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पश्चिमोत्तानासन का अभ्यास करने से ये 6 बीमारियां होती हैं दूर, जानें करने का तरीका और सावधानियां

पश्चिमोत्तानासन का अभ्यास करने से न सिर्फ शरीर हेल्दी रहता है बल्कि कई बीमारियों में फायदा मिलता है, जानें अभ्यास का तरीका और सावधानियां।
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पश्चिमोत्तानासन का अभ्यास करने से ये 6 बीमारियां होती हैं दूर, जानें करने का तरीका और सावधानियां


शरीर और मन को शांत, हेल्दी और निरोगी बनाए रखने के लिए रोजाना योग का अभ्यास बहुत फायदेमंद है। योग विज्ञान में शरीर की अलग-अलग परेशानियों के लिए अलग-अलग योगासनों का अभ्यास करने के बारे में बताया गया है। हर एक योगासन शरीर के अलग-अलग अंगों पर केंद्रित होता है। योग के फायदे और बीमारियों को दूर करने के लिए इसकी उपयोगिता को देखते हुए पूरी दुनिया में इंटरनेशनल योगा डे या अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day 2022) मनाया जाता है। इस अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर Onlymyhealth आपके लिए एक विशेष सीरीज लेकर आया है जिसमें हम आपको सुप्रसिद्ध योग गुरु ग्रैंड मास्टर अक्षर से रोजाना 1 योगासन के बारे में विस्तार से बताएंगे। योग और प्राणायाम दोनों ही शरीर को फिट और निरोगी बनाने का काम करते हैं। आज हम आपको पश्चिमोत्तानासन योग (Paschimottanasana / Forward Bend Pose) के बारे में बताएंगे जिसका अभ्यास न सिर्फ शरीर को फिट और हेल्दी रखता है बल्कि कई गंभीर बीमारियों को दूर करने के लिए भी बहुत फायदेमंद है। आइये जानते हैं पश्चिमोत्तानासन का अभ्यास करने के फायदे, तरीका और जरूरी सावधानियां।

पश्चिमोत्तानासन का अभ्यास करने के फायदे (Paschimottanasana Benefits in Hindi)

शरीर और मन की शक्ति बढ़ाने और मानसिक समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए पश्चिमोत्तानासन का अभ्यास बहुत फायदेमंद होता है। आप आसानी से इसका अभ्यास कर सकते हैं। पश्चिमोत्तानासन का अभ्यास करते समय आपके शरीर का पिछला हिस्सा खिंचा हुआ होता है और इसके अभ्यास से पीठ और रीढ़ की हड्डी से जुड़ी समस्या में बहुत फायदा मिलता है। पश्चिमोत्तानासन का अभ्यास करने से आपको इन बीमारियों में फायदा मिलता है। 

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Paschimottanasana Benefits in Hindi

1. नींद से जुड़ी परेशानियों में फायदेमंद पश्चिमोत्तानासन

पश्चिमोत्तानासन का अभ्यास करने से नींद से जुड़ी कई परेशानियों में बहुत फायदा मिलता है। इस योगासन का अभ्यास करने से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या में भी फायदा मिलता है और इसकी वजह से आपकी नींद बेहतर होती है। रोजाना सही ढंग से इसका अभ्यास करने से आपको अनिद्रा की समस्या में भी फायदा मिलता है। 

2. हाई ब्लड प्रेशर की समस्या में फायदेमंद

हाई ब्लड प्रेशर की समस्या में पश्चिमोत्तानासन का अभ्यास बहुत फायदेमंद होता है। इसका अभ्यास करने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन भी ठीक होता है और हार्ट से जुड़ी समस्याओं में फायदा मिलता है। शरीर में रक्त प्रवाह अनियंत्रित होने से आपकी परेशानियां बढ़ जाती हैं। रोजाना पश्चिमोत्तानासन का अभ्यास करने से आपका रक्त प्रवाह संतुलित रहता है। 

