आधी-अधूरी नींद (स्लीप डेब्ट) का आपके मन और शरीर दोनों पर पड़ता है बुरा असर, डॉक्टर से जानें बचाव के तरीके

रोजाना पर्याप्त नींद न लेने की वजह से आपको स्लीप डेब्ट या स्लीप डेफिसिट की समस्या हो सकती है, एक्सपर्ट से जानें इसके बारे में।
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आधी-अधूरी नींद (स्लीप डेब्ट) का आपके मन और शरीर दोनों पर पड़ता है बुरा असर, डॉक्टर से जानें बचाव के तरीके

शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए रोजाना पर्याप्त नींद लेना बहुत जरूरी होता है। जब आप पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं तो इसका आपके शरीर और दिमाग दोनों पर असर होता है। इसी तरह से अधूरी नींद लेना स्वास्थ्य के लिए बहुत नुकसानदायक माना जाता है। अधूरी नींद लेने से दिमाग के साथ-साथ शरीर पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ते हैं। एक अध्ययन के मुताबिक जब आप एक रात अधूरी नींद लेते हैं तो शरीर और मस्तिष्क को इसकी भरपाई करने में लगभग चार दिन लग जाते हैं। इसी तरह से बीती रात में अधूरी नींद की भरपाई न करने से आपके शरीर और दिमाग पर उसके प्रभाव दिखने लगते हैं। अधूरी नींद लेना और उसकी भरपाई न कर पाने की समस्या को स्लीप डेब्ट (Sleep Debt) या स्लीप डेफिसिट (Sleep Deficit) कहा जाता है। कम नींद लेने से स्लीप डेफिसिट या स्लीप डेब्ट की समस्या पैदा होती है जो कई तरह की मानसिक समस्याओं के साथ शारीरिक समस्याओं का भी कारण होती है। दिल्ली की मशहूर पल्मोनोलॉजिस्ट और स्लीप स्पेशलिस्ट डॉ श्वेता बंसल (Dr. Shweta Bansal, Pulmonologist) से जानते हैं इस समस्या के बारे में।

क्या है स्लीप डेब्ट या स्लीप डेफिसिट की समस्या? (What is Sleep Debt or Sleep Deficit?)

जिस तरह से आप अपनी कमाई को बैंक में डालते हैं उसी तरह से रोजाना पर्याप्त नींद लेना भी है। जब आप पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं तो उसकी भरपाई के लिए आपको अगले दिन या उसके बाद भी उस समस्या न ली गयी नींद की भरपाई करनी होती है। बैंक के उदहारण के रूप में कहें तो जब आप उस नींद की भरपाई नहीं कर पाते हैं तो बैंक की तरह इसे भी दिवालिया होना कहा जाता है। नेशनल स्लीप फाउंडेशन के अनुसार आपको रोजाना पर्याप्त नींद में कटौती करने की स्थति में उसकी भरपाई अगले 4-5 दिनों तक करनी पड़ती है। लेकिन जब आप उस नींद की भरपाई नहीं कर पाते हैं तो इसे दिवालिया, स्लीप डेफिसिट या स्लीप डेब्ट होना कहा जाता है। स्लीप डेब्ट की वजह से आपको मानसिक और शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। रोजाना नींद की आंशिक कमी या नींद में पूरी कमी की वजह से स्लीप डेब्ट की समस्या होती है। पूरी नींद में कमी ऐसी स्थिति है जब किसी भी व्यक्ति को कम से कम 24 घंटे के लिए लगातार जागना पड़ता है वही आंशिक कमी तब होती है जब कोई भी व्यक्ति लगातार कई दिनों तक पर्याप्त नींद नहीं ले पाता है। यह उच्च रक्तचाप, दिल का दौरा, स्ट्रोक, अतालता (अनियमित दिल की धड़कन) और सड़क यातायात दुर्घटनाओं के जोखिम को बढ़ाता है।

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(image source - freepik.com)

स्लीप डेब्ट या स्लीप डेफिसिट के लक्षण (Signs and Symptoms of Sleep Debt)

पर्याप्त मात्रा में नींद न लेने की वजह से या नींद में कटौती करने की वजह से आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर बुरा असर होता है। अगर आप स्लीप डेब्ट की समस्या के शिकार हैं तो आपको ये लक्षण देखने को मिलेंगे।

