कहा जाता है कि वजन बढ़ाना तो आसान है लेकिन कम करने में बहुत मेहनत करनी पड़ती है खासकर तब जब आपके शरीर में बीमारियां हों। वो भी डायबिटीज। आज हम ऐसी ही एक स्टोरी पर बात करेंगे। ये कहानी है अशीष गोस्वामी की जो टाइप 2 डायबिटीज के मरीज हैं इसके बावजूद उन्होंने पूरे 14 किलो वजन को कम कर लिया। आशीष का कहना है कि लोग अक्सर ये सोचकर कुछ नहीं करते कि उन्हें डायबिटीज है और वजन बढ़ना लाजमी है। ऐसे लोग हारकर बैठ जाते हैं। अगर आप आने वाले तीन महीनों में खुद में चेंद देखना चाहते हैं तो उसकी कोशिश आपको आज से शुरू करनी होगी। मैंने सही डाइट, कसरत पर ध्यान देकर लॉकडाउन के बीच अपना 14 किलो वजन घटा लिया। इसके लिए मैंने हेल्दी मील्स लिए और समय पर खाना खाने की आदत को भी चुना। मेरी इस वेट लॉस जर्नी में The Nutriwise Clinic, लखनऊ की न्यूट्रिशनिस्ट नेहा सिन्हा ने मेरी काफी मदद की, उन्होंने सही डाइट और गाइंडेंस दी जिससे मुझे वजन कम करने में मदद मिली।
दवाओं से परेशान होकर वजन कम करने की ठानी
लखनऊ के रहने वाले आशीष गोस्वामी की उम्र 47 साल है। आशीष पेशे से एक्जिक्यूटिव इंजीनियर है तो जाहिर है रूटीन व्यस्त रहता है। सुबह से दफ्तर और काम के चलते आशीष को खुद पर ध्यान देने का समय नही मिलता था। साल 2012 से आशीष को टाइप 2 डायबिटीज है। आशीष बताते हैं कि ''मैं अपनी दवा समय पर लेता था पर मेरी डायबिटीज हमेशा बढ़ी हुई ही आती थी जिसके चलते हर बार डॉक्टर मेरी दवाएं बढ़ा देते थे। धीरे-धीरे करके दवाएं बढ़ी, डायबिटीज फिर भी ज्यादा ही आती थी और साथ-साथ वजन भी ज्यादा था। इन सब परेशानियों को देखते हुए मुझे अहसास हुआ कि मुझे खुद में कुछ बदलाव करने होंगे। दवाओं को कम करने के लिए मैंने तय किया कि किसी एक्सपर्ट की मदद लेकर मैं अपना वजन कम करूंगा।''
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कसरत और डाइट के सहारे कम किया 14 किलो वजन
आशीष ने बताया कि ''मैंने वजन कम करने का फैसला तो कर लिया पर मुझे समझ नहीं आया कैसे शुरूआत करूं। ध्यान आया कि मेरी दोस्त नेहा न्यूट्रिशनिस्ट है। मैंने नेहा से बात की और सारी परेशानी बताई। नेहा ने मुझे गाइड किया जिसके चलते मैं अपनी वेट लॉस जर्नी की शुरूआत कर सका।'' पिछले साल जून में आशीष का वजन 86 किलो था। डॉक्टर ने उन्हें कहा कि उनका वजन कम से कम 10 किलो और कम होना चाहिए। इस समय आशीष का वजन 72 किलो है। एक साल में उन्होंने 14 किलो वजन कम किया है। इसके लिए आशीष ने डाइट और कसरत दोनों की मदद ली।
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रोजाना एक घंटा बैडमिंटन खेला और वॉक किया (Exercise for weight loss)
आशीष बताते हैं कि मैं हर सुबह 45 मिनट वॉक करता हूं, एक घंटा बैडमिंटन खेलता हूं, इससे मुझे काफी मदद मिली। अगर समय मिलता है तो शाम को भी कम से कम 30 मिनट वॉक करने की कोशिश करता हूं। इससे वजन कम करने में काफी मदद मिली। डाइट की बात करूं तो मैंने वेट लॉस जर्नी में चावल, घी, आलू खाना अवॉइड किया। रोटी में दो ही खाता हूं या कभी-कभी तीन पर इससे ज्यादा नहीं। वहीं कुछ हेल्दी ऑप्शन भी मैंने चुनें जैसे ओट्स और सूजी का चीला, रागी की रोटी आदि।
