Bird Flu in Hindi: बर्ड फ्लू के मामले इंसानों में भी देखने को मिल रहे हैं। हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने पश्चिम बंगाल में 4 साल के एक बच्चे में बर्ड फ्लू के मामले की पुष्टि की थी। भारत में इस स्ट्रेन का यह दूसरा मामला देखने को मिला। आपको बता दें कि बर्ड फ्लू को एवियन इन्फ्लूएंजा के रूप में भी जाना जाता है। यह एक वायरल संक्रमण (Viral Infection in Hindi) है, जो पक्षियों को प्रभावित करता है। जब कोई व्यक्ति बर्ड फ्लू से संक्रमित पक्षी के संपर्क में आता है, तो वह भी इससे संक्रमित हो सकता है। यह पक्षियों के निकट संपर्क, उनकी लार, बलगम या फिर मल के संपर्क में आने से फैल सकता है। बर्ड फ्लू, सामान्य फ्लू की तुलना में अधिक गंभीर हो सकता है। यह इंसानों के शरीर को सामान्य से लेकर गंभीर रूप तक प्रभावित कर सकता है। बर्ड फ्लू का लोगों के स्वास्थ्य पर गंभीर असर देखने को मिल सकता है। आइए, फैमिली फिजिशियंस ऑफ इंडिया के डॉक्टर रमन कुमार से जानते हैं कि बर्ड फ्लू होने पर इंसानों के शरीर पर क्या असर पड़ता है?
बर्ड फ्लू होने पर क्या होता है?- What Happens to the Body in Bird Flu in Hindi
बर्ड फ्लू, एच5एन1 स्ट्रेन के कारण होता है। तेज बुखार, खांसी, मांसपेशियों में दर्द और थकान, बर्ड फ्लू के सामान्य लक्षण (Bird Flu Symptoms in Hindi) होते हैं। हालांकि, बर्ड फ्लू, मतली, पेट दर्द, डायरिया और उल्टी का कारण भी बन सकता है। इतना ही नहीं, बर्ड फ्लू, आंखों और श्वसन प्रणाली को भी बुरी तरह से प्रभावित कर कता है। बर्ड फ्लू होने पर श्वसन प्रणाली से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।
श्वसन प्रणाली पर असर
बर्ड फ्लू, श्वसन तंत्र पर हमला करता है। इसकी वजह से निमोनिया, सांस लेने में दिक्कत और सीने में दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं। बर्ड फ्लू की वजह से एक्यूट रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस सिंड्रोम भी हो सकता है। इस स्थिति में शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन मिल पाना मुश्किल हो सकता है।
इसे भी पढ़ें- Bird Flu H5N1: बर्ड फ्लू बन सकता है जानलेवा, WHO ने जाहिर की चिंता
हृदय स्वास्थ्य पर असर
बर्ड फ्लू, सिर्फ श्वसन प्रणाली पर ही नहीं, बल्कि हृदय स्वास्थ्य को भी बुरी तरह से प्रभावित कर सकता है। अगर किसी व्यक्ति को लंबे समय तक बर्ड फ्लू रहता है, तो उसे हृदय संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
नसों से जुड़ी समस्याएं
बर्ड फ्लू से संक्रमित होने पर नसों से जुड़ी समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है। बर्ड फ्लू की वजह से आपको न्यूरोलॉजिकल लक्षणों का अनुभव हो सकता है। इस स्थिति में मस्तिष्क और आसपास के ऊतकों में सूजन हो सकती है।
मानसिक स्वास्थ्य भी हो सकता है प्रभावित
बर्ड फ्लू सिर्फ शारीरिक स्वास्थ्य ही नहीं, मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर डाल सकता है। बर्ड फ्लू की वजह से व्यक्ति को मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इस स्थिति में तनाव और डिप्रेशन जैसे लक्षणों का अनुभव हो सकता है।
इसे भी पढ़ें- Bird Flu के खतरे में दूध, अंडा और चिकन खाना कितना सुरक्षित है? एक्सपर्ट से जानें
बर्ड फ्लू से बचने के लिए क्या करें?- Bird Flu Prevention Tips in Hindi
- बर्ड फ्लू से बचने के लिए आपको पोल्ट्री बाजारों या फार्मों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए।
- अगर आपका घर जंगलों के आस-पास है, तो पक्षियों के संपर्क में आने से बचें।
- खाना खाने से पहले हाथों को जरूर धोएं। इसके साथ ही, बिना धोए हाथों को आंखों, नाक या मुंह पर लगाने से बचें।
- कच्चे अंडे खाने से बचना चाहिए।
अगर आपको बर्ड फ्लू के लक्षणों का अनुभव हो, तो इन्हें बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें। खुद को आइसोलेट कर लें और फिर डॉक्टर से कंसल्ट जरूर करें। दवाइयों और सही डाइट और लाइफस्टाइल की मदद से बर्ड फ्लू को ठीक किया जा सकता है।