टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 diabetes) एक गंभीर स्थिति है, जो किसी व्यक्ति की रोजाना की जिंदगी को प्रभावित करती है। यह स्थिति शरीर में एक रसायन से पैदा हुई समस्याओं के कारण होती है जिसे इंसुलिन के रूप में जाना जाता है। यह अक्सर अधिक वजन या शारीरिक गतिविधयां नहीं करने या फिर टाइप 2 डायबिटीज के पारिवारिक इतिहास से जुड़ा होता है। मधुमेह रेटिना में रक्त वाहिकाओं को प्रभावित करता है, जो आंख के पीछे की रेखा होती है।
हाई ब्लड शुगर पहुंचा रहा आंखों को नुकसान
टाइप-2 डायबिटीज से ज्यादा हाई ब्लड शुगर होना इन रक्त वाहिकाओं की क्षति से जुड़ा हुआ, जो किसी व्यक्ति की दृष्टि को प्रभावित करता है। नेशनल आई इंस्टीट्यूट के मुताबिक, डायबिटीज नेत्र रोग आंखों की स्थिति का एक ऐसा समूह है, जो मधुमेह से पीड़ित लोगों को प्रभावित करता है। "इन स्थितियों में डायबिटिक रेटिनोपैथी, डायबिटिक मैक्यूलर एडिमा, मोतियाबिंद और ग्लूकोमा शामिल हैं।
संस्थान के मुताबिक, ''डायबिटीक नेत्र रोग के सभी प्रारूप संभावित रूप से गंभीर दृष्टि हानि और अंधेपन का कारण बन सकते हैं।''
खो सकती है आंखों की रोशनी
डायबिटीक रेटिनोपेथी में रेटीना की रक्त वाहिकाओं में बदलाव होते हैं, जो आंखों में तरल पदार्थ के रिसाव या रक्तस्त्राव का कारण बन सकते हैं, जिससे आंखों की रोशनी खो सकती है। डायबिटीक रेटिनोपेथी के शुरुआती चरण में आमतौर पर कोई लक्षण नहीं होते हैं। यह बीमारी तब तक सामने नहीं आती, जब तक आपको धुंधला दिखाई नहीं देने लगता।
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असामान्य रेटिनल रक्त वाहिकाओं से रक्तस्त्राव फ्लोटिंग स्पॉट का कारण बन सकता है। ये स्पॉट कभी-कभार खुद ही साफ हो जाते हैं। लेकिन बिना सही उपचार के अक्सर रक्तस्राव होता है और इससे स्थायी रूप से आंखों की रोशनी चले जाने का खतरा बढ़ जाता है। अगर किसी व्यक्ति को धुंधला-धुंधला दिखाई दे रहा है तो यह टाइप 2 डायबिटीज का एक संकेत हो सकता है।
लेंस में आ जाती है सूजन
हाई ब्लड शुगर होने से लेंस में सूजन आ जाती है, जिससे ठीक से देखने की क्षमता बदल जाती है। धुंधली दृष्टि को सही करने के लिए व्यक्ति को ब्लड शुगर के स्तर को सामान्य करना का लक्ष्य रखना चाहिए।
टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित लोगों में ग्लूकोमा होने की संभावना अधिक होती है। जब तरल पदार्थ सही तरीके से प्रवाहित नहीं होता है तब आंख के भीतर दबाव बनने लगता है। जिसके बाद यह नसों और रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाता है और एक व्यक्ति की दृष्टि में परिवर्तन का कारण बनता है।
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कैसे करें उपचार
दृष्टि समस्याओं के उपचार में दवा या विशेष आई ड्रॉप शामिल हो सकते हैं। सर्जरी और लेजर उपचार भी आंख के दबाव को कम कर सकते हैं। अगर आप भी दृष्टि संबंधी समस्याओं का सामना कर रहे हैं तो संभावित कारणों के बारे में अपने डॉक्टर से बात करें। अगर आपको टाइप 2 डायबिटीज है, तो आपको आंखों की समस्या हो सकती है, जिसका निदान होना जरूरी है।
डायबिटीज रेटिनोपेथी को कैसे रोकें
इस रोग को कम या रोकने के लिए आपको अपने ब्लड शुगर, रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने की जरूरत है। अगर आप धूम्रपान करते हैं तो इसे छोड़ने की कोशिश करें क्योंकि यह आपकी आंखों और आपके समग्र स्वास्थ्य में बहुत सुधार करेगा।
नेशनल आई इंस्टीट्यूट का कहना है, ''आंखों की जांच आपकी दृष्टि को प्रभावित करने से पहले समस्याओं का पता लगा सकती है। किसी भी बदलाव की जांच करने के लिए आपकी आंखों के पीछे के चित्रों को लिया जा सकता है।''
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