नानमेलोनोमा स्किन कैंसर की चिकित्सा

स्किन कैंसर के इलाज के लिए सर्जरी या रेडिएशन थेरेपी की मदद ली जाती है। जानिए किस प्रकार इन तकनीकों को अपनाकर स्किन कैंसर के लक्षणों पर काबू पाया जा सकता है। ज्यादा जानकारी के लिए पढ़ें।
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नानमेलोनोमा स्किन कैंसर की चिकित्सा


स्किन कैंसर की चिकित्सा करता हुआ डॉक्टर

स्किन कैंसर में त्वचा की कोशिकाएं जरूरत न होने पर भी नई कोशिकाओं में बदलती रहती हैं। पुरानी कोशिकाओं को नई कोशिकाओं में बदलना शरीर की सामान्य प्रक्रियाओं में से एक है। लेकिन अगर नई कोशिकाओं की जरूरत न होने पर भी त्वचा की कोशिकाएं विभाजित होती रहती हैं तो स्किन कैंसर की समस्या हो जाती है।
स्किन कैंसर का जोखिम उन लोगों में अधिक होता है जो कि नीचे दी गई श्रेणी में आते हैं-

  •     धूप में अधिक समय बिताते हैं।
  •     स्किन कैंसर से पीड़ित लोगों के साथ रहते हैं।
  •     शरीर में ख़ास प्रकार या अधिक संख्यां में मस्से हैं।
  •     त्वचा ऐसी हो जिस पर धूप में जलन या झाइयां पड़ जाती हों।
  •     हल्के रंग की त्वचा, बाल और आंखें हैं।

 

[इसे भी पढ़ें: नानमेलोनोमा स्किन कैंसर क्या है]

 

त्वचा के कैंसर के लक्षण

  •     त्वचा पर नया खुरदुरा धब्बा उभर आए
  •     त्वचा के ऐसे घाव जो भर नहीं रहे हों
  •     तकलीफ ज़्यादा बढ़ने लगे और सूजन, खुजली या त्वचा से खून बहने लगे।


त्वचा के कैंसर से बचने के लिए धूप से सुरक्षा ज़रूरी है। इसीलिए धूप में निकलते वक्त सन प्रोटेक्शन क्रीम लगाएं, खासकर सुबह 10 से दोपहर 3 बजे तक। ये क्रीम धूप में त्वचा को झुलसने से बचाती है।

[इसे भी पढ़ें: स्किन कैंसर के प्रकार]

 

नानमेलोनोमा स्किन कैंसर के इलाज के लिए अपनाई जाने वाली चिकित्सा के बारे में जानें-


स्टैंर्ड सर्जरी

नानमेलोनोमा स्किन कैंसर के इलाज के लिए ज्यादातर सर्जरी की मदद ली जाती है। इस प्रक्रिया के दौरान त्वचा पर उपस्थित ट्यूमर को सर्जरी के जरिए निकाल दिया जाता है। यह सर्जरी पूरी तरह से सुरक्षित होती है। नानमेलोनोमा कैंसर अन्य कैंसर की तरह शरीर के अन्य हिस्सों में नहीं फैलता है। सर्जरी के बाद मरीज कुछ ही दिनों में अपने घर जा सकते हैं। लेकिन सर्जरी वाली जगह ठीक नहीं होने तर उन्हें डॉक्टर के पास चेकअप के लिए आते रहना चाहिए।

रेडिएशन थेरेपी

रेडिएशन थेरेपी में स्किन कैंसर को निशाना बनाते हुए उच्च ऊर्जा वाली किरणों का प्रयोग किया जाता है। यह प्रक्रिया बड़े ट्यूमर के इलाज के लिए प्रयोग में लायी जाती है। इस प्रक्रिया में सर्जरी का सहारा नहीं लेते हैं। रेडिएशन थेरेपी उन रोगियों के लिए मददगार होती है जो सर्जरी नहीं करवाना चाहते हैं। अगर सर्जरी के बाद कैंसर के सेल्स त्वचा में रह गए तो दोबारा सर्जरी संभव नहीं है लेकिन रेडिएशन थेरेपी कैंसर की वापसी के खतरे को कम करता है।

पुनर्निर्माण सर्जरी  

इस प्रकार की सर्जरी का प्रयोग ट्यूमर व सर्जरी के बाद क्षतिग्रस्त त्वचा को ठीक करने के लिए किया जाता है। जब स्किन कैंसर चेहरे के बीच जैसे नाक, पलक, होंठों व कानों पर हो जाता है तो सर्जरी के बाद पुनर्निर्माण सर्जरी जरूरी हो जाती है। अगर स्किन कैंसर ट्यूमर बढ़ चुका है और चेहरे तक फैल गया है तो भी इस सर्जरी का प्रयोग किया जा सकता है। 

 

 

 

 

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