पूरी दुनिया में लगभग 200 देश हैं और ये सारे देश वर्ल्ड हेल्थ डे मना रहे हैं और पर्यावरण को साफ सुथरा रखने के वादे भी कर रहे हैं। लेकिन क्या केवल एक दिन ऐसा सोचने से हमारे आसपास का वातावरण हेल्दी हो पायेगा? इसका जवाब यही है - बिलकुल नहीं। विश्व स्वास्थ्य संगठन की मानें तो पूरी दुनिया में 102 प्रमुख बीमारियां है, जिसमें 85 बीमारियों का कारण प्रदूषित वातावरण है।
इन प्रमुख बीमारियों में - मलेरिया, कैंसर के कुछ प्रकार, पेट संबंधित बीमारी और सांस का संक्रमण प्रमुख है। पर्यावरण विशेषज्ञों की मानें तो वातावरण में फैल रहे प्रदूषण के कारण समूची मानव जाति प्रभावित हो रही है। अगर इसपर समय रहते रोक न लगाई गई तो इसके और भी हानिकारक प्रभाव होंगे। इस लेख में विस्तार से जानें कैसे पर्यावरण हमारी सेहत को प्रभावित कर रहा है।
वायु प्रदूषण
जीने के लिए सांस लेना बहुत जरूरी है, बिना सांस लिये जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। लेकिन हमारे आसपास जो हवा मौजूद है वह पूरी तरह से प्रदूषित है। इसके कारण ही सांस संबंधित बीमारियां जैसे - अस्थमा आदि के होने की संभावना बढ़ रही है। हवा में मौजूद कार्बन मोनोऑक्साइड जहर की तरह है। इसलिए कोशिश करें कि जब भी बाहर निकलें अच्छी गुणवत्ता वाला मास्क जरूर पहनें।
पानी की गुणवत्ता
दिखने में पानी भले ही साफ दिखता हो लेकिन वह स्वच्छ नहीं होता है। साफ पानी के लिए डब्ल्यूएचओ ने मानक तैयार किए हैं, इसके अनुसार 100 से 150 स्तर के टीडीएस वाला पानी साफ होता है। आपके घर में आरओ (रिवर्स ऑसमोसिस) या यूवी सिस्टम है तो उसकी भी जांच करायें। अगर आपको लगता है कि आप जो मिनरल वॉटर या सप्लाई किये हुए पानी को पी रहे हैं और वह पूरी तरह से शुद्ध है तो आप गलत हैं, इसमें भी शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले जीवाणु गायर्डिया (Giardia) होते हैं। पानी को साफ करने वाली कंपनियां नदियों, नालों, भूमिगत स्रोतों, आदि जगह से पानी लेकर उसे साफ करने के लिए उसमें कोएगुलेंट (coagulants) केमिकल डालती हैं। यह केमिकल पानी में मौजूद गंदी को पानी के तल पर पहुंचा देता है, लेकिन यह सेहत के लिए नुकसानदेह है।
खतरनाक अपशिष्ट पदार्थ
हमारे आसपास जमा गंदगी और कूड़े के कारण वातावरण हमारे लिए जानेलवा हो सकता है। वर्तमान में सबसे ज्यादा प्रयोग किया जाने वाला प्लास्टिक बहुत हानिकारक है। कई शोधों में यह बात साबित हुई कि अगर हमारे आसपास का माहौल प्रदूषण युक्त है तो इसके कारण कई बीमारियां होती हैं। गर्भवती महिला से उसके बच्चे पर भी इस प्रदूषण का असर होता है।
पोषण की कमी
शरीर को स्वस्थ और ऊर्जावान रखने के लिए पौष्टिक आहार का सेवन जरूरी है। लेकिन अगर आप गंदे माहौल में पौष्टिक आहार का सेवन कर रहे हैं तो यह आपके स्वास्थ्य पर बुरा असर डालता है। इसलिए सफाई का विशेष ध्यान रखें। स्वस्थ आहार का सेवन करके आप कैंसर, डायबिटीज, कॉर्डियोवस्कुलर बीमारियां, आदि से बचाव कर सकते हैं।
प्राकृतिक आपदा
प्रकृति जो हमारे ऊपर कहर ढाता है उसका असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है, हम खुद ही प्रकृति के दुश्मन हो गये हैं। प्राकृतिक आपदा के कारण हवा की गुणवत्ता पर असर पड़ता है, पानी की गुणवत्ता प्रभावित होती है और साथ ही यह वन्य जीवों को भी प्रभावित करता है।
इसलिए आज के दिन आप यह शपथ लें कि हम अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए आसपास के माहौल को प्रदूषित नहीं करेंगे और हमारे आसपास रहने वाले लोगों को भी बीमारी से मुक्त रखेंगे।
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