Glutathione Side Effects: स्किन व्हाइटनिंग के लिए ले रहे हैं ग्लूटाथिओन इंजेक्शन, जान लें इसके नुकसान

स्किन को गोरा बनाने के लिए किए जाने वाले ट्रीटमेंट से त्वचा पर कई तरह के नुकसान हो सकते हैं। आगे जाने   
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Glutathione Side Effects: स्किन व्हाइटनिंग के लिए ले रहे हैं ग्लूटाथिओन इंजेक्शन, जान लें इसके नुकसान


Side Effects Of Glutathione: खूबसूरती को बढ़ाने और बुढ़ापे लक्षणों को कम करने के लिए लोग कई तरह के उपायों को अपनाते हैं। जब प्राकृतिक घरेलू उपायों से लोगों को फर्क नहीं दिखाई देता, तो वह कॉस्मैटिक ट्रीटमेंट का सहारा लेते हैं। वैसे, तो बाजार में आज कई तरह के ब्यूटी ट्रीटमेंट मौजूद हैं। ब्यूटी ट्रीटमेंट चेहरे के रंग को साफ करने, झुर्रियों को दूर करने और स्किन को चमदार बनाने का दावा करते हैं। स्किन व्हाइटनिंग ट्रीटमेंट में कॉस्मेटोलॉजिस्ट ग्लूटाथियोन का इंजेक्शन देते हैं। ग्लूटाथियोन (Glutathione) एक एंटीऑक्सीडेंट्स है, जो त्वचा को निखारने में मदद करता है। इससे त्वचा की मेलानिन का स्तर कम होने में मदद मिलती है। आज के समय में स्किन व्हाइटिंग के लिए ग्लूटाथिओन लेने का चलन बढ़ गया है। इसे क्रीम और टेबलेट के रूप में बनाया जाता है। 

ग्लूटाथियोन इंजेक्शन से होने वाले नुकसान -  Side Effects Of Glutathione Injection in Hindi 

त्वचा को जल्द गोरा बनाने के लिए कई लोग ग्लूटाथियोन लेने पर विचार करते हैं। एस्थेटिक क्लीनिक की कंसल्टेंट डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. रिंकी कपूर से जानते हैं कि ग्लूटाथियोन के इंजेक्शन से त्वचा पर क्या प्रभाव हो सकते हैं। डॉक्टर के अनुसार ग्लूटाथियोंन IV इंजेक्शन को सीधे ब्लड में पहुंचाया जाता है। हालांकि, इसके प्रभाव जल्द ही देखने के मिलते हैं। लेकिन, कुछ लोगों में इसके संभावित नुकसान भी हो सकते हैं। 

ग्लूटाथियोन IV इंजेक्शन आमतौर पर कैंसर की दवा से तंत्रिका क्षति और अन्य विषाक्तता को रोकने के लिए दिए जाते हैं। फिलहाल, ग्लूटाथियोन का इंजेक्शन स्किन के रंग को हल्का करने में मददगार होता है, इस बात पर अभी अन्य रिसर्च चल रही हैं। आगे जानते हैं ग्लूटाथियोन से होने वाले कुछ नुकसान।

  • नर्वस सिस्टम, किडनी और लिवर के कार्य को प्रभावित करना (विषाक्ता बढ़ाना)
  • जब ग्लूटाथियोन को विटामिन सी की उच्च मात्रा के साथ मिलाया जाता है, तो यह G6PD की कमी वाले रोगियों में हेमोडायलिसिस का कारण बन सकता है। 
  • शरीर में सूजन और ऐंठन
  • अस्थमा के शुरुआती लक्षण वाले मरीजों को सांस संबंधी समस्याएं होना
  • दुर्लभ त्वचा समस्या, जैसे स्टीवंस-जॉनसन सिंड्रोम होने की संभावना
  • त्वचा के लाल चकत्ते होना
  • लंबे समय तक ग्लूटाथियोन की खुराक का उपयोग करने से आपके शरीर में जिंक का स्तर कम हो सकता है, आदि। 

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ग्लूटाथियोन और त्वचा के रंग को निखारने के बीच का संबंधों पर फिलहाल अभी अन्य रिसर्च की आवश्यकता है। त्वचा के रंग को निखारने के लिए ग्लूटाथियोन की प्रभावशीलता आनुवंशिकी, त्वचा के प्रकार, जीवनशैली और खुराक जैसे कारकों के कारण हर व्यक्ति में भिन्न हो सकती है। आज के समय में भी त्वचा के रंग को महत्व देने की अपेक्षा व्यक्ति के कार्य और उसकी उपलब्धियों को सराहना चाहिए। बूढ़ा होना या त्वचा का रंग हल्का या गहरा होना एक नेचुरल प्रोसेस हैं, जो समय के साथ हर व्यक्ति में देखने को मिलता है। 

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