किसी भी व्यक्ति के व्यक्तित्व को निखारने में उसके बाल सबसे अहम भूमिका निभाते हैं। बाल अगर घने और स्वस्थ हैं तो इससे आपका व्यक्तित्व निखर कर सामने आता है। बालों की कई समस्याएं जैसे बालों का झड़ना, टूटना और रूसी आदि होने की वजह से आपको कई समस्याएं हो सकती है। इसकी वजह से लोगों को गंजापन का भी सामना करना पड़ता है। आज के समय में बालों का झड़ना कम उम्र में भी शुरू हो सकता है। कम उम्र से ही बाल झड़ने की समस्या होने के कारण आपका लुक बहुत प्रभावित होता है। बालों से जुडी समस्याओं के लिए तमाम तरह के इलाज और प्रोडक्ट्स का प्रयोग किया जाता है। आज के समय में तकनीक की प्रगति ने गंजेपन और बाल झड़ने की समस्या को कम करने के लिए कई तरह के विकल्प आपको देती है। गंजेपन की समस्या के कारण व्यक्तित्व प्रभावित होता है और इससे बचने के लिए लोग हेयर ट्रांसप्लांट का सहारा लेते हैं।
हेयर ट्रांसप्लांट कई तरीके से किया जाता है। हेयर ट्रांसप्लांट या बाल प्रत्यारोपण के जरिये इंसान के सिर पर नए शिरे से बालों को लगाया जाता है। हेयर ट्रांसप्लांट बिल्कुल न्यूनतम इनवेसिव तकनीकों के साथ किया जाता है और इस तकनीक से लोगों को फायदा भी मिलता है। लेकिन इसके बारे में लोगों के मन में बैठी गलत जानकारी की वजह से लोग इससे दूर भागते हैं। गंजे हो जाने के बावजूद भी तमाम लोग सिर्फ इसलिए ही हेयर ट्रांसप्लांट का इस्तेमाल नहीं करते हैं। हेयर ट्रांसप्लांट से जुड़े मिथक और सच्चाई के बारे में बता रहे हैं डॉ. अमरेंद्र कुमार, सलाहकार त्वचा विशेषज्ञ और हेयर ट्रांसप्लांट सर्जन से जानते हैं इसके बारे में।
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हेयर ट्रांसप्लांट से जुड़े मिथक और उनकी सच्चाई (Hair Transplant Myths And Facts)
बाल प्रत्यारोपण या हेयर ट्रांसप्लांट से जुड़े कुछ अफवाहों के चलते लोग इसका प्रयोग करने से बचते हैं। लोगों के मन में बैठी गलत जानकारी की वजह से इसके बारे में कुछ नकारात्मक बातें भी लोगों के बीच हैं। आइये जानते हैं इसके कुछ मिथक और सच्चाई के बारे में।
टॉप स्टोरीज़
1. हेयर ट्रांसप्लांट एक दर्दनाक प्रक्रिया है।
ज्यादातर लोगों के मन में यह बात बैठ गयी है की हेयर ट्रांसप्लांटेशन एक दर्दनाक प्रक्रिया है। जबकि ऐसा बिलकुल भी नहीं है। तकनीकी प्रगति ने इस पूरी प्रक्रिया को दर्दरहित बना दिया है। इस प्रक्रिया को लोकल एनस्थीसिया के इस्तेमाल के बाद किया जाता है। हेयर ट्रांसप्लांट के दौरान व्यक्ति को किसी भी प्रकार का दर्द नहीं होता है। हालांकि जब व्यक्ति के शरीर पर लोकल एनस्थीसिया का असर कम हो जाता है तो उसे हल्का दर्द हो सकता है। हमेशा दर्दरहित और बिना किसी तकलीफ के हेयर ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया को कराने के लिए एक्सपर्ट की सहायता लेनी चाहिए।
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2. हेयर ट्रांसप्लांट का असर दिमाग पर होता है।
ज्यादातर लोगों का मानना है कि हेयर ट्रांसप्लांट सर्जरी दिमाग को नुकसान पहुंचा सकती है। यह सही नहीं है। हेयर ट्रांसप्लांट का मस्तिष्क पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता है। बाल प्रत्यारोपण या हेयर ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया खोपड़ी के ऊपरी हिस्से पर किया जाता है, जिससे खोपड़ी के नीचे की त्वचा अप्रभावित रहती है।
