आयुर्वेद में हमारा शरीर वात, पित्त और कफ से बना होता है। इनमें से प्रत्येक दोष के अपने विशिष्ट गुण होते हैं। जब इनमें से जब कोई दोष असंतुलित होता है, तो शरीर में कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं शुरू होने लगती हैं। आपको बता दें कि वात वह ऊर्जा है, जो शरीर में गति को नियंत्रित करता है। यह मांसपेशियों, ऊतकों और कोशिकाओं की गति के साथ, रक्त के संचलन के लिए भी जिम्मेदार होता है। पित्त दोष की बात करें, तो यह शरीर में पाचन और चयापचय को नियंत्रित करती है। यह भोजन के टूटने और पोषक तत्वों को ऊर्जा में बदलने के लिए जिम्मेदार होता है। पित्त, हार्मोन और एंजाइम के उत्पादन को नियंत्रित करता है। जब शरीर में वात या पित्त दोष बढ़ता है, तो कई तरह बीमारियों के लक्षण नजर आने लगते हैं। रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल, सिरसा के आयुर्वेदिक डॉ. श्रेय शर्मा के अनुसार मानसून में वात और पित्त दोष बढ़ जाता है। खासकर, ज्यादा एक्सरसाइज करने से शरीर में वात और पित्त दोष बढ़ जाता है। इसकी वजह से मानसून में वात और पित्त दोष से जुड़ी बीमारियां होने का जोखिम बढ़ जाता है। आइए, मानसून में वात या पित्त वाले लोगों को एक्सरसाइज करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए-
एक्सरसाइज करने से बढ़ सकता है वात और पित्त दोष
डॉ. श्रेय शर्मा बताते हैं कि सर्दियों में एक्सरसाइज करना सभी प्रकृति के लोगों के लिए अच्छा होता है। लेकिन मानसून में वात और पित्त प्रकृति के लोगों को ज्यादा एक्सरसाइज करने से समस्याएं हो सकती हैं। इस मौसम में ज्यादा एक्सरसाइज करने से शरीर में वात या पित्त बढ़ सकता है। शरीर में पित्त बढ़ने से त्वचा पर रैशेज, जलन या खुजली हो सकती है। वहीं, वात दोष बढ़ने से जोड़ों में दर्द की समस्या हो सकती है।
मानसून में वात और पित्त वाले लोगों एक्सरसाइज करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
डॉ. श्रेया बताते हैं कि वात या पित्त वाले लोगों को मानसून में ज्यादा एक्सरसाइज करने से बचना चाहिए। ज्यादा एक्सरसाइज करने या पसीना बहाने से शरीर में वात या पित्त दोष बढ़ सकता है।
- इस मौसम में वात या पित्त वाले लोगों को किसी भी तरह की एक्सरसाइज ज्यादा करने से बचना चाहिए।
- मानसून में हैवी एक्सरसाइज करने से शरीर में वात या पित्त बढ़ सकता है।
- इस मौसम में वात या पित्त वाले लोगों को हैवी वेट उठाने से बचना चाहिए।
- मानसून में वात या पित्त वाले लोगों को लंबे समय तक एक्सरसाइज बिल्कुल नहीं करना चाहिए।
- मानसून में आपको धूप में एक्सरसाइज करने से बचना चाहिए।
- इस मौसम में दोपहर के समय भी एक्सरसाइज या योग करने से परहेज करना चाहिए।
- मानसून में एक्सरसाइज करने के लिए सुबह या शाम का समय सबसे बेहतर माना जाता है।
- इस मौसम में आपको सिर्फ हल्की एक्सरसाइज करनी चाहिए।
- इस मौसम में आप डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज कर सकते हैं। या फिर प्राणायाम का अभ्यास कर सकते हैं।
- मानसून में एक्सरसाइज के दौरान आपको हाइड्रेट भी जरूर रहना चाहिए। इसलिए पानी पर्याप्त मात्रा में पिएं।
मानसून में वात या पित्त दोष की वजह से होने वाली समस्याओं का जोखिम बढ़ सकता है। इसलिए इस मौसम में आपको ज्यादा देर तक एक्सरसाइज बिल्कुल नहीं करनी चाहिए। अगर आप एक्सरसाइज या योग कर रहे हैं, तो इस स्थिति में एक्सपर्ट की राय जरूर लें।