टाइप 2 डायबिटीज में कम हो जाती है दिमाग की क्रियाशीलता

यदि आप टाइप 2 डायबिटीज से ग्रसित हैं तो इससे आपकी दिमाग की क्रियाशीलता पर असर पड़ सकता है।
  • SHARE
  • FOLLOW
टाइप 2 डायबिटीज में कम हो जाती है दिमाग की क्रियाशीलता


diabetes decreases brain function डायबिटीज एक खतरनाक बीमारी है, कई शोधों से यह साफ हो चुका है कि डायबिटीज से आंखों और गुर्दे समेत शरीर के कई अंगों पर असर पड़ता है। हाल ही में किए गए नए शोध के बाद ऑस्‍ट्रेलियाई वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि डायबिटीज से रोगी की दिमागी क्रियाशीलता भी प्रभावित होती है।



एबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक सिडनी मेमोरी एंड एजिंग स्‍टडी ने हाल ही में परिणाम जारी किए हैं। परिणामों में बताया गया है कि डायबिटीज से ग्रसित उम्रदराज लोगों की दिमाग की क्षमता सामान्‍य व्‍यक्तियों के मुकाबले कम हो जाती है। डायबिटीज और दिमाग की क्रियाशीलता के बारे में पता लगाने के लिए शोधकर्ताओं ने दो साल तक 880 लोगों पर नजर रखी।

 

शोध में शामिल सभी 880 लोगों की उम्र 70 से 90 साल के बीच थी। उन्‍होंने पाया कि ब्‍लड शुगर का स्‍तर स्थिर रहने से दिमाग पर असर होने का खतरा बढ़ जाता है। शोध का नेतृत्‍व करने वाली कैथरीन समर ने कहा कि हमें इस शोध के जरिए अहम जानकारी मिली है। उन्‍होंने कहा कि यह जरूरी नहीं कि दिमाग पर असर किस समय होगा।

 

समर ने सुझाव दिया कि यदि आपकी उम्र 70 वर्ष से 80 वर्ष के बीच है और आपको डायबिटीज नहीं है लेकिन आप प्री डायबिटीक हैं तो आपको डायबिटीज से बचे रहने के लिए बराबर कोशिश करते रहना चाहिए। उन्‍होंने बताया कि इस उम्र में लोग सोचने लगते हैं कि जीवन के आखिरी पड़ाव पर डायबिटीज और दिल संबंधी बीमारियों से नहीं बचा जा सकता। जबकि हमें ऐसा नहीं सोचना चाहिए और रोगों से बचाव के लिए कोशिश करते रहना चाहिए।

 

 

 

Read More Health News In Hindi

Read Next

वजन कम करने लिए दूसरे तरीकों की तुलना में सबसे ज्‍यादा कारगर है सर्जरी

Disclaimer

How we keep this article up to date:

We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.

  • Current Version