बॉर्डर लाइन कोलेस्ट्रॉल क्या है? जानें कितने कोलेस्ट्रॉल को माना जाता है सेहत के लिए खतरा

Borderline Cholesterol in Hindi: कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से आपको कई रोग हो सकते हैं, जानें क्या है बॉर्डरलाइन कोलेस्ट्रॉल और इससे कैसे करें बचाव?

Vikas Arya
Written by: Vikas AryaUpdated at: Apr 01, 2023 11:30 IST
बॉर्डर लाइन कोलेस्ट्रॉल क्या है? जानें कितने कोलेस्ट्रॉल को माना जाता है सेहत के लिए खतरा

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Borderline Cholesterol in Hindi : जंक फूड और बाहर का तला भूना खाना खाने से हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाता है। शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से आपको कई तरह की समस्याओं को सामना करना पड़ता है। कोलेस्ट्रोल बढ़ने की वजह से आपकी धमनियों में प्लाक बनने लगता है।, जिसकी वजह से  व्यक्ति को हार्ट अटैक, हार्ट स्ट्रोक और अन्य हार्ट प्रॉबल्म हो सकती है। कोलेस्ट्रॉल घुलनशील नहीं होता है, इसलिए इसे शरीर के फ्लो होने के लिए लिपोप्रोटीन की आवश्यकता होती है। लिपोप्रोटीन को बेड कोलेस्ट्रॉल कहा जाता है, इसके स्तर में बढ़ोतरी से ही आपको कई तरह की बीमारियों का खतरा होता है। इस लेख में आपको बॉर्डरलाइन कोलेस्ट्रॉल के बारे में बताया जा रहा है। साथ ही इसमें आपको इसमें कोलेस्ट्रॉल के सही लेवल और इसे कंट्रोल करने के कुछ तरीके बताए जा रहे हैं।

बॉर्डरलाइन कोलेस्ट्रॉल क्या है? What Is Borderline Cholesterol In Hindi

शरीर में कोलेस्ट्रॉल का एक सामान्य स्तर होता है। जब कोलेस्ट्रॉल का लेवल खून में 200 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर (mg/dL) से अधिक और हाई कोलेसट्रॉल यानी 240 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर से कम होता है तो इसे बॉर्डरलाइन कोलेस्ट्रॉल कहा जाता है। हाई कोलेस्ट्रॉल से आपको मुख्य रूप से हृदय रोग होने की संभावना बढ़ जाती है।

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कोलेस्ट्रॉल का सही स्तर क्या होता है?

  • कुल कोलेस्ट्रॉल का लेवल - 150 mg/dL
  • एलडीएल LDL (Bad Cholesterol) - 100 mg/dL
  • एचडीएल HDL (Good Cholesterol) - महिलाओं में 40 mg/dL, पुरुषों में 50 mg/dL
  • ट्राइग्लिसराइड्स (triglycerides) - 150 mg/dL से कम होना चाहिए।

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कोलेस्ट्रॉल स्तर बढ़ने के कौन से कारक हो सकते हैं? What Factors Can Affect Your Cholesterol Levels In Hindi

डाइट

तली भूनी चीजे ज्यादा खाने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है। बार-बार तलने से खाने की चीजों में ट्रांसफैट आ जाता है और यह ही कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने का मुख्य कारण होता है। इसलिए आपको जंक फूड कम खाना चाहिए।

शारीरिक गतिविधि में कमी

शारीरिक गतिविधि कम करने वाले लोगों की धमनियों में प्लाक बनने की संभावना बढ़ जाती है। इससे हार्ट तक ब्लड पहुंचने में दबाव पड़ता है। जिसकी वजह से हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ जाता है।

अधिक वजन

अधिक वजन से कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने की संभावना अधिक होती है। खानपान की आदतों में बदलाव कर आप मोटापे को कंट्रोल कर सकते हैं। जिससे एलडीएल और कोलेस्ट्रॉल का स्तर सामान्य बनता है। साथ ही कोलेस्ट्रॉल का स्तर बेहतर होता है।

इसके अलावा व्यक्ति की आयु और पारिवारिक जीन्स भी कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने की समस्या का कारक बन सकते हैं। जिन लोगों के परिवार में पहले किसी को कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने या हार्ट की समस्या होती है उनको कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का खतरा अधिक होता है।

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कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए क्या करें? How can you manage your cholesterol levels In Hindi

  • फाइबर युक्त आहार का सेवन करें - डाइट में फाइबर युक्त आहार जैसे ओट्स, फल, आलू, गाजर आदि चीजों का सेवन करना चाहिए।
  • जंक फूड से बनाएं दूरी - जंक फूड का कम से कम सेवन करें। बाहर की तली भूनी चीजों से कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ता है।
  • एक्सरसाइज करें - एक्सरसाइज से आप कई तरह के रोगों से सुरक्षित रहते हैं। साथ ही एक्सरसाइज करने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल का लेवल सही स्तर पर रहता है।
  • शराब का सेवन न करें - शराब के सेवन से शरीर में ट्राइग्लिसराइड्स और कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ने का खतरा अधिक होता है। इसलिए कोलेस्ट्रॉल की समस्या में शराब का सेवन न करें।

कोलेस्ट्रॉल को नियमित स्तर पर बनाएं रखने लिए आपको डाइट में कुछ बदलाव करने होते हैं। संतुलित आहार से आपको पर्याप्त पोषण मिलता है और कोलेस्ट्रॉल का लेवल सही स्तर पर रहता है।

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