Can Non Alcoholic Fatty Liver Be Reversed In Hindi: फैटी लिवर का मतलब है कि आपके लिवर के अंदर फैट जमा हो चुका है जो कि एक समय के बाद लिवर के फंक्शन को प्रभावित कर सकता है। यह कंडीशन सही नहीं होती है, क्योंकि इससे लिवर डैमेज हो सकता है। लिवर डैमेज होने पर यह मेटाबॉलिज रेट प्रभावित होता है, जिससे खाना हजम करने में दिक्कतें आती हैं। बहरहाल, आगे बढने से पहले आपको बता दें कि फैटी लिवर होने के पीछे मुख्य कारण हो सकते हैं, जैसे अनहेल्दी चीजें खाना, डायबिटीज, मोटापा और एक्सरसाइज या फिजिकल एक्टिविटी न करना। इसके अलावा, बहुत ज्यादा शराब का सेवन करने से भी फैटी लिवर हो सकता है। इससे एल्कॉहल रिलेटेड लिवर डिजीज हो सकता है। इसमें लिवर में कई अन्य बीमारियां होने के साथ-साथ फैटी लिवर की समस्या भी शामिल होती है। फैटी लिवर होने के बाद लोगों के दिमाग में अक्सर यह सवाल उठता है कि क्या इसको रिवर्स किया (Kya Non Alcoholic Fatty Liver Reverse Hota Hai) जा सकता है? शारदा अस्पताल में जनरल मेडिसिन के प्रोफेसर और एचओडी डॉ. आदेश के. गड़पायले से बातचीत पर आधारित।
क्या नॉन एल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिजीज को रिवर्स किया जा सकता है?- Can Non Alcoholic Fatty Liver Be Reversed In Hindi
नॉन एल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिजीज होने पर कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं, जैसे भूख कम लगना, कमजोरी महसूस होना, स्किन का पीला पड़ जाना, खुजली होना आदि। कई बार कंडीशन इतनी ज्यादा बिगड़ जाती है कि नॉन एल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिजीज के साथ-साथ जॉन्डिस भी मरीज को जाता है। अब सवाल यह उठता है कि क्या नॉन एल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिजीज रिवर्स किया जा सकता है? इस संबंध में एक्सपर्ट्स का कहना है कि नॉन एल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिजीज को रिवर्स करने के लिए कोई निश्चित दवा की जरूरत नहीं होती है। हां, मरीज के लिवर में कितना फैट फैल चुका है, इसके अनुसार उसे अपनी लाइफस्टाइल को मैनेज करना होगा। हां, इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि उसे नॉन एल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिजीज कोई अन्य समस्या नहीं है। इस तरह की कंडीशन में लोगों की सेहत में सुधार किया जा सकता है। इसके लिए, उन्हें अपनी लाइफस्टाइल में हेल्दी चीजों को अपनाना होगा, जैसे वजन कम करना, कोलेस्ट्रॉल का स्तर संतुलित रखना, डाइट में हेल्दी चीजों को महत्व देना, डायबिटीज को कंट्रोल करना आदि शामिल हैं।
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नॉन एल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिजीज को रिवर्स कैसे किया जा सकता है?
नॉन एल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिजीज रिवर्स होने में अलग-अलग समय ले सकता है। यह फैटी लिवर होने के कारण पर निर्भर करता है। वहीं, नॉन एल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिजीज को आमतौर पर 2 सप्ताह का समय लग सकता है। जबकि, नॉन एल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिजीज को रिवर्स करने में सामान्य से अधिक समय लग सकता है। इसका कारण है कि मोटापे को कम करने या कंट्रोल में काफी समय लगता है। बहरहाल, नॉन-फैटी लिवर को रिवर्स करने के लिए आप निम्न तरीके अपना सकते हैं, जैसे-
- ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखें
- वजन को बढ़ने न दें या संतुलन बनाए रखें
- डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए नियमित रूप से दवा लेते रहें
- शराब से दूर रहें
- फैटी लिवर डिजीज को नेगेटिवली इंपैक्ट करने वाली दवाओं का सेवन न करें
- नियमित रूप लिवर की जांच करवाते रहें
कुल मिलाकर, कहने की बात ये है कि नॉन एल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिजीज को रिवर्स किया जा सकता है। हालांकि, इसके लिए शराब को पूरी तरह से छोड़ना होगा। इसके अलावा, डॉक्टर की दी हुई सलाह को फॉलो करना होगा। इस तरह हेल्दी रहने में आपका मदद मिल सकती है।
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