गंजेपन की समस्या से आज सभी लोग परेशान हैं। असंतुलित खानपान के कारण कम उम्र में लोगों के बाल उड़ रहे हैं। लोग बाल उगाने के लिए हर संभव प्रयास करते हैं, जब सभी प्रयास असफल हो जाते हैं तो तब लोग हेयर ट्रांसप्लांट का ऑप्शन चुनते हैं। हेयर ट्रांसप्लांट कराने के कई साइड इफेक्ट्स भी हैं, जिसके कारण इसे कराने से पहले लोग डरते भी हैं। जमशेदपुर में टेल्को के प्लास्टिक एंड कॉस्मेटिक सर्जरी स्पेशलिस्ट डॉक्टर अभय सिंह ने इसके साइड इफेक्ट के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा- हेयर ट्रांसप्लांट काफी महंगा भी होता है। अगर ट्रांसप्लांट ठीक ढंग से नहीं हुआ तो आंखों की रोशनी भी जा सकती है। तो आइए इस आर्टिकल में हम हेयर ट्रांसप्लांट के नुकसान के बारे में जानते हैं।
ट्रांसप्लांट के साइड इफेक्ट
कभी-कभी हेयर ट्रांसप्लांटेशन के बाद सिर पर लगाए गए बाल ठीक तरह से सेट नहीं हो पाते हैं। यह पतला होकर खुद-ब-खुद गिरने लगते हैं और झड़ना शुरू होता है। इससे हम फिर गंजेपन के शिकार हो जाते हैं। जैसे कि हमने पहले भी बताया कि यह ट्रीटमेंट हर किसी पर सूट नहीं करता, लेकिन ज्यादातर मामलों में सफलता मिलती है। प्लास्टिक एंड कॉस्मेटिक सर्जरी स्पेशलिस्ट डॉक्टर बताते हैं कि - हेयर ट्रांसप्लांट हमेशा अनुभव वाले डॉक्टर से ही कराएं। कम-कम पांच साल के अनुभव वाले डॉक्टर से सर्जरी कराना चाहिए। अनुभवहीन डॉक्टर या लोकल क्लीनिक में हेयर ट्रांसप्लांट कराने की भूल न करें। इससे नुकसान हो सकता है। इसके साथ ही देख लें कि जहां ट्रांसप्लांट करा रहे हैं वहां एमरजेंसी सेवाएं हैं या नहीं। ओटी में सभी सुविधाओं को देख लें। इसके बाद ट्रांसप्लांट करवाएं। पता कर लें कि कहीं डॉक्टर अपने स्टाफ से हेयर ट्रांसप्लांट तो नहीं करवा रहा। हर प्लास्टिक सर्जरी में कुछ न कुछ रिस्क होते हैं।
1. ट्रीटमेंट के बाद बाल जल्दी-जल्दी झड़ने लगते हैं
एक्सपर्ट बताते हैं कि हेयर ट्रांसप्लांट होने के बाद बाल कभी-कभी जल्दी झड़ जाते हैं तो मरीज ऐसी में घबराएं नहीं। बाल झड़ने के बाद फिर आते हैं। वहीं कई बार यह ट्रीटमेंट किसी को सूट कर जाता है तो किसी में साइड इफेक्ट्स भी दिखते हैं। हेयर ट्रांसप्लांट से हिचकी की भी समस्या में लोगों में आती है।
2. सिर पर सूजन आ जाती है
बॉडी की त्वचा खराब होने के कारण कभी-कभी ट्रांसप्लांट ठीक तरह से नहीं हो पाता है। बाल को लगाने के बाद सिर में सूजन आ जाती है। सूजन बढ़ने से इसका असर सिर और आंख में दिखाई देता है। अगर इस तरह के साइड इफेक्ट हो तो तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए व जरूरी परामर्श लेना चाहिए।
3. सिर में खुजली होना
जो हेयर ट्रांसप्लांट कराते हैं उनके सिर में खुजली की समस्या हो सकती है। खुजली के कारण स्कॉल्प में बदलाव होता है। आप हमेशा सिर खुजाते रहेंगे। अगर ऐसा आपको हेयर ट्रांसप्लांट के बाद होता है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाए नहीं तो यह गंभीर बीमारी का रूप ले सकती है। वहीं हेयर ट्रांसप्लांट कराने के बाद बालों व सिर की काफी देखभाल की जरूरत होती है। यदि आपने हल्की भी लापरवाही बरती तो गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।
4. संक्रमण का खतरा
हेयर ट्रांसप्लांट कराने के बाद संक्रमण भी हो सकता है। संक्रमण होने से डॉक्टर तुंरत संपर्क करना चाहिए। एक्सपर्ट बताते हैं कि हेयर ट्रांसप्लांट कराने के तुरंत बाद संक्रमण का खतरा अधिक रहता है। इसलिए लोगों को इसकी काफी देखभाल करने की सलाह दी जाती है।
