सरोगेसी यानी किराये की कोख से पैदा होने वाले बच्चे सामान्य बच्चों की तुलना में अधिक भावनात्मक कठिनाई के दौर से गुजरते हैं। कैंब्रिज यूनिवर्सिटी स्थित परिवार अनुसंधान केंद्र के नये शोध के नतीजों में यह दावा किया गया है। लेकिन साथ ही इन बच्चों को इस बात का सामना करने में दिक्कत नहीं होती कि उनका जन्म किसी के अण्डा्णु अथवा शुक्राणु दान करने से हुआ है। और वे अपने माता-पिता से जैविक तौर पर नहीं जुड़े हैं।
सरोगेसी विवाद को लेकर बॉलीवुड स्टार शाहरुख खान इन दिनों चर्चा में हैं। शाहरुख पहले से दो बच्चों के पिता हैं और तीसरी बार संतान सुख प्राप्तर करने के लिए उन्होंने सरोगेसी तकनीक का सहारा लेने का फैसला किया। हालांकि, इसके बाद से ही विवाद उनके पीछे पड़ गए।
गौरतलब है कि शाहरुख ने बयान दिया था कि वह एक 'बेटे' के पिता बनने जा रहे हैं, जिसके बाद यह मामला बेहद गर्म हो गया। उन पर गर्भस्थ शिशु का लिंग परीक्षण करवाने का आरोप लगा। फिलहाल, अगर समय रहते शाहरुख यह खबर पढ़ लेते तो शायद उनका इरादा बदल जाता।
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