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नए माहौल में होता है तनाव, तो यह हो सकता है एडजस्टमेंट डिसऑर्डर का संकेत, समझें क्‍या है यह

क‍िसी पर‍िवर्तन के कारण जब व्‍यक्‍त‍ि को एडजस्‍ट होने में समस्‍या होती है, तो वह ड‍िसऑर्डर का श‍िकार हो जाता है। 
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नए माहौल में होता है तनाव, तो यह हो सकता है एडजस्टमेंट डिसऑर्डर का संकेत, समझें क्‍या है यह


Adjustment Disorder in Hindi: 'मेरे पापा की जॉब हमेशा एक शहर से दूसरे शहर बदलती रही। हम भी उनके साथ अलग-अलग शहरों में जाकर रहते थे। जब तक स्‍कूल नहीं जाना था, तब तक तो मैंने यूं घड़ी-घड़ी शहर बदलने के अनुभव का आनंद ल‍िया। लेक‍िन जैसे ही मेरा दाख‍िला पहली बार स्‍कूल में हुआ, मैं उस जगह से जुड़ गई। फि‍र बारी आई पापा के अगले ट्रांसफर की। मेरा स्‍कूल भी बदलना था। पहली कक्षा में दाख‍िला लेने के ल‍िए नए स्‍कूल में जाना शुरू क‍िया। लेक‍िन मेरा मन अभी भी पुराने शहर से जुड़ा था। मैं खुद को नए माहौल के बीच एडजस्‍ट नहीं कर पा रही थी। न स्‍कूल जाने के ल‍िए तैयार होती और न खुशी-खुशी घर लौटती थी। जब यह स‍िलस‍िला एक साल तक चला, तो मेरे पेरेंट्स को यह महसूस हो गया क‍ि यह सामान्‍य नहीं है। वह मुझे लेकर डॉक्‍टर के पास गए और पता चला क‍ि मुझे एडजस्‍टमेंट ड‍िसऑर्डर है। यानी मैं बदलाव के कारण परेशान हो रही हूं।' यह क‍िस्‍सा हमारे साथ जयपुर से यशस्‍वी महेश्‍वरी ने शेयर क‍िया है। एडजस्‍टमेंट ड‍ि‍सऑर्डर एक मानस‍िक व‍िकार है ज‍िसका इलाज संभव है। चल‍िए जानते हैं इस ड‍िसऑर्डर के लक्षण, कारण और इलाज। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के बोधिट्री इंडिया सेंटर की काउन्‍सलिंग साइकोलॉज‍िस्‍ट डॉ नेहा आनंद से बात की।       

एडजस्टमेंट डिसऑर्डर क्‍या है?- What is Adjustment Disorder

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एडजस्‍टमेंट ड‍िसऑर्डर को स‍िचुएशनल ड‍िप्रेशन के नाम से भी जाना जाता है। ऐसा इसल‍िए क्‍योंक‍ि इस तरह के तनाव के पीछे कोई बदलाव छुपा होता है। जीवन में हो रहे बदलाव के कारण कुछ लोग तनाव का श‍िकार हो जाते हैं। यही तनाव जब बढ़ जाता है, तो मानस‍िक बीमारी का रूप ले लेता है। इसे हम एडजस्‍टमेंट ड‍िसऑर्डर के नाम से जानते हैं। जब व्‍यक्‍त‍ि की मानस‍िक बीमारी का कारण लाइफ में हो रहे बदलाव हों, तो उसे एक एक्‍सपर्ट की जरूरत पड़ती है। एडजस्टमेंट डिसऑर्डर के पीछे कई कारण हो सकते हैं। क‍िसी अपने की की मृत्‍यु, क‍िसी व्‍यक्‍त‍ि से दूर जाना, पढ़ाई या नौकरी के ल‍िए घर से दूर जाना, क‍िसी नई जॉब में जाना, नए स्‍कूल या कॉलेज में जाना आद‍ि। 

एडजस्टमेंट डिसऑर्डर के लक्षण- Symptoms of Adjustment Disorder 

  • जो लोग इस ड‍िसऑर्डर के श‍िकार होते हैं उन्‍हें हर समय तनाव महसूस होता है।
  • ऐसे लोगों को काम करने में मन नहीं लगता। 
  • ऐसे लोग नई जगह जाकर च‍िड़च‍िड़ापन महसूस करते हैं।
  • इस ड‍िसऑर्डर का श‍िकार होने पर अन‍िद्रा के लक्षण नजर आने लगते हैं।  
  • सामाज और दोस्‍तों से कट जाने वाला व्‍यक्‍त‍ि इस ड‍िअऑर्डर की चपेट में हो सकता है।   
  • हर समय रोते रहना या तनाव महसूस करना इस मानस‍िक समस्‍या का एक लक्षण है।
  • थकान, उदास होना, घबराहट, शरीर में दर्द जैसे लक्षण भी इस ड‍िसऑर्डर के कारण नजर आते हैं।

एडजस्टमेंट डिसऑर्डर का इलाज क्‍या है?- Adjustment Disorder Treatment  

अगर कोई तनाव से गुजर रहा है, तो उसके साथ थोड़ी बातचीत कर लेने से ही व्‍यक्‍त‍ि का मन हल्‍का हो जाता है। इस बातचीत को थेरेपी का नाम देकर और बेहतर ढंग से व‍िशेषज्ञ, व्‍यक्‍त‍ि की समस्‍या को दूर करते हैं। कई तरह की थेरेपी से व्‍यक्‍त‍ि का इलाज क‍िया जा सकता है। जैसे- टॉक थेरेपी और काग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी आद‍ि। थेरेपी में व‍िशेषज्ञ, व्‍यक्‍त‍ि से कुछ सवाल पूछते हैं और उन्‍हें सही और गलत में फर्क समझाते हैं। इन थेरेपी को लेकर लोगों के मन में धारणा है क‍ि इसमें व‍िशेषज्ञ अपनी सोच, व्‍यक्‍त‍ि के ऊपर थोपते हैं, जबक‍ि ऐसा नहीं है। इन थेरेपी की मदद से व्‍यक्‍त‍ि के तनाव को कम क‍िया जाता है।    

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एडजस्टमेंट डिसऑर्डर से बचने के ल‍िए क्‍या करें?- Adjustment Disorder Prevention Tips  

  • एडजस्‍टमेंट ड‍िसऑर्डर में हेल्‍दी लाइफस्‍टाइल पर जोर द‍िया जाता है। समय पर सोएं, समय पर खाएं और एक्‍सरसाइज को रूटीन में शाम‍िल करें। 
  • तनाव या ड‍िप्रेशन के लक्षण महसूस होने पर साइकोलॉज‍िस्‍ट से संपर्क करें या अपने दोस्‍त व पर‍िवार की मदद लें।
  • डाइट में बदलाव करने या योग को रूटीन में शाम‍िल करने से भी फर्क महसूस होता है। 
  • ज‍िंदगी में क‍िसी तरह के बदलाव से गुजर रहे हैं, तो खुद को थोड़ा समय दें। धीरे-धीरे आप सहज महसूस करेंगे।
  • ड‍िसऑर्डर का श‍िकार होने से बचना है, तो अपने आस-पास मौजूद लोगों से बातचीत करते रहें। इस तरह आप जल्‍दी एडजस्‍ट हो जाएंगे।    

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