Early Symptoms of Neurosis in Hindi: शरीर को हेल्दी और फिट बनाए रखने के लिए शारीरिक और मानसिक सेहत का ठीक होना जरूरी है। मानसिक स्वास्थ्य में गड़बड़ी का सीधा असर शारीरिक स्वास्थ्य पर पड़ता है। पहले के समय में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता और जानकारी की कमी के कारण लोग इसे अंधविश्वास से जोड़कर देखते थे। लेकिन जैसे-जैसे जागरूकता और जानकारी के माध्यम बढ़े, लोग मानसिक स्वास्थ्य को लेकर सजग हो रहे हैं। मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी बीमारियों के लक्षणों को नजरअंदाज करना जानलेवा हो सकता है। न्यूरोसिस (Neurosis) भी मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी गंभीर बीमारी है। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं, न्यूरोसिस के शुरुआती लक्षण और बचाव के उपाय के बारे में।
न्यूरोसिस क्या है?- What is Neurosis in Hindi
न्यूरोसिस एक गंभीर मानसिक बीमारी है। इस बीमारी में व्यक्ति को समझ नहीं आता है, कि उसके व्यवहार में बदलाव हो रहा है या उसे किसी भी तरह की मानसिक समस्या है। दिल्ली के मशहूर मनोचिकित्सक डॉ धर्मेन्द्र सिंह के मुताबिक, "न्यूरोसिस एक तरह का ग्रुप ऑफ डिसॉर्डर या कंडीशन है, जिसमें एंग्जायटी, डिप्रेशन, फोबिया और चिंता जैसी समस्याएं होती हैं। न्यूरोसिस को कॉमन मेंटल डिसऑर्डर (Common mental disorders) के नाम से भी जाना जाता है।" इस तरह की बीमारी के लक्षण काफी देर से दिखते हैं और मरीज को गंभीर रूप से प्रभावित करते हैं।
इसे भी पढ़ें: Attachment Disorder: अटैचमेंट डिसऑर्डर क्या होता है? 15 वर्षीय अंजली की केस स्टडी से समझें इस समस्या को
न्यूरोसिस के शुरुआती लक्षण- Nrurosis Early Symptoms in Hindi
न्यूरोसिस की शुरुआत होने पर शरीर में कुछ खास लक्षण नहीं दिखाई देते हैं। न्यूरोसिस के लक्षणों को समझने के लिए व्यक्ति के हाव-भाव और व्यवहार का विशेष ध्यान रखना चाहिए। न्यूरोसिस के लक्षण हर व्यक्ति में अलग-अलग हो सकते हैं। यह लक्षण मरीज की शारीरिक स्थिति और बीमारी के आधार पर दिखते हैं। न्यूरोसिस की शुरुआत होने पर दिखने वाले कुछ मुख्य लक्षण इस तरह से हैं-
- बहुत ज्यादा चिंता होना
- हर समय खुद को अस्थिर महसूस करना
- डर और घबराहट होना
- नींद से जुड़ी परेशानियां
- मांसपेशियों में दर्द
- बहुत ज्यादा सिरदर्द
- आत्महत्या की भावना
- हर समय डरा हुआ महसूस करना
- सामाजिक और व्यक्तिगत संबंधों में बदलाव
न्यूरोसिस से बचाव के उपाय- Neurosis Prevention Tips in Hindi
न्यूरोसिस की समस्या कई कारणों से होती है। इसके कारणों को कंट्रोल करने से आप इस गंभीर समस्या का शिकार होने से बच सकते हैं। साइकोलॉजिकल फैक्टर्स, पारिवारिक स्थिति, आर्थिक समस्याएं, तनाव, कामकाज का प्रेशर समेत कई अन्य कारणों से व्यक्ति न्यूरोसिस का शिकार हो सकता है। इस गंभीर समस्या से बचने के लिए तनाव कम करना चाहिए। इसके लिए आप योग और मेडिटेशन का सहारा ले सकते हैं। नियमित रूप से मेडिटेशन का अभ्यास करने से न्यूरोसिस से बचाव में मदद मिलती है।
इसे भी पढ़ें: Mental Health A to Z: न्यूरोसिस क्या है? डॉ निमेष देसाई से जानें इस मानसिक रोग के कारण और बचाव के तरीके
मानसिक स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए डाइट और लाइफस्टाइल का विशेष ध्यान रखना चाहिए। नियमित रूप से हेल्दी डाइट का सेवन और एक्टिव लाइफस्टाइल अपनाने से आप मानसिक समस्याओं का शिकार होने से बच सकते हैं। न्यूरोसिस के लक्षण दिखने पर इसे नजरअंदाज करने से बचें। डॉक्टर की सलाह लेकर उचित कदम उठाने से आप इस गंभीर परेशानी का शिकार होने से बच सकते हैं।
(Image Courtesy: freepik.com)
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version