  • मूड स्विंग
  • दिन भर थकान
  • ध्यान केंद्रित न होना
  • इम्यूनिटी कमजोर होना
  • मस्तिष्क को नुकसान पहुंचना
  • हर समय गुस्सा आना
  • डिप्रेशन 
  • चिड़चिड़ापन, तनाव, चिंता
  • स्मरण शक्ति की कमी
  • निर्णय लेने की क्षमता में कमी
  • संज्ञानात्मक बधिरता
  • स्ट्रोक
  • शरीर में दर्द
  • हृदय रोग और दिल का दौरा
  • इम्यूनिटी कमजोर होना
  • अचानक मृत्यु का उच्च जोखिम
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स्लीप डेब्ट की वजह से शरीर पर पड़ने वाले प्रभाव (Sleep Debt Effects on Body and Mind)

लगातार स्लीप डेब्ट की समस्या से जूझने पर शरीर और मन दोनों पर बुरा असर होता है। इसकी वजह से आपको कई गंभीर समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है। नींद की कमी से आपको कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं जो आगे चलकर गंभीर रूप धारण कर लेंगी। स्लीप डेब्ट की वजह से आपके शरीर का इम्यून सिस्टम भी कमजोर हो जाता है जिसकी वजह से आप आसानी से बीमारियों के चपेट में आ सकते हैं। स्लीप डेब्ट की वजह से शरीर और मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव इस प्रकार से हैं। 

1. पर्याप्त नींद न लेने से आपको मूड स्विंग की समस्या हो सकती है। नींद में कटौती करने के बाद अगले कुछ दिनों तक उसकी भरपाई न करने की स्थिति में आपको मूड स्विंग और व्यवहार में बदलाव देखने को मिलेगा।

2. स्लीप डेफिसिट के कारण आपको दिन भर थकान और लो एनर्जी की समस्या हो सकती है। जब आप पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं तो अगले दिन उसकी वजह आपको सुस्ती और निराशा भी हो सकती है।

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3. स्लीप डेब्ट के कारण आपका खुद से नियंत्रण भी खत्म हो सकता है। इसकि वजह से आपकी शारीरिक गतिविधियों पर भी प्रभाव पड़ता है। इस स्थिति में आपको भूख न लगने की समस्या भी हो सकती है।

4. पर्याप्त नींद न लेने की वजह से या नींद की भरपाई सही ढंग से न कर पाने की स्थिति में आपको सिरदर्द, कमर दर्द और गर्दन व पीठ में दर्द भी हो सकता है। इसकी वजह से आपका रोजमर्रा का कामकाज भी प्रभावित होता है।

5. उचित ढंग से नींद न लेना या स्लीप डेब्ट की वजह से आपके निर्णय लेने की क्षमता पर भी असर पड़ता है।

स्लीप डेब्ट से बचाव के उपाय (Sleep Debt Recovery Tips)

जब भी आप नियमित रूप से पर्याप्त नींद लेने में असफल हो तो इसके लिए आप उसकी भरपाई जरूर करें। भरपाई न करने पर आप स्लीप डेब्ट की स्थिति में जा सकते हैं जिसकी वजह से आपको कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

  • नींद न ले पाने की स्थिति में दिन में 20 मिनट से 30 मिनट की झपकी लें।
  • वीकेंड में दो घंटे अधिक सोने की कोशिश करें।
  • एक या दो रात के बाद पर्याप्त नींद जरूर लें।
  • रोजाना एक ही समय पर सोने और उठने की कोशिश करें।
  • दिन में खुद को हाइड्रेटेड रखें।
  • स्वस्थ और संतुलित भोजन का सेवन करें।
  • कैफीन युक्त चीजों का कम सेवन।
  • स्लीपिंग एनवायरनमेंट अच्छा होना चाहिए।
  • सोने से पहले टीवी, फोन से दूरी।

ऊपर बताई गयी बातों को अपनाकर आप स्लीप डेब्ट की समस्या से बच सकते हैं। रोजाना पर्याप्त नींद न लेना आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक होता है। शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ और फिट रहने के लिए रोज पर्याप्त नींद जरूर लें।

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