
types of tea boosts your metabolist in hindi : मौजूदा समय में ज्यादातर लोगों की लाइफस्टाइल बहुत बिगड़ गई है। इस वजह से कई तरह की शारीरिक समस्याएं होने लगी हैं। इन्हीं में से एक है मेटाबॉलिक रेट कम होता है। यह समस्या क्यों होती है, इसके बारे में विस्तार से जानने से पहले यह जान लेते हैं कि मेटाबॉलिज्म क्या होता है? मेटाबॉलिज्म वास्तव में एक किस्म की रासायनिक प्रक्रिया है, जो खाद्य पदार्थ को एनर्जी में बदलता है और पदार्थों को एक कोशिका से दूसरी कोशिका में पहुंचाता है। अगर यह प्रक्रिया सुचारू रूप से काम न करे और मेटाबॉलिक रेट कम हो जाए तो वजन बढ़ सकता है, हार्ट डिजीज हो सकते हैं और डायबिटीज, ब्लड प्रेशर जैसी समस्याओं का जोखिम भी बढ़ सकता है। साथ ही पेट के अंदर, लिवर और अन्य बॉडी ऑर्गन के आसपास फैट जमा हो सकता है। मेटाबॉलिक रेट शारीरिक गतिविधियों और उम्र पर निर्भर होती है। अगर किसी वजह से आपका मेटाबॉलिक रेट धीमा पड़ रहा है तो इसे बढ़ाने के लिए आप अपनी डेली डाइट में कुछ खास किस्म की चाय शामिल कर सकते हैं। कौन सी हैं वो खास किस्म की चाय, आइए हम आपको बताते हैं।
अदरक की चाय
सर्दियों में अदरक की चाय लगभग हर घर में बनती है। इससे सर्दी-खांसी और जुकाम की समस्या में गिरावट आती ही है साथ ही मितली आना, हार्ट डिजीज, ब्लड प्रेशर और मोटापा भी नियंत्रित होता है। विशेषज्ञों के अनुसार अदरक में जिंजरोल और शोगोल कंपाउंड पाए जाते हैं, जो एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करते हैं। इसके सेवन से धीमा पड़ रहा मेटाबॉलिक रेट भी बढ़ता है। इसके साथ ही इसके नियमित रूप से अदरक के चाय को अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में शामिल कर, मोटापा जैसी समस्या को भी कम किया जा सकता है।
इसे भी पढ़ें : सर्दियों में रोज पिएं अदरक वाली चाय, शरीर को मिलेंगे ये 5 फायदे
ग्रीन टी
ग्रीन टी सबसे उपयोगी पेय पदार्थों में से एक है। यह एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर है। साथ ही इसमें कई तरह के अन्य लाभकारी गुण भी मौजूद हैं, जो स्वास्थ्य को कई तरह से लाभ पहुंचाते हैं। कुछ विशेषज्ञ यह भी दावा करते हैं नियमित रूप से ग्रीन टी के सेवन से फैट बर्निंग प्रोसेस बढ़ जाती है, जिससे वजन कम होने में मदद मिलती है। साथ ही कई अध्ययनों से यह भी साबित हुआ है कि ग्रीन टी मेटाबॉलिज्म बढ़ा सकती है और लोगों को हर दिन 3-4 फीसदी अधिक कैलोरी बर्न करने में मदद कर सकती है। एक अध्ययन में भी यह पाया गया है कि ग्रीन टी में कैटेचिन से भरपूर होता है और जो व्यक्ति रोजाना कैटेचिन बेस्ड ग्रीन टी दिन में दो बार पीता है, महज 90 दिनों में ही उनके वजन में बदलाव दिखने लगता है।
व्हाइट टी
विशेषज्ञों की मानें तो पूरे दिन में महज एक बार व्हाइट टी पीन से 70-95 फीसदी तक कैलोरी बर्न की जा सकती है और 4-5 फीसदी तक मेटाबॉलिज्म रेट बढ़ाया जा सकता है। दरअसल इसमें ईजीसीजी नाम का कंपाउंड पाया जाता है, मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में मदद करता है। इससे मोटापे को कम करने में भी मदद मिलती है। इस नजरिए से देखा जाए मोटापे से पीड़ित लोगों को रोजाना व्हाइट टी एक बार जरूर पीनी चाहिए।