
टंग टाई (Tongue Tie) बच्चों में पाई जाने वाली एक ऐसी स्थिति होती है जो बच्चों की जीभ की गतिविधि को बिल्कुल सीमित कर देती है। यह बच्चे के जन्म से ही पाई जाती है और इस स्थिति में जीभ का तंतु (फ्रेनुलम) इतना छोटा होता है कि वह जीभ को मुंह के तले से बांध देता है। जिसकी वजह से वह ज्यादा ऊपर नहीं उठ पाती व इस कारण जीभ अधिक हिल भी नहीं पाती। इस स्थिति के कारण ब्रेस्ट फीडिंग, बोलते और खाना खाते समय बच्चों को बहुत दिक्कत होती है। टंग टाई (Tongue Tie) स्थिति का उपचार किया जा सकता है और अगर इसे जल्द से जल्द पहचान लिया जाता है तो इसका इलाज भी जल्दी व आसानी से संभव है। डॉक्टर अमित गुप्ता, सीनियर कंसलटेंट, बाल रोग विशेषज्ञ और नियोनाटोलॉजिस्ट, मदरहुड हॉस्पिटल नोएडा के अनुसार टंग टाई (Tongue Tie) की समस्या अधिकतर लड़कों में मिलती है और इसके होने की संभावना का अनुपात लगभग पांच से 10% होता है। तंतु के छोटे होने की वजह से बच्चे को र, ल, ड, ट, त जैसे शब्दों को बोलने में काफी कठिनाई होती है।

टंग टाई के लक्षण- Symptoms of Tongue Tie
- -जीभ के नीचे एक मोटा या पतला वर्टिकल स्किन का टुकड़ा दिखाई देना।
- -मुंह खोलने के बाद भी जीभ बाहर न निकाल पाना।
- -जीभ और ऊपर की ओर न ले कर जा पाना।
- -जीभ साइड में न कर पाना।
- -जीभ का आकार असामान्य होना और दिल की या वी या फ्लैट शेप की जीभ दिखना।
- -अगर यह स्थिति और अधिक गंभीर होगी और बच्चे की जीभ में ज्यादा खिंचाव होगा तो वह दूध पीते समय अच्छी पकड़ नहीं बना पाएगा।
दूध पीते बच्चे में लक्षण-tongue-tie symptoms in babies
- -बार बार निप्पल को पकड़ना और छोड़ना
- -दूध पीते समय क्लिकिंग साउंड आना।
- -बच्चे का वजन न बढ़ पाना।
- -वजन का कम हो जाना।
- -अधिक जल्दी थक जाना और दूध पीते पीते ही सो जाना।
- -दूध पिलाते समय निप्पल में दर्द होना।
- -बच्चे को दूध पिला देने के बाद पिंच निप्पल मिलना।
- -कम दूध आना।
- -अगर बच्चा बॉटल से दूध पीता है
- -बहुत सी हवा को अंदर ले जाना।
- -बहुत जल्दी थक जाना।
- -मुंह के आस पास दूध को गिरा देना।
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बच्चों में टंग टाई होने के कारण -Causes of tongue tie
बच्चों में टंग टाई (Tongue Tie) होने का सही कारण तो पता नहीं चल सका है लेकिन इसे जेनेटिक भी माना जा सकता है क्योंकि आम तौर पर उन्हीं बच्चों को यह स्थिति देखने को मिलती है जिनके माता पिता को यह हो चुकी हो। कई बार बच्चों में बिना जेनेटिक हिस्ट्री के भी अपने आप ही यह स्थिति हो जाती है। इसके कोई रिस्क फैक्टर्स भी नहीं होते है।
उपचार (Treatment for Tongue Tie)
फ्रेनुलो प्लास्टी (Frenuloplasty)
यह प्रक्रिया ऊपर लिखित प्रक्रिया से जटिल होती है और उन बच्चों में की जाती है जिनका तंतु (फ्रेनुलम) मोटा होता हैं। इस प्रक्रिया के दौरान बच्चे को बेहोशी की दवाई दे दी जाती है और फिर सर्जरी की जाती है। इसके बाद बच्चे को एक दिन के लिए अस्पताल में रखा जा सकता है और धीरे धीरे घाव भर दिए जाते हैं।
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फ्रेनोटॉमी (Frenotomy)
इस तरीके को बच्चे के जन्म के बाद या बाद में अस्पताल में ला कर किया जा सकता है और इसमें बच्चे के छोटे तंतु को एक केंची की मदद से काट दिया जाता है। यह प्रक्रिया बहुत आसान होती है और इसमें केवल खून की कुछ ही बूंदें गिरती हैं। इसके बाद बच्चे को दर्द से मुक्ति दिलाने के लिए बच्चे को मां का दूध पिलाया जाता है।
बच्चे को टंग टाई की वजह से परेशानी (Complications)
बच्चे को इस स्थिति से बहुत अधिक परेशानी हो सकती है क्योंकि उसे बोलने, दूध पीने और जीभ को हिलाने तक में तकलीफ होती है इसलिए अगर आप इसे समय से ही पहचान लेते हैं तो अपने बच्चे को डॉक्टर के पास ले जाने में जरा भी समय न लगाएं और इस प्रकार की समस्या से उसे मुक्ति दिलवा दें।
इस समस्या की दर बहुत कम है। अगर बच्चे को थोड़ी बहुत टंग टाई की समस्या होगी तो वह बड़े होने के साथ साथ खुद ही ठीक हो जाएगी।
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