रोटावायरस (Rotavirus) एक संक्रामक वायरस है जो मतली और दस्त जैसी समस्याओं का कारण बनता है, ये वैसे तो किसी को भी अपना शिकार बना सकता है। लेकिन बच्चों में इसका प्रकोप आसानी से रहता है। इस वायरस से पीड़ित मरीज या बच्चे को दस्त और उल्टी के कारण शरीर में पानी की कमी हो सकती है। इस स्थिति में किसी भी रोगी को चिकित्सक मदद लेनी जरूरी हो जाती है। इसके साथ ही इस वायरस में ये खासियत है कि ये किसी भी बच्चे को एक बार से ज्यादा बार शिकार बना सकती है। लेकिन इससे बचाव के लिए बच्चों को रोटावायरस का टीका लगाया जाता है जो इस वायरस को मारने में हमारी मदद करता है। हम इस लेख में बताएंगे कि बच्चों को रोटावायरस (Rotavirus) किन कारणों से होता है और बच्चों को कैसे इस वायरस के प्रकोप से बचाया जा सकता है।
बच्चों में रोटावायरस का क्या कारण है?
रोटावायरस (Rotavirus) ऐसा वायरस है जो दूसरे वायरस की तरह मुंह द्वारा तेजी से फैलता है। बच्चों को रोटावायरस आसानी से अपना शिकार बनाता है क्योंकि बच्चे अक्सर अपने सफाई पर ध्यान नहीं दे पाते, जिस कारण उनके हाथ और हथेली पर कई प्रकार के बैक्टीरिया होते हैं। जिससे वो आसानी से बच्चों के मुंह द्वारा शरीर में घूस जाते हैं। इसके अलावा ये दूषित भोजन या पानी पीने या खाने के कारण भी हो सकता है। रोटावायरस लंबे समय तक बच्चों के खिलौने और घर की वस्तुओं जैसी सतहों पर रह सकता है।
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किन बच्चों को होता है रोटावायरस का ज्यादा खतरा
रोटावायरस का खतरा बच्चों में वैसे तो लंबे समय तक देखा जा सकता है, लेकिन ज्यादातर बच्चों में इसे जन्म के बाद 3 महीने से लेकर करीब 3 साल तक देखा जा सकता है। इसके अलावा बारिश के दौरान और गर्मी के दिनों में बच्चों में इस संक्रमण के फैलने का ज्यादा खतरा होता है। इसलिए जिन बच्चों को बाहर खेलने और उन्हीं हाथों से खाने की आदत होती है उन बच्चों को अक्सर इस वायरस से बचाना जरूरी होता है।
बच्चों में रोटावायरस का खतरा
- उल्टी और दस्त।
- लगातार पेट में तेज दर्द होना।
- पेट दर्द के साथ बुखार के हल्के लक्षण।
- मुंह में सूखापन।
- आंखों में सूजन और थकावट।
- पेशाब में बदलाव होना।
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बच्चों में रोटावायरस को कैसे रोका जा सकता है
- रोटावायरस के कारण आपके बच्चे के स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर होता है, जिसके कारण आप अपने बच्चे के स्वास्थ्य को ठीक करने के लिए काफी परेशान हो सकते हैं। इससे अच्छा है कि आप अपने बच्चों को इस वायरस से बचाकर ही रखें। रोटावायरस जैसी गंभीर रोग से बचने के लिए आप इन बचाव के तरीकों को अपना सकते हैं।
- बच्चों पर इस्तेमाल किए जाने वाले डायपर आपके बच्चों को कई प्रकार के वायरस के संपर्क में ला सकते हैं। आप अपने बच्चों के डायपर को नियमित रूप से बदलें और गंदे डायपर को कूड़े में डालें और बच्चों को उससे दूर रखें।
- बच्चों को छूने या फिर उनकी देखभाल के लिए आप सबसे पहले अपने हाथों को साबुन और पानी के साथ करीब 20 सेकेंड तक धोएं। फिर तौलिए से सूखाकर ही बच्चों को छूएं।
- रोटावायर की तरह ही कई ऐसे वायरस हैं जो लंबे समय तक कठोर सतहों पर रह सकते हैं, इसलिए जरूरी है कि आप एक कीटाणुनाशक के साथ उन सतहों को साफ करें।