5. अल्सर हो सकता है
हेयर ट्रांसप्लांट से बालों की जड़े डैमेज हो जाती हैं। सिर की त्वचा अंदर तक धंस जाती है। इससे अल्सर हो सकता है। अगर अल्सर की संभावना हो तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं नहीं तो यह विकराल रूप ले लेगा और आपको काफी समस्या हो सकती है। डॉक्टर भी यही सुझाव देते हैं कि ट्रीटमेंट के बाद हल्का भी साइड इफेक्ट्स हो तो चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए।
6. अंग हो सकते हैं प्रभावित
हेयर ट्रांसप्लांटेशन में शरीर के जिस अंग से बालों की जड़ें निकालकर सिर पर लगाई जाती है। वो अंग प्रभावित होता है। ऐसे अंगों में सुन्न होने की समस्या आ जाती है। यह काफी दिनों तक रह सकता है। यदि लंबे समय तक समस्या दूर नहीं होती है तो डॉक्टर से मिले।
7. सिर से खून निकलता है
हेयर ट्रांसप्लांटेशन के कारण सिर से खून निकलता है, जहां बाल को लगाया जाता है। 100 में एक मामले में यह समस्या आती है। कुछ मामलों में यह कुछ दिन के बाद खून निकलना बंद हो जाता है। यदि आपमें भी इसी प्रकार की समस्या आ रही है तो एक्सपर्ट से सुझाव लेना चाहिए।
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इस बीमारी से ग्रसित लोगों को नहीं कराना चाहिए हेयर ट्रांसप्लांट
1. अगर आपको एलर्जी है तो नहीं कराएं हेयर ट्रांसप्लांट
हेयर ट्रांसप्लांट के दौरान मरीज को कई तरह के कॉप्लिकेशन हो सकते हैं। सिर के भाग को सुन्न करने के लिए एनेस्थीसिया व बाल लगाने से हुए जख्म को सुखाने के लिए कई दवाएं दी जाती हैं। इन सभी दवा से एलर्जी वाले मरीज को नुकसान पहुंच सकता है। इसलिए एलर्जी समस्या वाले लोगों को हेयर ट्रांसप्लांट नहीं कराना चाहिए।
2. मेटाबॉलिक डिसऑर्डर के लिए खतरनाक
बाल लगाते समय हेयर ग्राफ्टिंग करनी होती है। यह मेटाबॉलिक डिसऑर्डर के लिए खतरनाक होता है। क्योंकि ग्राफ्टिंग की प्रक्रिया में मरीज छह से सात घंटे बेहोश रहते हैं। इसलिए ऐसे मरीजों को हेयर ट्रांसप्लांट नहीं कराना चाहिए।
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3. डायबिटीज और हाई बीपी के मरीज इसे कराने से बचें
हेयर ट्रांसप्लांट के लिए एनेस्थीसिया दिया जाता है। एनेस्थीसिया डायबिटीज और हाई बीपी वाले मरीजों के लिए खतरनाक होता है। इसलिए इन दोनों बीमारियों से ग्रसित लोगों को हेयर ट्रांसप्लांट नहीं कराना चाहिए।
4. हार्ट की बीमारी है तो नहीं कराएं हेयर ट्रांसप्लांट
ऐसे मरीज जिसे हार्ट की बीमारी है या पेसमेकर लगाया है वहार्ट में कोई आर्टिफिशियल उपकरण लगा है तो उन्हें ट्रांसप्लांट नहीं कराना चाहिए, क्योंकि बाल लगाने के लिए बेहोशी किया जाता है। ज्यादा देर बेहोश रहना हार्ट के मरीजों के लिए नुकसानदेह है। इसलिए हार्ट के मरीजों को हेयर ट्रांसप्लांट नहीं कराना चाहिए।
हमेशा एक्सपर्ट की सलाह लेकर ही कराएं ट्रीटमेंट
वैसे पुरुष हो या महिलाएं सभी अपने हेयर ट्रांसप्लांट करा सकते हैं। यदि आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं या फिर आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम है व एलर्जी होने की संभावना अधिक रहती है तो इन तमाम बिंदुओं पर अपने डॉक्टर से आपको बात करना चाहिए। उसके बाद ही ट्रीटमेंट की ओर कदम उठाना चाहिए। इस ट्रीटमेंट के बाद बालों की काफी देखभाल की जरूरत पड़ती है।
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