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3. हेयर ट्रांसप्लांट सिर्फ युवा लोगों में काम करता है।
हेयर ट्रांसप्लांट का उम्र से कोई लेना-देना नहीं है। यह पूरी तरह गलत धारणा है। यदि आप कम उम्र में ही गंजे हो जाते हैं, तो इसके लिए आपको कई बार हेयर ट्रांसप्लांट कराना पड़ सकता है। अधिक उम्र में गंजे होने पर हेयर ट्रांसप्लांट कराने वाले लोगों में कई बार इस प्रक्रिया से गुजरने की आवश्यकता नहीं होती है।
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4. हेयर ट्रांसप्लांट ज्यादा समय तक प्रभावी नहीं रहता है।
कई लोगों में यह धारणा है की हेयर ट्रांसप्लांट कराने वालों के बाल अधिक दिन तक नहीं टिकते हैं। दरअसल जब तक आपके प्रत्यारोपित फॉलिकल्स साइट से नहीं गिरेंगे, तब तक आपके ट्रांसप्लांट बाल बढ़ते रहेंगे। हेयर ट्रांसप्लांटेशन सर्जरी कई तरह की होती है और हर एक ट्रांसप्लांट के अलग-अलग परिणाम होते हैं। एक्सपर्ट की देखरेख में अगर इस प्रक्रिया को किया जाता है तो इसके परिणाम लम्बे समय तक बने रहते हैं।
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5. ट्रांसप्लांट के बाद उगने वाले बाल प्राकृतिक नहीं होते।
हेयर ट्रांसप्लांट में व्यक्ति के स्वयं के बाल स्थानांतरित हो जाते हैं, इसलिए वे हर तरह से प्राकृतिक होते हैं और प्राकृतिक बालों के रूप में विकसित होते हैं। इसलिए ऐसा कहना की हेयर ट्रांसप्लांट के बाद उगने वाले बाल प्राकृतिक नहीं होते हैं बिलकुल गलत है।
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6. हेयर ट्रांसप्लांट महंगा पड़ता है।
सच है, बाल प्रत्यारोपण की लागत थोड़ी अधिक है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि यह सस्ती नहीं है। कॉस्मेटिक उद्योग में हुई तकनीकी प्रगति ने मशीन की लागत को कम कर दिया है जिससे यह हर इंसान के लिए सुलभ हो गया है। हेयर ट्रांसप्लांट अगर अनुभवी चिकित्सक की देखरेख में किया जाए तो यह लम्बे समय तक प्रभावी रहता है।
7. हेयर ट्रांसप्लांट की वजह से दाग धब्बे दिखाई देते हैं।
पहले सर्जरी के बाद कुछ निशान इंसान में दिखाई देते थे लेकिन अब तमाम तकीनीकी मशीनों के प्रयोग से यह सर्जरी की जाती है जिसके चलते इंसान में स्कार या दाग धब्बे नहीं दिखते हैं।
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बालों के झड़ने की समस्या के पीछे वैसे तो कई कारण हो सकते हैं। लेकिन आज के दौर में ज्यादातर लोगों को यह समस्या असंतुलित खानपान, आधुनिक जीवनशैली और बढ़ते स्ट्रेस की वजह से हो रही है। आज कल कम उम्र में भी बालों के झड़ने की समस्या भी देखी जा रही है। अगर आप हेयर ट्रांसप्लांट सर्जरी कराना चाहते हैं तो आपको पहले एक्सपर्ट डॉक्टर से इसके बारे में राय मशवरा करना चाहिए। गंजापन या बालों के झड़ने को रोकने के लिए हेयर ट्रांसप्लांट सर्जरी का उपयोग नहीं किया जाता है। बाल प्रत्यारोपण या हेयर ट्रांसप्लांट उन लोगों के लिए है जिन्हें गंजेपन की वजह से समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
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