
बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य के लिए कितना नुकसानदायक या कितना सही हो सकता है एनेस्थीसिया का डोज, जानें शोध में क्या आया सामने।
एनेस्थीसिया सर्जरी के दौरान होने वाली किसी भी तरह के दर्द को महसूस करने से रोकने का उपचारर है। अक्सर किसी सर्जरी या ऑपरेशन के दौरान रोगी को दर्द के दौर से गुजरना पड़ता है, जिसके लिए एनेस्थीरिया के उपचार को दिया जाता है। इसके लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवाओं को एनेस्थेटिक्स कहा जाता है। इसकी दवाएं शरीर के हिस्सों को सुन्न करने का काम करती है और रोगी को नींद महसूस हो सकती है। लेकिन क्या ये बच्चों के लिए सही है?
एनेस्थीसिया को लेकर विश्वभर में विश्व एनेस्थीसिया दिवस हर साल 16 अक्टूबर को बनाया जाता है, इस मौके पर हम आपको बच्चों पर एनेस्थीसिया डोज का इस्तेमाल से होने वाले खतरों के बारे में जानकारी देने का काम कर रहे हैं।
क्या कहता है अध्ययन
बच्चों पर एनेस्थीसिया डोज के इस्तेमाल वाले इस विषय पर कई अध्ययनों ने सुझाव दिया था कि इस तरह की दवाओं से बच्चों के व्यवहार और अक्षमताओं को खतरा बढ़ता है। लेकिन ये उन बच्चों के लिए हो सकता है जिन बच्चों को बार-बार इस दवा के संपर्क में आना होता है।
बच्चों पर कैसे पड़ता है एनेस्थीसिया का बुरा असर
ऑस्ट्रेलिया में करीब 2, 900 बच्चों पर इस विषय पर शोध किया गया था, जिसमें 321 बच्चों में चिकित्सा प्रक्रिया थी। वहीं, 2, 287 बच्चे इस दवा के संपर्क में नहीं थे। इसके साथ ही शोधकर्ताओं ने परीक्षण किया कि 10 साल के बच्चों में भाषा सीखने, सोच और याददाश्त बेहतर की क्षमता थी। इसके लिए डॉक्टरों ने उनके व्यवहार और अवसाद जैसी किसी भी समस्या के बारे में सवाल पूछे। लेकिन जिन बच्चों को 3 साल की उम्र से पहले एनेस्थीरिया का डोज दिया गया था, उनमें दूसरे बच्चों की तुलना में जो 10 साल के थे उनमें कई मानसिक गतिविधियों में समस्याएं आई। जैसे याददाश्त कम होना, सोचने की क्षमता कम रखना और भाषा में परेशानी होना। इसलिए शोधकर्ताओं का कहना था कि जिन बच्चों को जीवन में किसी भी सर्जरी से गुजरने की जरूरत होती है उनके बच्चों को मस्तिष्क के विकास को चोट लग सकती है। लेकिन इस पर शोधकर्ताओं का कहना था कि इसके लिए अभी और शोध की जरूरत है।
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कितने प्रकार के होते हैं एनेस्थीसिया
लोकल एनेस्थीसिया: लोकल एनेस्थीसिया का उपचार शरीर के किसी एक छोटे से हिस्से में किया जाता है, जो सिर्फ उसी प्रभावित हिस्से को सुन्न करता है।
रिजनल एनेस्थीसिया: इस एनेस्थीसिया में आपके शरीर के एक बड़े हिस्से में दर्द को रोका जाता है, जैसे कि किसी एक अंग या आपकी छाती के नीचे के कुछ हिस्से।
जनरल एनेस्थीसिया: सामान्य एनेस्थीसिया की मदद से रोगी को दर्द और अन्य उत्तेजनाओं के लिए बेहोश किया जाता है। इसमें सिर, पेट की सर्जरी शामिल होती है।
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एनेस्थीसिया का डोज कौन देता है?
अक्सर एनेस्थीसिया का डोज ज्यादातर हर तरह के सर्जरी में दिया जाता है, जिसमें दांत निकालने से लेकर बड़ी सर्जरी तक। जिसमें शरीर के प्रभावित हिस्से को सुन्न करने की जरूरत होती है। इसके लिए चिकित्सक एनेस्थेसियोलॉजिस्ट द्वारा डोज को दिया जाता है। इसके लिए डॉक्टर सर्जरी से पहले, दौरान और बाद में आपके दर्द का प्रबंधन करता है। बच्चों हो या बड़े हर किसी के मामले में एनेस्थीसिया का डोज काफी एक्सपर्ट डॉक्टर द्वारा दिया जाता है। इसके साथ ही एनेस्थीसिया देने वाले डॉक्टर को ये भी देखना होता है कि बच्चे को किस मात्रा का डोज देना चाहिए जो उन्हें किसी भी प्रकार के नुकसान से दूर रख सकें।
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