What Happens When the Wrong Blood Type is Transfused: जयपुर के मानसिक हॉस्पिटल में एक शख्स को गलत खून चढ़ाने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि रोड एक्सीडेंट में घायल हुए सचिन शर्मा नाम के युवक को अस्पताल के ट्रामा वॉर्ड में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया था। इलाज के दौरान युवक को गलत ब्लड ग्रुप को खून चढ़ा दिया गया, जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई।
मीडियाकर्मियों से बात करते हुए सचिन के परिजनों ने बताया कि सचिन का ब्लड ग्रुप ओ पॉजिटिव था, जबकि अस्पताल के स्टाफ ने उसे एबी पॉजिटिव ब्लड चढ़ा दिया, जिससे सचिन की दोनों किडनी खराब हो गई। किडनी खराब होने के कुछ देर बाद ही सचिन की मौत हो गई। इस पूरे घटनाक्रम के बाद यह जानना जरूरी है कि आखिरकार इंसान को सेम ब्लड ग्रुप का खून चढ़ाना क्यों जरूरी है? साथ ही एक जागरूक नागरिक होने के नाते हमें यह भी पता होना चाहिए कि अगर किसी व्यक्ति को दूसरे ब्लड ग्रुप क खून चढ़ा दिया जाए तो क्या होगा?
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क्या होगा अगर किसी व्यक्ति को चढ़ा दिया जाए दूसरे ब्लड ग्रुप का खून?
जयपुर के एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. राजीव बगरहट्टा का कहना है, "किसी मरीज को खून चढ़ाने का काम बहुत ही सावधानी से किया जाता है। जब किसी व्यक्ति को सेम ब्लड ग्रुप का भी खून चढ़ाया जाता है तो कई बातों का ध्यान रखा जाता है। सेम ब्लड ग्रुप का खून चढ़ाने से भी कई बार व्यक्ति को एलर्जी और इन्फेक्शन हो सकता है। खून चढ़ाते वक्त इंफेक्शन और एलर्जी को रोकने के लिए डॉक्टर एंटीबायोटिक का इस्तेमाल करते हैं।"
डॉक्टर का कहना है कि जब किसी व्यक्ति को दूसरे ब्लड ग्रुप का खून चढ़ाया जाता है तो यह जानलेवा साबित हो सकता है। आसान भाषा में इसे समझें तो अगर व्यक्ति का ब्लड ग्रुप A+ है और उसे AB+ ब्लड ग्रुप का खून चढ़ा दिया जाता है तो शरीर में अलग-अलग एंटीजन के रिएक्शन शुरू हो जाते हैं। धीरे-धीरे ये एंटीजन एक साथ इकट्ठा हो जाते हैं और खून संचारित करने वाली नसों को ब्लॉक कर देते हैं। जब नसें ब्लॉक हो जाती हैं तो शरीर का ब्लड सर्कुलेशन रुक जाता है। इसकी वजह से पहले किडनी काम करना बंद कर देती है।
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गलत ब्लड ग्रुप का खून चढ़ाने के बाद इंसान के बचने की उम्मीद क्या है?
एक्सपर्ट का कहना है कि जब किसी व्यक्ति को गलत ब्लड ग्रुप का खून चढ़ाया जाता है तो हीमोग्लोबिन प्लाज्मा में गिरने लगता है। इसकी वजह से इंसान को पीलिया होने का भी खतरा रहता है। कुछ मामलों में गलत ब्लड ग्रुप का खून चढ़ाने से नसों की ब्लॉकेज हो जाती है और शरीर में खून का संचार रूक जाता है जिसकी वजह से इंसान की मौत हो सकती है। एक्सपर्ट का कहना है कि 10 में 8 मामलों में पीलिया और किडनी की बीमारी से लोगों को बचाया जा सकता है, लेकिन दूसरे ब्लड ग्रुप का खून चढ़ने वाले की मौत निश्चित ही होती है।
With Inputs: Dr.Rajeev Bagarhatta, Principal, SMS Medical College, Jaipur Rajasthan
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