थाइराइड कैंसर, कैंसर का ही एक प्रकार है जो कि थाइराइड ग्रंथियों की कोशिकाओं में होता है। यह कैंसर बहुत सामान्य नही हैं, लेकिन इस कैंसर का इलाज संभव है। हम सब में इस कैंसर के बढने की संभावना है, लेकिन इस स्थिति को बढाने वाले कुछ कारक हैं। थाइराइड कैंसर किशोरों और बच्चों की तुलना में 30 साल से ज्यादा उम्र के लोगों में होता है।पुरूषों की तुलना में महिलाओं में थाइराइड कैंसर के बढने का खतरा ज्यादा होता है ( सामान्यत: दो से तीन गुना ज्यादा )।
थाराइड होने के कारण
यदि आपके परिवार में किसी को थाइराइड कैंसर है तो कुछ दुर्लभ सिंड्रोम कई ग्रंथियों में ट्यूमर के कारण होते हैं, ऐसे में आपको थाइराइड कैंसर होने का खतरा बढ जाता है। ऐसे लोग, जिनके परिवार में किसी को थाइराइड कैंसर हुआ हो या कुछ ऐसे सिंड्रोम जो कई ग्रंथियों में ट्यूमर का कारण बनते हैं, उनको भी नियमित रूप से निर्देशों का पालन करना चाहिए।रेडिएशन के संपर्क में आना ( किसी दुर्घटना की वजह से जैसे – न्यूक्लीयर विस्फोट ) या गर्दन की रेडिएशन थेरेपी, थाइराइड कैंसर के खतरे को बढाती हैं।
थाइराइड कैंसर से बचाव
थाइराइड कैंसर से बचने के लिए कोई निश्चित तरीका नही है, लेकिन कुछ कारक ऐसे हैं जिनसे थाइराइड कैंसर बढने के खतरे को कम किया जा सकता है।यदि आपके गर्दन के आसपास ( विशेष रूप से बचपन में ) रेडिएशन थेरेपी से इलाज हुआ हो। तब डॉक्टर के निर्देंशों का पालन करते हुए नियमित रूप से थाइराइड कैंसर की जांच करानी चाहिए। जिन लोगों की जांच के परिणाम सकारात्मक आयें, लेकिन उनमें थायराइड कैंसर का कोई लक्षण नजर न आये, तो वे बीमारी से बचने के लिए थायराइड निकलवाने का रास्ता अपना सकते हैं। सर्जरी के बाद इन मरीजों को अपने पूरे जीवन थायराइड हॉर्मोंस लेने की जरूरत पड़ सकती है।
आपका डॉक्टर आपको नियमित रूप से जांच कराने की सलाह दे सकता है जिसकी आपको जरूरत है।