दिनभर ऑफिस, घर, ट्रैफिक और न जाने हमें कितनी परेशानियां का सामना करना पड़ता है। भागदौड़ भरी इस लाइफ में सुकून के दो पल मिलना उतना ही मुश्किल है जितना बीच समुद्र में किनारा खोजना। अपनी रोजाना की लाइफ में इतने स्ट्रेस के कारण नींद का न आना स्वाभाविक है। कई लोग तो शरीर और दिमाग को आराम दिलाने के लिए स्लीपिंग पिल्स तक लेते हैं। स्लीपिंग पिल्स कुछ देर तो हमारे शरीर को आराम पहुंचाती है, लेकिन लंबे दौर में यह न सिर्फ शरीर के अंगों को खराब कर सकती है बल्कि सोचने की क्षमता को भी कम देती है। अगर आप भी स्ट्रेस को कम करने और अच्छी नींद के लिए किसी उपाय के बारे में सोच रहे हैं तो योग का सहारा ले सकते हैं।
इस महीने हम अपने Campaign ‘focus of the month’ - Yoga Special Month में योग से जुड़ी जरूरी जानकारियां और टिप्स आपके साथ शेयर कर रहे हैं। आज के इस लेख में हम आपको बता रहे हैं कि कैसे योग आपको अच्छी नींद पाने और स्ट्रेस को कम करने में सहायक साबित हो सकता है। इस योगासन का नाम है शवासन। शवासन को लेकर लोगों के मन में भ्रांतियां हैं कि यह दिन के समय किया जाता है, लेकिन रोजाना सोने से सिर्फ 15 मिनट अगर आप शवासन करते हैं तो यह ज्यादा फायदेमंद साबित होता है। तो चलिए जानते हैं शवासन करने का तरीका और इसके फायदों के बारे में...
इसे भी पढ़ेंः क्या शाम को योग करना चाहिए? एक्सपर्ट से जानें इसके फायदे और सावधानियां
शवासन करने के फायदे (Health Benefits of Shavasana)
शवासन को लेकर ज्यादातर लोगों का यही मानना है कि यह योग के सबसे सरल आसान में से एक हैं। लेकिन हकीकत इसके बिल्कुल विपरीत है। शवासन योग के सबसे कठिन आसनों में गिना जाता है। शवासन करने के दौरान आपको मन की भावनाओं और शरीर की थकान, दिमाग में चलने वाली बातों समेत कई चीजों पर एक साथ नियंत्रण करना होता है।
- रोजाना सिर्फ 10-15 मिनट तक शवासन करने से शरीर और दिमाग शांत रहता है।
- नियमित तौर पर शवासन करने से यह एकाग्रता को बढ़ाने में मददगार साबित हो सकता है।
- शवासन को करने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है।
- इससे एंग्जाइटी या बेचैनी पर काबू पाने पर भी मदद मिलती है।
- सोने से पहले शवासन करने से अच्छी नींद आती है।
इसे भी पढ़ेंः बालों को मजबूत बनाएंगे ये योग आसान, रोजाना सिर्फ देने होंगे 10 मिनट
शवासन करने की विधि (Steps for shavaasan)
- शवासन करने से पहले ध्यान दें कि इन 10 से 15 मिनट में आपको कोई भी परेशान न करें।
- इस आसन को करने के लिए सबसे पहले योगा मैट पर पीठ के बल लेट जाएं।
- योगा मैट पर लेटते समय ध्यान दें कि आपको किसी भी तकिया या कुशन का इस्तेमाल नहीं करना है।
- आराम से लेटने के बाद आंखों को बंद करें और दोनों पैरों को अलग-अलग करें।
- इसके साथ हाथों को शरीर से थोड़ा दूर रखें और हथेलियों को खुला छोड़ दें।
- अब धीरे-धीरे शरीर के हर हिस्से पर फोकस करने की कोशिश करें।
- शुरुआत में पैरों के अंगूठे, पैर, इसके बाद हथेलियों पर फोकस करें।
- अब आप रिलैक्स मोड में आ चुके हैं अब धीरे-धीरे सांस लें और मेडिटेशन करें।
- जब आप धीरे-धीरे सांस ले रहे हैं तो आपको लगेगा कि यह पूरे शरीर में फैल रही है और दिमाग को शांत कर रही है।
- जैसे की आपको रिलैक्स महसूस होने लगे और उबासियां आने लगे वैसे ही आप नॉर्मल पोज में आ जाएं।
- इसके बाद धीरे-धीरे आंखें खोलें और आसपास देखने के बाद बिस्तर पर जाएं।
शवासन करते वक्त सावधानियां (Precautions while performing shavaasan)
शवासन को योग का सबसे सुरक्षित आसान माना जाता है। हर उम्र के व्यक्ति को शवासन करने की सलाह दी जाती है। हालांकि अगर आपको रीढ़ की हड्डी, कमर या कोई अन्य स्वास्थ्य समस्या है तो आपको शवासन करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। अगर कोई महिला प्रेग्नेंट है या पीरियड्स के दौरान शवासन कर रही तो सिर के नीचे तकिया लगा लें या किसी एक्सपर्ट की सलाह लें।