3. साइनस की समस्या में फायदेमंद पश्चिमोत्तानासन का अभ्यास

पश्चिमोत्तानासन का नियमित अभ्यास करने से आपको साइनस की समस्या में बहुत फायदा मिलता है। साइनस दरअसल सांस से जुड़ी एक गंभीर समस्या है, इस समस्या में मरीज को सांस लेने में तकलीफ होती है। इस योगासन का अभ्यास करते समय सांस की प्रक्रिया पर ध्यान दिया जाता है।

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4.  मानसिक बीमारियों को दूर करने के लिए फायदेमंद

मानसिक बीमारियों से छुटकारा पाने के लिए रोजाना पश्चिमोत्तानासन का अभ्यास करना फायदेमंद होता है। डिप्रेशन, चिंता और तनाव की समस्या को दूर करने के लिए पश्चिमोत्तानासन का नियमित अभ्यास करना बहुत फायदेमंद होता है। आप रोजाना कुछ समय के लिए इसका अभ्यास कर मानसिक समस्याओं को दूर कर सकते हैं।

5. मोटापे की समस्या में फायदेमंद पश्चिमोत्तानासन

असंतुलित खानपान और खराब जीवनशैली के कारण आज के समय में मोटापे की समस्या तेजी से बढ़ रही है। मोटापे को दूर करने के लिए पश्चिमोत्तानासन का अभ्यास बहुत फायदेमंद होता है। पेट पर बढ़ी हुई चर्बी को दूर करने के लिए रोजाना पश्चिमोत्तानासन का अभ्यास बहुत फायदेमंद होता है।

6. पेट से जुड़ी बीमारियों में फायदेमंद

पश्चिमोत्तानासन का नियमित रूप से अभ्यास पेट से जुड़ी गंभीर बीमारियों में बहुत फायदेमंद है। आप इस योगासन का नियमित अभ्यास कर पेट में गैस की समस्या, कब्ज की समस्या और अपच जैसी परेशानियों को आसानी से दूर कर सकते हैं।

पश्चिमोत्तानासन का अभ्यास करने का तरीका (Steps To Do Paschimottanasana)

पश्चिमोत्तानासन का अभ्यास करने के लिए आप इन स्टेप्स को फॉलो करें-

  • सबसे पहले आप सुखासन में बैठ जाएं और गहरी सांसें लें और छोड़ें, इससे मन शांत होता है। 
  • अब अपने दोनों पैरों को सामने की ओर सीध में खोलकर बैठ जाएं, दोनों एड़ी और पंजे मिले रहेंगे। 
  • अब सांस छोड़ते हुए और आगे की ओर झुकते हुए दोनों हाथों से दोनों पैरों के अंगूठे पकड़ लें। 
  • माथे को घुटनों से लगाएं और दोनों कोहनियां जमीन पर लगी रहेंगी, जैसा कि आप तस्‍वीरों में देख सकते हैं।
  • इस पोजिशन में आप खुद को 30 से 60 सेकेंड तक रखें, धीमी सांसें लेते रहें। 
  • अब अपने पूर्व की मुद्रा में वापस आ जाएं और आराम करें।

पश्चिमोत्तानासन का अभ्यास करते समय सावधानियां (Precautions to Take While Doing Paschimottanasana)

पश्चिमोत्तानासन का अभ्यास करते समय आपको कुछ सावधानियों का ध्यान जरूर रखना चाहिए। अगर आपको हैमस्ट्रिंग में चोट लगी है और पीठ के निचले हिस्से में दर्द या चोट लगी है तो पश्चिमोत्तानासन का अभ्यास नहीं करना चाहिए। अस्थमा, अल्सर और स्लिप डिस्क की समस्या में इस योगासन का अभ्यास न करने की सलाह दी जाती है। गर्भवती महिलाओं के लिए भी इस योगासन का अभ्यास करना नुकसानदायक हो सकता है।

(All Image Source - Freepik.com)

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