Side Effects of Eating Barbeque Food: आज के मॉर्डन जमाने में लोग रेस्त्रां में जाकर खाना बहुत पसंद करते हैं। कभी चाइनीज, कभी कॉन्टिनेंटल तो कभी बारबेक्यू फूड लोगों की जुबां के स्वाद को लुभाते हैं। बारबेक्यू फूड्स में विभिन्न प्रकार के मीट, पनीर, हरी सब्जियों को चारकोल या धुएं में ग्रिल किया जाता है। इस तरह के खाने में तेल और मसालों का इस्तेमाल बहुत ही कम मात्रा में किया जाता है। यही कारण है लोग बारबेक्यू फूड्स को अन्य के मुकाबले काफी हेल्दी मानते हैं। अगर आप भी ऐसा ही सोचते हैं, तो यह बिल्कुल गलत धारणा है। बारबेक्यू फूड्स में इस्तेमाल किए जाने वाले चारकोल और धुएं में कई प्रकार के हानिकारक केमिकल्स होते हैं, जो सेहत को फायदा नहीं, बल्कि नुकसान
पहुंचाते है। इसके कारण आपको कई बीमारियां हो सकती हैं। आज इस लेख में हम इसी विषय पर जानेंगे हरियाणा के सोनीपथ स्थित एंड्रोमेडा हॉस्पिटल के ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. रमन नारंग से।
सेहत के लिए बारबेक्यू फूड खाने के नुकसान - Side effects of eating barbeque food in hindi
डॉ. रमन नारंग के अनुसार, बारबेक्यू में किसी भी प्रकार के मीट (पनीर, मछली, चिकन, मटन) या सब्जी को पकाया जाता है, तो उच्च तापमान का इस्तेमाल किया जाता है। जब मीट प्रोडक्ट्स, मछली और पनीर जैसी चीजों को उच्च तापमान पर पकाया जाता है, तो उसमें से हेटरोसाइक्लिक एमाइन (HCAs) और पॉलीसाइक्लिक एरोमैटिक हाइड्रोकार्बन (PAH) जैसे केमिकल्स का उत्पादन होता है। इस केमिकल्स से युक्त खाना खाने से इंसान के शरीर को कई प्रकार की बीमारियां घेरती हैं। इसमें सबसे ज्यादा प्रमुख होता है कैंसर। आइए आगे जानते हैं बारबेक्यू फूड्स खाने से कौन-कौनी सी बीमारियां होती हैं।
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1. कैंसर का खतरा
डॉक्टर का कहना है कि बारबेक्यू फूडको अधिक तापमान पर पकाने से उसमें हेटेरोसाइक्लिक एमाइन्स (HCA) और पॉलीसाइक्लिक एरोमैटिक हाइड्रोकार्बन (PAH) जैसे कैंसरकारी तत्व बन सकते हैं। जब कोई व्यक्ति इन केमिकल्स से युक्त खाना खाता है, तो इससे उसके डीएनए को नुकसान पहुंचता है। डीएनए को क्षति पहुंचने से विशेष रूप से पेट, कोलन और अग्न्याशय (पैंक्रियास) के कैंसर का खतरा बढ़ता है।
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2. डायबिटीज की समस्या
ज्यादा तला-भुना और ग्रिल किया हुआ मांस जैसे की चिकन, अंडे और पनीर खाने से शरीर में इंसुलिन रेजिस्टेंस बढ़ सकता है। इसके कारण टाइप-2 डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। बारबेक्यू में उच्च तापमान पर पकने वाला खाना शरीर में सूजन (inflammation) को बढ़ा सकता है, जो डायबिटीज के मरीजों के लिए परेशानी का कारण बन सकता है।
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3. हार्ट प्रॉब्लम का खतरा
ओनलीमायहेल्थ के साथ खास बातचीत में डॉक्टर ने आगे बताया कि बारबेक्यू फूड में अधिक मात्रा में सैचुरेटेड फैट और ट्रांस फैट का इस्तेमाल किया जाता है। यह दोनों ही चीजें शरीर का कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ा सकती हैं। बारबेक्यू फूड खाने से ब्लड प्रेशर ट्रिगर हो सकता है, जो हार्ट प्रॉब्लम को बढ़ा सकता है। जो लोग ज्यादा मात्रा में बारबेक्यू फूड्स खाते हैं, उनमें हार्ट अटैक, हार्ट फ्लयोर के मामले ज्यादा देखे जाते हैं।
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4. पाचन से जुड़ी परेशानियां
कई बार मीट और हरी सब्जियों को पकाने के लिए बारबेक्यू फूड में ज्यादा मात्रा में मसाले, तेल और ग्रिल्ड फैट का इस्तेमाल किया जाता है। यह सभी चीजें पेट में दर्द, एसिडिटी, अपच और गैस जैसी परेशानियों का कारण बनते हैं। इतना ही नहीं, कई बार बारबेक्यू में अधपका या जला हुआ मांस बैक्टीरिया संक्रमण का कारण बन सकता है। इसके कारण आपको फूड पॉइजनिंग जैसी बीमारी का खतरा रहता है।
5. किडनी की समस्याएं
बारबेक्यू फूड को स्वादिष्ट बनाने के लिए इसमें अधिक मात्रा में नमक और सोडियम युक्त सॉस का इस्तेमाल किया जाता है। ज्यादा मात्रा में सोडियम का सेवन करने से किडनी पर बुरा प्रभाव पड़ता है। बारबेक्यू फूड्स खाने वाले लोगों में किडनी स्टोन और किडनी से जुड़ी बीमारियां ज्यादा देखी जाती हैं।
निष्कर्ष
बारबेक्यू फूड स्वादिष्ट जरूर होते हैं, लेकिन इसका ज्यादा सेवन गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। इसलिए इसे संतुलित मात्रा में इसका सेवन करें। अगर आपको बारबेक्यू फूड्स ज्यादा पसंद हैं, तो मीट और सब्जियों को पकाने के लिए कम तापमान पर और धीमी आंच पर ग्रिल करें।