आदर्श वज़न क्या है

हर व्यक्ति का आदर्श वजन उसके आकार व शरीर के ढांचे पर निर्भर करता है। जानें किस तरह अपने आदर्श वजन के बारे में जाना जा सकता है।
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आदर्श वज़न क्या है


लोगों को आपने अक्सर वजन बढ़ने या कम होने के कारण परेशान होते देखा होगा। लोग इस बात को लेकर कंफ्यूज रहते हैं कि आदर्श वजन कितना होना चाहिए या फिर एक खास उम्र में कितने वजन का बढ़ना ठीक है।

adarsh vajan ka arth kya haiआदर्श वजन क्‍या होता है यह आदमी की लंबाई के हिसाब से तय होता है। जिसकी लंबाई ज्‍यादा होगी उसका वजन ज्‍यादा और जिसकी लंबाई कम उसका वजन कम। लेकिन यह टेबल महिला और पुरुष दोनों में अलग-अलग होता है। आइए हम आपको बताते हैं कि आदर्श वजन क्‍या है।

 

क्या है आदर्श वजन

किसी भी व्यक्ति का आदर्श वजन उसकी मांसपेशियों व मोटापे आदि पर निर्भर करता है। आदर्श वजन होने का अर्थ यह नहीं है कि हर स्थिति में व्यक्ति के शरीर का वजन भी एक जैसा रहे, बल्कि समय व परिस्थिति के मुताबिक वजन में परिवर्तन होते रहना स्वाभाविक है। आदर्श वजन में आपकी उम्र और लंबाई के आधार पर आपका कुछ निश्चित वजन होना चाहिए। आपके आदर्श वजन के लिए अंतराराष्ट्रीय मानक बीएमआई यानी बॉडी मास इंडेक्स को माना जाता है।

इसके अनुसार एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए 23 से 30 बीएमआई तक रखा गया है। 23 से कम अंडरवेट और 30 से अधिक बीएमआई को ओवरवेट की श्रेणी में रखा गया है। अंडरवेट यानी कम वजन होने पर आपके पूरे शरीर की कार्यशैली पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। याद्दाश्त कम होती है। शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता क्षीण हो जाती है। ओवरवेट होने की स्थिति में मोटापा, हृदय रोग, कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना, उच्च रक्तचाप, जोड़ों में दर्द शुरू हो जाता है।

 

 

आदर्श वजन से जुड़ी मुख्य बातें

  • आदर्श वजन जानने के लिए बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) जैसे फॉर्मूले वजन तय करने के लिए कितने कारगर हैं, यह कहना बहुत मुश्किल है लेकिन यह तय है कि शरीर में अतिरिक्ति चर्बी स्वास्‍थ्‍य के लिए अच्छी नहीं।
  • शरीर में अतिरिक्त चर्बी जहां नुकसान देती है, वहीं वसा की कमी के कारण नर्वसेल्स और हार्मोंस बनने बंद भी हो सकते है।
  • हर व्यक्ति के कार्य, गतिविधियां और रहन-सहन एक दूसरे से अलग होते है, ऐसे में शरीर के लिए वसा का अनुपात भी अलग-अलग ही होगा।
  • वास्तव में व्यक्ति का आदर्श वजन उसके मसल्स और उनके मोटापे इत्यादि पर भी निर्भर करता है।
  • आदर्श वजन होने का अर्थ यह नहीं है कि शरीर भी एक ही स्थिति में रहे, बल्कि समय व परिस्थितियों के हिसाब से वजन में परिवर्तन होता रहता है।
  • आदर्श वजन के अंतर्गत आपकी उम्र, लिंग और लंबाई के आधार पर आपका कुछ निश्चित वज़न होना चाहिए।
  • बीएमआई फॉर्मूले के हिसाब से एक व्यस्क व्यक्ति का वजन 30 किलो से अधिक है तो वो ओवरवेट की श्रेणी में आता है।
  • नियमित रूप से जिम जाने वाले या रेसलर्स का वजन ज्‍यादा होता है। क्‍योंकि उनकी मांसपेशियों का वजन शरीर में मौजूद वसा से अधिक होता है इसलिए एक्‍सरसाइज करने वालों  का बीएमआई हमेशा अधिक होगा।
  • महिलाओं और पुरुषों में आदर्श वजन अलग-अलग होता है। यदि किसी महिला की लंबाई 5 फुट है तो उसका वजन 45-46 किलो के आसपास होना चाहिए। वहीं पुरूष की लंबाई यदि 5 फुट है तो उसका वजन 48 किलो से अधिक होना चाहिए। 

 

इस तरह से आदर्श वज़न व्यक्ति के लिंग, आकार, शरीर के ढांचे और कार्यशैली पर निर्भर करता है। आदर्श वजन रखने के लिए चिकित्सक की सलाह लेना बहुत जरूरी है।

 

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