मुस्कान को खूबसूरत बनाने के लिए आज कई तरह की कॉस्मेटिक सर्जरी उपलब्ध है। इन कॉस्मेटिक प्रक्रियाओं और सर्जरी के द्वारा लोग चेहरे और दांतों को सही आकार देते हैं। इसमें गम रिशेपिंग (Gum Contouring) को भी शामिल किया जाता है। यह प्रक्रिया मसूड़ों के एक्सट्रा टिश्यू को हटाकर, दांतों और मसूड़ों को सही तरह एलाइन करता है। इससे व्यक्ति की मुस्कान अधिक खूबसूरत दिखती है। आज के समय में मसूड़ों को एलाइन करने के लिए यह प्रक्रिया लोगों के बीच खूब प्रचलित है। दरअसल, जिन लोगों के मसूड़ों कम है या जिन लोगों के मसूड़ों दांतों की अपेक्षा अधिक बड़े हैं, उनके लिए यह प्रक्रिया फायदेमंद हो सकती है। वहीं, जिन लोगों में ब्रेसेज की वजह से मसूड़े अधिक बढ़ गए हैं, उनके लिए गम रिशेपिंग किसी वरदान से कम नहीं है। इस लेख में नोएड़ा स्थिति डेंटल क्लीनिक के सीनियर डेंटिस्ट डॉक्टर नवीन कुमार से जानते हैं कि गम रिशेपिंग क्या होती है और इसके क्या फायदे हो सकते हैं।
गम रिशेपिंग क्या होती है?
गम कंटूरिंग या गम रिशेपिंग एक कॉस्मेटिक डेंटल प्रक्रिया है, जिसे मसूड़ों के आकार में सुधार के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसमें व्यक्ति के मसूड़ों को कम या ज्यादा करके एक एलाइन में लाया जाता है। इसमें एक्स्ट्रा टिश्यू को हटाने का काम किया जाता है। इससे व्यक्ति के दांत और मसूड़े सही रेखा में आ जाते हैं। व्यक्ति की जरूरत के आधार पर गम रिशेपिंग में सर्जिकल और लेजर तकनीक का उपयोग किया जाता है।
इसमें व्यक्ति डेंटिस्ट या पीरियोडोंटिस्ट के मिलकर अपनी समस्या व मसूड़ों को किस तरह से एलाइन करना है उस बारे में सलाह लेता है। इसके बाद डॉक्टर व्यक्ति के दांतों और ओरल हेल्थ की मौजूदा स्थिति के आधार पर मसूड़ों को सही करने की प्रक्रिया को चुनते हैं। कई बार कुछ व्यक्ति के मसूड़ों के बेहद कम हिस्से को सही करने की जरूरत होती है, ऐसे में लेजर की मदद ली जा सकती है। इस प्रक्रिया के लिए पहले मसूड़ों को सुन्न किया जाता है। इसके बाद लेजर व सर्जिकल उपकरण से मसूड़ों के टिश्यू को सावधानी से हटाया जाता है। लेजर तकनीक में दर्द कम होता है। इसके बाद व्यक्ति को कुछ दिनों तक सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।
गम रिशेपिंग के क्या फायदे होते हैं?
गमी स्माइल्स (Gummy Smiles) का सुधार
"गमी स्माइल" में मुस्कुराते समय मसूड़ों के टिश्यू ज्यादा दिखाई देते हैं। यह स्थिति विभिन्न कारकों के कारण हो सकती है, जिसमें आनुवंशिकी, कुछ दवाएं या दांत निकलना शामिल हैं।
ओरल हेल्थ के लिए आवश्यक
अत्यधिक मसूड़े टिश्यू को इकट्ठा कर सकते हैं। इससे टिश्यू में बैक्टीरिया पनपने की संभावना बढ़ती है। यह मसूड़ों की बीमारी और अन्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं। ऐसे में यह प्रक्रिया मसूड़ो में बैक्टीरिया होने की संभावना कम करती है।
पीछे हटते मसूड़ों का इलाज
ज्यादा तेजी से ब्रश करने, उम्र बढ़ने, मसूड़ों की बीमारी या अनुवांशिक कारकों के चलते कुछ लोगों के मसूड़े ढीले होकर दांतों से पकड़ छोड़ देते हैं। इससे में जब वह हंसते हैं तो उनके दांत खराब दिखते हैं। साथ ही, दांतों में सड़न का जोखिम बढ़ जाता है। लेकिन इस समस्या से बचने के लिए आप मसूड़ों को ठीक कर सकते हैं।
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मसूड़ों से जुड़ी समस्याओं को ठीक करने के लिए आप इस कॉस्मेटिक प्रक्रिया को अपना सकते हैं। मसूड़ों के बढ़ने या पीछे हटने की समस्या में गम रिशेपिंग फायदेमंद हो सकती है। लेकिन, हर व्यक्ति के लिए यह आवश्यक नहीं होती है, ऐसे में आपको डॉक्टर से मिलकर इस बारे में सलाह लेनी चाहिए।