आज के समय में तेजी से बदलती लाइफस्टाइल के साथ तनाव, खान-पान में पोषक तत्वों की कमी, प्रदूषण और केमिकल युक्त प्रोडक्ट्स का सेहत के साथ-साथ बालों पर भी बुरा प्रभाव पड़ रहा है। पहले जहां उम्र बढ़ने के साथ बाल सफेद होते थे, वहीं आजकल कम उम्र में ही युवाओं के बाल बाल सफेद, पतले और कमजोर होने लगे हैं। बालों का झड़ना, रूसी, स्प्लिट एंड्स और बालों में रूखापन जैसी समस्याएं हर उम्र के लोगों को परेशान कर रही हैं, जिससे बालों की ग्रोथ भी रुक जाती है। बालों की समस्याएं सिर्फ शारीरिक नहीं होतीं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर डालती हैं, जिससे आत्मविश्वास में कमी आ सकती है। कई लोग इन समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए महंगे प्रोडक्ट्स और ट्रीटमेंट्स का सहारा लेते हैं, जिनका ज्यादा फायदा नहीं होता है। लेकिन आयुर्वेद में कई ऐसे उपाय बताए गए हैं, जिनसे बालों की समस्या को कम किया जा सकता है। इस लेख में आयुर्वेदिक डॉक्टर रॉबिन शर्मा बालों के लिए गुड़हल के फूलों का उपयोग बता रहे हैं, जिसके इस्तेमाल से बालों की समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है।
बालों के लिए गुड़हल के फूल
आयुर्वेद के अनुसार, गुड़हल के फूल बालों के लिए लाभकारी होते हैं। इन फूलों का इस्तेमाल बालों की जड़ों को मजबूत बनाने, बालों का गिरना रोकने और बालों को हेल्दी बनाने के लिए किया जा सकता है। गुड़हल के फूल में ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो बालों की जड़ों में गहराई से जाकर उन्हें पोषण देते हैं। बालों की दिक्कतों को दूर करने के लिए गुड़हल के फूलों के साथ मेंहदी के पत्ते, अमरबेल, नारियल का तेल या तिल का तेल इस्तेमाल करें।
गुड़हल, मेंहदी और अमरबेल का तेल
इस नुस्खे को तैयार करने के लिए आपको सूखे गुड़हल के फूल के पाउडर में मेंहदी के पत्ते और अमरबेल मिलाने की जरूरत होगी। इन चीजों को मिलाकर तिल के तेल या नारियल के तेल में पकाएं और फिर इसे छान लें। इस तेल की मालिश नियमित रूप से करने से बालों की समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है। गुड़हल के फूलों में अमीनो एसिड, विटामिन सी और अन्य एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो बालों की जड़ों को पोषक तत्व प्रदान करते हैं। यदि आपको सूखे गुड़हल के फूल नहीं मिलते हैं, तो आप ताजे फूलों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
1. मेंहदी के पत्तों के फायदे
मेंहदी के पत्तों में एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो बालों में रूसी को खत्म करने में सहायक होते हैं। मेंहदी बालों में प्राकृतिक रंग भी प्रदान करती है और बालों की मजबूती बढ़ाती है। मेंहदी के पत्तों को गुड़हल के फूलों के साथ मिलाकर बालों पर लगाने से बालों में नमी बनी रहती है, जिससे बालों का रूखापन दूर होता है।
इसे भी पढ़ें: ड्राई स्कैल्प की वजह से सिर में हो रही है खुजली, तो आजमाएं ये 5 नेचुरल तरीके, मिलेगा आराम
2. अमरबेल के फायदे
अमरबेल एक जड़ी बूटी है जो बालों की जड़ों को पोषण प्रदान करती है और बालों की ग्रोथ को बढ़ाती है। आयुर्वेद में इसे बालों के लिए वरदान माना गया है। अमरबेल के तत्व बालों को जड़ से मजबूत बनाते हैं और उन्हें टूटने से बचाते हैं। गुड़हल के साथ अमरबेल का इस्तेमाल बालों के झड़ने की समस्या को दूर करने में सहायक है।
इसे भी पढ़ें: शैंपू करने के बाद बाल हो जाते हैं रूखे? इस समस्या से राहत के लिए अपनाएं ये 5 उपाय
3. तिल के तेल के गुण
तिल का तेल बालों के लिए फायदेमंद होता है। इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व बालों को गहराई से पोषण देते हैं और उन्हें मुलायम बनाते हैं। तिल के तेल में गुड़हल और अन्य जड़ी-बूटियों को पकाने से इसकी प्रभावशीलता बढ़ जाती है। यह बालों में शाइन और मजबूती लाता है, जिससे बाल लंबे समय तक हेल्दी रहते हैं।
4. नारियल के तेल के गुण
नारियल का तेल बालों की सेहत को बनाए रखने में मदद करता है। यह बालों की जड़ों को मजबूत बनाता है और बालों को मुलायम और चमकदार बनाता है। गुड़हल के फूल के साथ नारियल का तेल मिलाकर बालों पर लगाने से बालों में नमी बनी रहती है और बाल घने दिखते हैं।
7. गुड़हल के फूल के फायदे
गुड़हल के फूलों में पाए जाने वाले तत्व बालों के झड़ने की समस्या को कम करने में मदद करते हैं। गुड़हल बालों में नमी बनाए रखने में सहायक होता है और बालों को घना, सॉफ्ट और शाइनी बनाता है। इसके नियमित इस्तेमाल से बालों की सेहत में सुधार आता है।
निष्कर्ष
इस आयुर्वेदिक उपाय को अपनाकर आप बालों की कई समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं। आयुर्वेद में प्राकृतिक जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल बालों की हेल्थ के लिए लाभकारी होता है। इस प्रकार के नुस्खे न केवल असरदार होते हैं बल्कि किसी भी तरह के केमिकल से मुक्त होने के कारण बालों के लिए सुरक्षित भी होते हैं।
View this post on Instagram
All Images Credit- Freepik