आयुर्वेद द्वारा हजारों वर्षों पहले से लोगों की बीमारियों का इलाज किया जा रहा है। इलाज की इस प्रक्रिया में प्राकृतिक जड़ी बूटियों को औषधियों के रूप में प्रयोग किया जाता है। ठीक इसी तरह जायफल को भी औषधी की तरह इस्तेमाल किया जाता है। सर्दी, खांसी, सीने में जकड़न और संक्रमण आदि के लिए जायफल का उपयोग सालों से किया जा रहा है। दादी और नानी के नुस्खों में भी जयफल को शामिल किया जाता है। आयुर्वेदाचार्यों के मुताबिक यदि जायफल का अधिक सेवन कर लिया जाए तो यह फायदे पहुंचाने के स्थान पर आपको नुकसान पहुंचा सकता है। मध्य प्रदेश के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत डॉक्टर सोनिल गर्ग के अनुसार जायफल के अधिक सेवन से आपको कुछ समस्याएं हो सकती है। इनके बारे में आगे विस्तार से बताया गया है।
जायफल का अधिक सेवन करने से होने वाले नुकसान - Side Effects Of Consuming Too Much Nutmeg In Hindi
पाचन संबंधी परेशानी
जायफल का अत्यधिक सेवन आपके पाचन तंत्र पर बुरा असर डाल सकता है। इसको कसैले गुणों के लिए जाना जाता है, जिसका अर्थ है कि यह पेट और आंतों को सिकोड़ सकता है। इसके परिणामस्वरूप व्यक्ति को मतली, उल्टी और पेट दर्द हो सकता है। जायफल युक्त व्यंजन या पेय का अत्यधिक सेवन करने से पेट खराब हो सकता है।
तंत्रिका तंत्र में समस्या
जायफल में ऐसे यौगिक होते हैं, जिनका अधिक मात्रा में सेवन करने पर केंद्रीय तंत्रिका तंत्र पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकते हैं। मिरिस्टिसिन के अलावा, सेफ्रोल और एलेमिसिन जायफल में पाए जाने वाले ऐसे कम्पाउंड हैं, जिनकी अधिकता से भ्रम, चिंता और यहां तक कि दौरे जैसे लक्षण हो सकते हैं। इसलिए जायफल का उपयोग सीमित मात्रा में ही करना चाहिए।
हृदय संबंधी परेशानी
जायफल के पाए जाने वाले कुछ कंपाउंड हृदय प्रणाली को भी प्रभावित कर सकते हैं। इसके अत्यधिक सेवन से घबराहट, हृदय गति तेज होना और रक्तचाप में परिवर्तन हो सकता है। हालांकि, वर्षो पहले हृदय संबंधी कुछ संभावित समस्याओं के लिए तैयार की जाने वाले औषधियों में इसका उपयोग किया जाता है। लेकिन, इसका इस्तेमाल एक निश्चित मात्रा में ही किया जा सकता है।
एलर्जी
समान्य रूप से जायफल को संक्रमण को दूर करने के लिए उपयोग किया जाता है। लेकिन, कुछ लोगों को जायफल के उपयोग से एलर्जी की समस्या होती है। ऐसे लोगों को यदि जायफल दिया जाए तो इससे उनको खुजली और पित्ती आदि जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं। इसलिए इसके उपयोग में कुछ सावधानी भी बरतनी चाहिए।
लीवर संबंधी समस्याएं
अधिक मात्रा में जायफल खाने से लीवर को संभावित नुकसान होने का खतरा होता है। मिरिस्टिसिन जैसे कंपाउंड को लिवर द्वारा मेटाबॉलाइज्ड किया जा सकता है। जायफल की हाई डोज लेने से लिवर पर अधिक भार डालने से विषाक्तता हो सकती है। लीवर खराब होने के लक्षणों में पीलिया, पेट दर्द और पेशाब के रंग में बदलाव शामिल हैं। जिन लोगों को पहले से लिवर की बीमारी है उनको जायफल के सेवन से पहले सतर्क रहना चाहिए।
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जायफल का डाइट में शामिल करने से पहले आप आयुर्वेदाचार्य से जरूर संपर्क करें। इसे लेने से आपको कुछ समस्याएं भी हो सकती है। इसके संभावित नुकसानों से बचने के लिए आप जायफल को सावधानी और सर्तकता के साथ सेवन करें।