सर्दियों में हृदय गति का बढ़ना हो सकता है बुरा संकेत, आज ही बदलें ये 5 आदतें

हृदय गति यानी हार्ट रेट का अचानक बढ़ना या घटने लगना दिल के अस्वस्थ होने का एक संकेत है। सर्दियों के मौसम में ठंड लग जाने के कारण या पुराने हृदय रोगियों और उम्रदराज लोगों में हार्ट रेट बढ़ने के मामले ज्यादा देखे गए हैं।
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सर्दियों में हृदय गति का बढ़ना हो सकता है बुरा संकेत, आज ही बदलें ये 5 आदतें


आंकड़े बताते हैं कि सर्दी के मौसम में दिल की बीमारियों के कारण सबसे ज्यादा मौतें होती हैं। दरअसल तापमान में गिरावट के कारण दिल के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। हृदय गति यानी हार्ट रेट का अचानक बढ़ना या घटने लगना दिल के अस्वस्थ होने का एक संकेत है। सर्दियों के मौसम में ठंड लग जाने के कारण या पुराने हृदय रोगियों और उम्रदराज लोगों में हार्ट रेट बढ़ने के मामले ज्यादा देखे गए हैं। ऐसे में अगर आप अपनी जीवनशैली में थोड़ा बहुत बदलाव करके सावधानी नहीं बरतते हैं, तो ये आपके लिेए खतरनाक हो सकता है।

क्या है सामान्य हृदय गति

एक वयस्क व्यक्ति के हृदय की गति आमतौर पर 60 से 100 बीट्स तक हो सकती है। सामान्य हृदय गति यानी नॉर्मल हार्ट रेट कई बातों पर निर्भर करता है इसलिए अगर आपका हार्ट रेट सामान्य से थोड़ा बहुत घटता-बढ़ता है, तो घबराएं नहीं। चक्कर आने, सिर दर्द, छाती में दर्द, जबड़ों में खिंचाव या दर्द, आंखों से धुंधला दिखने जैसी स्थितियों में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। अगर आप अपना हार्ट रेट जांचना चाहते हैं, तो रात को सोते समय बिस्तर पर आराम की अवस्था में अपने दिल की धड़कन की गिनती करें।

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सही और पर्याप्त नींद लें

नींद की कमी से चिंता, तनाव और स्लीपिंग डिसऑर्डर जैसी समस्याएं होती है। जिससे दिल की सेहत पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है इसलिए चिंता और तनाव छोड़ें, ताकि आपको गहरी नींद आए। रोजाना के सोने और जागने का एक निश्चित समय तय करें और 6-8 घंटे की नींद जरूर लें। हमेशा हंसने और मुस्कुराने की आदत डालें। कई शोधों से पता चला है कि अगर रोज 15 मिनट हंसा जाए तो इससे शरीर में रक्त का प्रवाह 22 प्रतिशत तक बढ़ जाता है।

रोजाना थोड़ा एक्सरसाइज करें

रोजाना कम से कम 30 मिनट एक्सरसाइज जरूर करें। इससे दिल और शरीर दोनों स्वस्थ रहते हैं। एक्सरसाइज करने से शरीर की आर्टरीज लचीली बनती हैं। जिससे शरीर में रक्त का प्रवाह बेहतर होता है और दिल को मजबूती मिलती है। इसके लिए जिम जाना ही जरूरी नहीं, रोजाना कुछ देर पैदल चलना, साइकिल चलाना, डांस करना, स्विमिंग करना और योग करना भी काफी होता है।

हेल्दी चीजें ही खाएं

पौष्टिक तत्व से भरपूर आहार लें, इससे शरीर तो स्वस्थ रहता ही है, साथ ही दिल भी सेहतमंद रहता है। ऐसे भोजन से बचें जिनमें ट्रांस फैट अधिक होते हैं। नॉनवेज, नमक, शुगर, चिकनाई तथा जंक फूड का बहुत ज्यादा सेवन न करें। हार्ट प्रॉब्लम्स से बचने के लिए लाइफ स्टाइल को एक्टिव बनाएं। अपने आहार में मौसमी सब्जियां, हरी सब्जियां, नट्स और ड्राई फ्रूट्स, मछली, दूध आदि को शामिल करें और रोजाना थोड़ा वक्त धूप में बिताएं।

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अपना वजन न बढ़ने दें

हार्ट रेट को सही बनाए रखने व हृदय स्वास्थ के लिए अपने वजन को नियंत्रण में रखना बेहद जरूरी होता है। मोटापा दिल से संबंधित कई बीमारियों की वजह बनता है। अपनी लंबाई के हिसाब से अपना वजन नियंत्रित रखें। अपने वजन पर नियमित रूप से नजर बनाए रखें।

सिगरेट और शराब का सेवन छोड़ें

धूम्रपान, एल्कोहल और दूसरे नशे करने से दिल ही नहीं बल्कि शरीर के सभी अंगों पर बुरा प्रभाव पड़ता है। दिल के रोगों को बढ़ाने में ये पदार्थ बड़ी भूमिका निभाते हैं इसलिए इनका सेवन बिल्कुल न करें। अगर आप सिगरेट और शराब की लत नहीं छोड़ पा रहे हैं, तो काउंसलर की मदद लें।

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