अन्य महत्वपूर्ण अंगों के कार्य में कमी आने से ब्रेन को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती है, जिसे हाइपोऑक्सिया कहा जाता है। इस स्थिति में मस्तिष्क का सामान्य कार्य बाधित होता है, जिससे डेलीरियम उत्पन्न हो सकता है।

डेलीरियम के लक्षण - Symptoms Of Delirium In Hindi 

  • किसी काम में फोकस न कर पाना
  • व्यक्ति को अपनी स्थिति, स्थान और समय के बारे में भ्रम (कंफ्यूजन) हो सकती है। 
  • व्यक्ति के व्यवहार और बर्ताव में बदलाव होना। 
  • डेलीरियम से प्रभावित व्यक्ति को नींद संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। 
  • इस समस्या से प्रभावित व्यक्ति में डर, चिंता, अवसाद, या पैनिक अटैक के लक्षण देखे जा सकते हैं। 

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मरीज को सही समय पर डॉक्टर के पास ले जाने से इस स्थिति की गंभीरता को कम किया जा सकता है। साथ ही, इसका इलाज करने में आसानी होती है। यह समस्या व्यक्ति की रोजमर्रा की जिंदगी को प्रभावित कर सकती है। फिलहाल, इस जुड़े लक्षणों को अनदेखना नहीं करना चाहिए। 

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