
आजकल गर्मियां अपनी चरम सीमा पर हैं। ज्यादातर लोग ठंडे पेय पदार्थ पीने का शौक रखते हैं। गर्मी से राहत पाने के लिए कुछ लोग कोल्ड ड्रिंक तो कुछ लोग मैंगू शेक और स्ट्रॉबेरी मिल्कशेक पीना पसंद करते हैं। अगर आप स्ट्रॉबेरी मिल्कशेक पीते हैं तो ऐसे में कुछ बातें जान लेना जरूरी होता है। बच्चों को यह शेक देने से पहले आपको इसके बारे में जान लेना चाहिए। दरअसल, स्ट्रॉबेरी में कई प्रकार के एसिड पाए जाते हैं, जो दूध के साथ मिलकर रिएक्ट भी कर सकते हैं। आइये हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. डिंपल जांगड़ा से जानते हैं स्ट्रॉबेरी मिल्कशेक से जुड़ी कुछ बातें।
कर सकता है रिएक्ट
डॉ. डिंपल के मुताबिक स्ट्रॉबेरी एक प्रकार का सिट्रिक फ्रूट है, जिसमें लगभग 88 प्रतिशत एसिड होता है। कच्चे स्ट्रॉबेरी की तुलना में पक जाने के बाद इसमें 5 प्रतिशत तक शुगर की मात्रा बढ़ जाती है। इसमें सलिसिलिक, मालिक एसिड, इलागिक एसिड आदि पाए जाते हैं। वहीं, दूध में लैक्टिक एसिड की अधिक मात्रा होती है, जो सिट्रिक एसिड के साथ रिएक्ट करके शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है। इसे बनाने के बाद आप इसे कुछ घंटों के लिए ढ़ककर रख सकते हैं।
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एसिडिक होता है यह मिल्कशेक
स्ट्रॉबेरी और दूथ के पीएच लेवल में काफी अंतर होता है। दरअसल, स्ट्रॉबेरी में 3 to 3.5 तक का पीएच लेवल पाया जाता है। वहीं, दूध में 7 प्रतिशत तक का पीएच लेवल पाया जाता है। ऐसे में कई बार एसिडिक फूड्स को दूध के साथ मिलाने पर पीएच लेवल ब्रेक हो सकता है। जोकि सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है।
हो सकती है पेट की समस्याएं
दरअसल, स्ट्रॉबेरी एक खट्टा फल है, जिसमें विटामिन सी और सिट्रिक एसिड पाए जाते हैं। खट्टे फल जैसे संतरा, नींबू और स्ट्रॉबेरी आदि को दूध में मिलाकर पीने से कई बार यह शरीर में रिएक्ट करते हैं, जिससे पेट से जुड़ी समस्याएं जैसे पेट खराब होना, एलर्जी होना, छाती में कफ जमना, एसिड रिफल्क्स आदि जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
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