वर्तमान में अधिकतर लोगों को दिल की समस्या है। ऐसे में वैज्ञानिक दिल की बीमारी से निपटने के लिए कई सालों से शोध कर रहे थे। इसी शोध के बीच में वैज्ञानिकों ने एक ऐसा तरीका खोजा है जो 10 साल पहले ही भविष्य में होने वाली दिल की बीमारी के बार में पूर्वनुमान दे देगा। सबसे अच्छी बात है कि इस तरीके से किया गया पूर्वानुमान पारम्परिक तरीकों से कहीं अधिक सटीक है। इस तरीके से दिल की सेहत के बारे में जानने के लिए ब्लड टेस्ट करने की जरूरत है।
ऐसे में डॉक्टर अपने मरीज का इलाज करने के साथ ब्लड टेस्ट भी करेंगे जिससे खून में कॉलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड की जांच हो सके। नॉरवेगियन यूनीवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के अनुसंधानकर्ताओं के अनुसार बॉडी मास इंडेक्स, स्मोक की आदत और रक्तचाप की अतिरिक्त जानकारी लेने के साथ ही इसका इस्तेमाल अगले 10 साल में दिल की होने वाली बीमारी के बारे में पता किया जा सकता है।
एनटीएनयू से एंजा बाय ने बताया, ‘‘हमारा अध्ययन यह दिखाता है कि पांच अलग अलग सूक्ष्म राइबोन्यूक्लिक एसिड के संयोजन को मापने और इस जानकारी को दिल की बीमारी से जुड़े पारम्परिक खतरों में जोड़ने से हम उन बातों का भी पता लगा सकते हैं जिससे हृदयाघात के बारे में पहले से सटीक पूर्वानुमान की पहचान की जा सकती है।’’ इस शोध को ‘मॉलेक्यूलर एंड सेलुलर कार्डियोलॉजी’ पत्रिका में प्रकाशित किया गया था।
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