Side Effects Of Walking In Hot Weather: आज के समय में अनियमित जीवनशैली और डेस्क जॉब के चलते लोगों की शारीरिक गतिविधियों में कमी आई है। इसकी वजह से मोटापा, डायबिटीज और ब्लड प्रेशर होने की संभावना अधिक होती है। इससे बचाव के लिए लोग सुबह और शाम वॉक करते हैं। सदियों से लोग सुबह व शाम के समय वॉक करते हैं। इससे ऑक्सीजन का लेवल बढ़ता है, जिससे सभी अंगों को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिलती है। इससे थकान व कमजोरी दूर होती है। साथ ही, इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। लेकिन, गर्मियों में तापमान अपने रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। ऐसे में गर्मियों के दौरान वॉक पर जाने से आपको कुछ साइड इफेक्ट्स होने की संभावना हो सकती है। इस दौरान वॉक पर जानें से पहले आपको कई तरह की सावधानियों को बरतने की आवश्यकत होती है। आगे नोएड़ा वेव क्योर सेंटर के नैचूरोपैथी विभाग के सीनियर डॉक्टर एस के पाठक से जानते हैं कि गर्मियों में वॉक करने से आपको क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं।
गर्मी के मौसम में वॉक करने के नुकसान और सही समय - Side Effects Of Walking In Hot Weather Conditions In Hindi
ज्यादा गर्म मौसम में वॉक करने से आपकी सेहत पर फायदे की जगह नुकसान हो सकता है। सुबह होते ही लोगों को गर्म हवाओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में वॉक करने से आपको साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं।
डिहाइड्रेशन की समस्या - Dehydration
शरीर में तरल पदार्थ या पानी की कमी होने से आपको डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है। गर्म मौसम में वॉक करने से पसीना अधिक बह सकता है। दरअसल, गर्म मौसम में जब शरीर गर्म होता है तो ऐसे में शरीर का तापमान नियंत्रित करने के लिए पसीना निकलता है, इसकी वजह से आपके शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी हो सकती है।
हीट एग्जॉशन - Heat Exhaustion
बढ़ती गर्मी में वॉक करने से कुछ लोगों को डिहाइड्रेशन की वजह से हीट एग्जॉशन का सामना करना पड़ सकता है। जब आपका शरीर ज्यादा गर्म हो जाता है, तो ऐसे में पसीना बहने और हार्ट बीट अनियमित होने की समस्या हो सकती है। हीट एग्जॉशन से आपको हृदय संबंधी समस्याओं का जोखिम अधिक हो सकता है।
हीट स्ट्रोक- Heat Stroke
गर्मी में वॉक करने से होने वाले हीट एग्जॉशन का समय रहते इलाज न किए जाने पर आप को हीट स्ट्रोक होने की संभावना बढ़ सकती है। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें आपका कोर बॉडी टेम्परेचर 140 डिग्री फेरेंहाइट तक पहुंच सकता है। हीट स्ट्रोक में तुरंत ट्रीटमेंट की आवश्यकता होती है, ऐसा न करने से जान का जोखिम हो सकता है।
सनबर्न की समस्या - Sunburn
गर्मियों में वॉक करने से आपको सनबर्न की समस्या हो सकती है। सूर्य की यूवी किरणें आपकी स्किन को डैमेज कर सकती है। धूप में वॉक करने से सनबर्न होने का खतरा अधिक होता है। यूवी किरणें स्किन कोशिकाओं के डीएनए डैमेज का कारण बन सकती हैं। इससे स्किन में लालिमा और छाले हो सकते हैं।
हीट रैशज होना - Heat Rashes
अधिक गर्म वातावरण में वॉक से हीट रैशेज होने की संभावना हो सकती है। इसमें स्किन के पोर्स बंद हो सकते हैं और पसीना त्वचा के अंदर ही फंस जाता है। यह समस्या यूवी किरणों की वजह से हो सकती है।
किस समय करें वॉक
तापमान व हीट वेव कम होने पर ही आप वॉक पर जाएं। यदि, वॉक पर जाना जरूरी हो, तो ऐसे में आप सूर्य छिपने के बाद ही वॉक पर जाएं। तापमान अधिक होने पर वॉक करने से बचें।
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गर्म मौसम में कुछ दिनों के लिए वॉक करने से बचें। इस गर्मी में वॉक करने से हीट रैशज, डिहाइड्रेशन और हीट स्ट्रोक का खतरा अधिक होता है। ऐसे में यदि वॉक करने जाए तो पानी की बोतल और सनस्क्रीन का उपयोग अवश्य करें। साथ ही, शरीर का तापमान बढ़ने पर किसी पेड़ के नीचे कुछ देर आराम करें।