आजकल बालों का झड़ना, बालों का पतला होना, डैंड्रफ, बालों का असमय सफेद होना और स्कैल्प पर ड्राईनेस जैसी समस्याएं लगभग हर उम्र के लोगों को प्रभावित कर रही हैं। ये समस्याएं न केवल हमारी सुंदरता को प्रभावित करती हैं, बल्कि आत्मविश्वास पर भी असर डालती हैं। बालों के झड़ने की मुख्य वजहों में हार्मोनल बदलाव, तनाव, खानपान की कमी, केमिकल प्रोडक्ट्स का अधिक उपयोग और सही देखभाल न करना शामिल हैं। आजकल लोग घने और हेल्दी बाल पाने के लिए बाजार में मिलने वाले महंगे प्रोडक्ट्स और केमिकल ट्रीटमेंट का सहारा लेते हैं, लेकिन कई बार इनके साइड इफेक्ट्स भी देखने को मिलते हैं। आयुर्वेद में बालों की देखभाल के लिए कई प्राकृतिक और सुरक्षित उपाय बताए गए हैं, जिनसे बालों की जड़ों को पोषण मिलता है और बालों की ग्रोथ भी बेहतर होती है। इस लेख में आयुर्वेदिक डॉक्टर विनती से जानिए, बालों को घना बनाने के आयुर्वेदिक उपाय क्या हैं?
बालों को घना बनाने के आयुर्वेदिक उपाय
1. शिरो अभ्यंग
शिरो अभ्यंग यानी सिर की मालिश, बालों के विकास को बढ़ावा देने में सहायक मानी जाती है। आयुर्वेद में, भृंगराज और आंवला जैसे हर्बल तेलों का उपयोग सिर की मालिश के लिए किया जाता है, जो बालों को पोषण देने के साथ-साथ जड़ों को भी मजबूत बनाते हैं। हफ्ते में 2-3 बार भृंगराज या आंवला तेल से हल्के हाथों से सिर की मालिश करें। इससे बालों की जड़ों को पोषण मिलेगा और बालों की ग्रोथ बढ़ेगी।
इसे भी पढ़ें: बालों पर लगाएं नारियल तेल और मेथी के बीजों से बना होममेड ऑयल, रूखे बालों से मिलेगा छुटकारा
2. शिरोधारा
शिरोधारा एक पारंपरिक आयुर्वेदिक उपचार है, जिसमें तेल को धीरे-धीरे माथे पर डाला जाता है। यह न केवल मानसिक शांति देता है बल्कि बालों की जड़ों को भी मजबूत बनाता है। एक आयुर्वेदिक चिकित्सक के मार्गदर्शन में, इस थेरेपी का लाभ उठाएं। यह खासकर उन लोगों के लिए फायदेमंद है जिनके बाल तनाव के कारण झड़ रहे हैं।
3. शिरोलेप हेयर मास्क
शिरोलेप मास्क एक पोषक तत्वों से भरपूर हेयर मास्क है, जिसमें नीम, गुड़हल और मेथी जैसे जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल होता है। ये सभी बालों की कंडीशनिंग और उन्हें रिजुविनेट करने में सहायक हैं। नीम, गुड़हल और मेथी के पत्तों का पाउडर बनाकर उसमें पानी मिलाएं और इसे बालों में लगाकर 30 मिनट तक छोड़ दें। फिर बालों को हल्के शैंपू से धो लें।
इसे भी पढ़ें: बाल झड़ने की समस्या में जरूर खाएं सीड्स से बनी ये बायोटिन मिक्स रेसिपी, जानें बनाने का तरीका
4. नस्य कर्म
नस्य कर्म एक आयुर्वेदिक नाक संबंधी उपचार है, जिसमें अणु तेल का उपयोग किया जाता है। यह उपचार शरीर के दोषों को संतुलित करता है और बालों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है। रोज सुबह अणु तेल की 2-3 बूंदें नाक में डालें। यह बालों की जड़ों तक पोषण पहुंचाने में सहायक होता है।
5. आयुर्वेदिक हेयर क्लींजर
केमिकल शैंपू के बजाय आयुर्वेदिक हेयर क्लींजर का इस्तेमाल करें, जैसे भृंगराज, रीठा और शिकाकाई। ये बालों को बिना किसी नुकसान के साफ करते हैं और उन्हें स्वस्थ बनाए रखते हैं। रीठा, शिकाकाई और भृंगराज के पाउडर को पानी में भिगोकर एक पेस्ट बना लें और बालों में शैंपू की तरह उपयोग करें।
निष्कर्ष
बालों को घना और मजबूत बनाने के लिए प्राकृतिक उपायों को अपनाना सबसे अच्छा तरीका है। आयुर्वेद के अनुसार, शिरो अभ्यंग, शिरोधारा, शिरोलेप, नस्य कर्म और आयुर्वेदिक क्लींजर जैसे उपाय बालों को पोषण देने और उनकी ग्रोथ बढ़ाने में सहायक होते हैं। केमिकल प्रोडक्ट्स से दूर रहकर इन आयुर्वेदिक उपायों को अपनाने से न केवल आपके बाल स्वस्थ और घने होंगे बल्कि इनका प्रभाव लंबे समय तक बना रहेगा।
View this post on Instagram
All Images Credit- Freepik
Read Next
मुलायम और चमकदार बाल पाना चाहते हैं, तो फॉलो करें जावेद हबीब का बताया ये खास हेयरकेयर रूटीन
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version