Tips To Prevent Your Newborn From Falling Sick: नवजात बच्चें की देखभाल करना काफी मुश्किल टास्क है। 12 महीने तक के शिशुओं के लिए हर मौसम नया होता है, जिसमें उनके बीमारी होने की संभावना ज्यादा होती है। कुछ पेरेंट्स अक्सर ही अपने नवजात शिशुओं के बार-बार बीमार होने के कारण परेशान रहते हैं। शिशुओं की इम्यूनिटी काफी कमजोर होती है, जिस कारण वायरल इंफेक्शन या मौसम में थोड़े से बदलाव के कारण वे बीमार पड़ जाते हैं। मां का दूध पीने से शिशु की इम्यूनिटी मजबूत रहती है, जो 6 महीने की उम्र के बाद- धीरे-धीरे कमजोर होने लगती है। ऐसे में माता-पिता को उनके स्वास्थ्य के प्रति ज्यादा सतर्कता बरतनें की जरूरत होती है। अगर आप भी अपने शिशु को बार-बार बीमार होने से बचाना चाहते (Tips To Protect Baby From Falling Sick) हैं तो आइए नेचुरोपैथी स्पेशलिस्ट डॉ. निताशा गुप्ता से जानते हैं शिशुओं को बार-बार बीमार होने से कैसे बचाएं?
शिशुओं को बीमार होने से कैसे बचाएं? - How To Prevent Babies From Getting Sick in Hindi?
1. शिशु अगर लड़का है तो बहुत जरूरी है बच्चे की पेशाब की नली को रोज खोलकर साफ करें, तेल लगाएं, पानी की धार बनाकर सफाई करें। सफाई न करने से शिशु के पेशाब की नली चिपक जाती है, जो ऑपरेशन से ही खुलती है।
2. शिशु को नहलाते समय सीधे सिर पर पानी न डाले, बल्कि सिर पर हाथ रखें और फिर सिर धोएं। बच्चे का तालू कमजोर होता है, ऐसे में सीधे सिर पर पानी डालने से बच्चे को निमोनिया होने का जोखिम रहता है।
3. बच्चे को नहलाने का पानी गर्मी के मौसम में भी ठंडा न रखें, बल्कि उसमें हल्का गर्म पानी जरूर मिलाएं और नहलाने से पहले शिशु की मालिश जरूर करें। मालिश करने के बाद बच्चे को नहलाने से बच्चे की मांसपेशियां मजबूत होती है।
इसे भी पढ़ें- बच्चों में क्यों होता है पैराइंफ्लुएंजा वायरल इंफेक्शन? डॉक्टर से जानें इसके कारण और इलाज
4. शिशुओं को नॉर्मल तकिया देने से बचें और उन्हें हमेशा उनके लिए तैयार किए गए स्पेशल सरसों या राई के तकिए पर ही सुलाएं। राई या सरसों के तकिए पर बच्चे का सिर रखने से उनका सिर गोल रहता है और आम तकिया इस्तेमाल करने से बच्चों का सिर एक तरफ चिपटा रह सकता है।
5. इस बात को सुनिश्चित करें कि शिशु एक दिन में 8 से 10 बार बाथरूम न करें तो समझ लें इस चीज तो नजरअंदाज न करें। शिशु के यूरिन कम पास करने का मतलब हो सकता है कि वो डिहाइड्रेटेड हो। शिशुओं के यूरिन और पॉटी से ही उनके स्वास्थ्य के बारे में काफी कुछ पता लगाया जा सकता है।
View this post on Instagram
अपने शिशुओं की देखभाल के लिए इन टिप्स को फॉलो करें और किसी भी तरह की समस्या होने पर डॉक्टर से संपर्क जरूर करें।
Image Credit- Freepik
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version