
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में अधिकांश लोग ब्लडप्रेशर को नियंत्रित करने वाली दवाओं पर निर्भर है। अगर आप भी ब्लडप्रेशर को कंट्रोल करने के लिए दवाओं को सेवन करते हैं तो सावधान हो जाएं। एक शोध के अनुसार ब्लडप्रेशर को कंट्रोल करने वाली दवाओं के सेवन से डिप्रेशन या बाइपोलर डिस्ऑर्डर का खतरा हो सकता है।

यह बात ब्रिटेन के यूनिवर्सिटी ऑफ ग्लासगो में हुई रिसर्च से सामने आई। भारतीय मूल के एक शोधकर्ता प्रोफेसर संदोष पद्मनाभन का कहना है, कि “हाई ब्लडप्रेशर कंट्रोल करने के लिए दवा देते वक्त डॉक्टर्स को पेशेंट में मेंटल स्टेट्स पर ध्यान देना चाहिए। अगर दवा से उनके ब्रेन पर प्रभाव पड़ रहा है, तो इस पर उन्हें ध्यान देना चाहिए।”
अपनी रिसर्च में शोधकर्ताओं ने तनाव को लेकर चार हाई ब्लडप्रेशर की दवाओं के बीच तुलना की है। स्कॉटिश हॉस्पिटल्स के दो बड़े सेकंडरी केयर में उन्होंने 525,046 मरीजों (40-80 आयुवर्ग) के आंकड़ों का अध्ययन किया।
शोधकर्ताओं ने हाई ब्लडप्रेशर के 144,066 मरीजों का चयन किया, जो ब्लड प्रेशर की दवाओं का सेवन कर रहे थे। उन्होंने उनकी तुलना हाई ब्लडप्रेशर के 111,936 मरीजों से की, जो इनमें से कोई दवा नहीं ले रहे थे। हाई ब्लडप्रेशर कंट्रोल करने के लिए 90 दिनों तक दवा देने के बाद इनमें से 299 लोगों को डिप्रेशन की शिकायत हुई। ये रिसर्च अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन की पत्रिका ‘हाइपरटेंशन’ में प्रकाशित की गई है।
Image Source : Getty
Read More Health News in Hindi
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version