अब सारी दवाएं बंद हो गई, डायबिटीज भी कंट्रोल में है
आशीष ने बताया कि वजन कम करके अब उन्हें काफी बेहतर महसूस हो रहा है। इस समय वो एक भी दवा नहीं ले रहे हैं, बिना दवाओं के उन्हें दो महीने पूरे होने जा रहे हैं। साथ ही साथ डायबिटीज भी कंट्रोल है पहले फास्टिंग 350 तक जाती थी अब कंट्रोल रहती है। न्यूट्रिशनिस्ट नेहा ने बताया कि टाइप 2 डायबिटीज में शरीर में इंसुलिन बनना कम हो जाता है। इसके लिए मोटापा, हाइपरटेंशन, लाइफस्टाइल से जुड़ी गलत आदतें जिम्मेदार हैं। यही कारण है इन दिनों डायबिटीज के मरीज बढ़ रहे हैं। अगर आप सही डाइट और कसरत को फॉलो करें तो शुगर को कंट्रोल कर सकते हैं।
वजन कम करने के लिए डाइट रूटीन कैसे बनाया? (Diet routine for weight loss)
आशीष ने बताया कि उन्होंने वजन कम करने के लिए उन्होंने अपने खाने का समय फिक्स किया। ''सुबह उठकर मैं वॉक पर जाता हूं फिर एक गिलास गरम पानी पीता हूं। उसके बाद भीगे हुए मेथी दाने या फ्लैक्स सीड्स खाता हूं। इसके आद बैडमिंटन खेलकर आता हूं। फिर मुझे चाय पीनी होती है। चाय के बाद मैं नाश्ता करता हूं जिसमें आमतौर पर दलिया, पोहा, स्प्राउट्स, दूध लेता हूं। इसके बाद ऑफिस में 11 बजे के आसपास एक फल या छाछ पीता हूं। खाने में दाल, सब्जी, रोटी और कभी-कभी दही खा लेता हूं। शाम के समय ग्रीन टी या रोस्टेड चने खाता हूं और रात के खाने में रोटी, सब्जी खाता हूं। मैंने एक बात का खास ख्याल रखा है कि खाना मैं 7 से 8 बजे के बीच खत्म कर लेता हूं। आपको इससे लेट खाना नहीं खाना चाहिए।''
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टाइप 2 डायबिटीज में क्या खाएं? (Diet for type 2 diabetic patients)
- 1. नाश्ते (Breakfast) में ओट्स, दलिया, अंडे, पोहा, दूध, दही ले सकते हैं।
- 2. मिड मील (Mid-meal) में आप हेल्दी स्नैक्स ले सकते हैं जैसे नट्स, बीज। ऐसे स्नैक्स लें जिसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स न हो।
- 3. लंच (Lunch) में आप हरी सब्जियों का सेवन करें। मूंग की दाल का चीला भी खा सकते हैं। खाने के साथ एक कटोरी दही या छाछ लें। इसमें चीनी या नमक न मिलाएं। ब्राउन राइस का विकल्प भी चुन सकते हैं।
- 4. शाम के नाश्ते (Evening Snack) में आप दही, फल, चना, बाजरे का चूड़ा खा सकते हैं। तली हुई चीजें जैसे पकौड़ी से परहेज करें। ग्रीन टी या हर्बल टी भी पी सकते हैं।
- 5. डिनर (Dinner) में आप हल्के फैट वाले खाने को शामिल कर सकते हैं। डिनर में आप सूप या एक बाउल सलाद ले सकते हैं, ग्रील्ड पनीर, टोफू या सोया खा सकते हैं।
तो देखा आपने सही डाइट और कसरत से आप बीमारी होने के बावजूद भी फिट रह सकते हैं, जिस भी कारण से आप वेट लॉस जर्नी प्लान कर रहे हैं इस बात का ध्यान रखिए कि आपको कुछ दिन कसरत या डाइट करके छोड़ना नहीं है, इसे लगातर कुछ महीनों तक करके देखें तब आपको खुद में फर्क महसूस होगा।
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