
स्कोलियोसिस रीढ़ की हड्डी से जुड़ी एक बीमारी है जिसे समय रहते ठीक किया जा सकता है। आपको भी इसके लक्षण, कारण और उपाय जान लेने चाहिए।
क्या आपकी कमर भी लगातार झुक रही है या हड्डी में टेढ़ापन महसूस हो रहा है? ये स्पाइन की बीमारी स्कोलियोसिस के लक्षण हो सकते हैं। ये बीमारी नवजात से लेकर किसी भी उम्र में लोगों को हो सकती है। इस बीमारी को ठीक करने के लिए डॉक्टर टेस्ट या स्पाइन का एक्स-रे लेते हैं। लक्षणों की जांच होती है। जो हड्डियां झुकी हुई हैं उनका इलाज किया जाता है। डॉक्टर आपको दवाएं भी दे सकते हैं। कुछ केस में सपोर्ट के लिए पीछे ब्रेसेज भी लगाए जाते हैं। ब्रेसेज की मदद से सर्जरी की संभावना को बच्चों में काफी हद तक रोका जा सकता है इसलिए समय पर इलाज करवाएं। इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
स्कोलियोसिस क्या होता है? (What is scoliosis)
स्कोलियोसिस होने पर आपकी स्पाइन टेढ़ी होने लगती है और कमर झुक जाती है। कुछ लोगों को जन्म से ही ये बीमारी होती है और कुछ को बाद में ये बीमारी हो सकती है। ये बीमारी एक से दूसरे में नहीं फैलती पर ये अनुवांशिक जरूर हो सकती है। अगर आपकी फैमिली में किसी को स्कोलियोसिस है तो आपको भी ये बीमारी हो सकती है। स्कोलियोसिस दो तरह का होता है। पहला स्ट्रक्चरल यानी जब स्पाइन फिजिकली टेढ़ी होती है और दूसरा फंक्शनल जब स्पाइन टेढ़ी लगती है। ये कंधे पर भारी टांगने की आदत से भी हो सकता है। हल्के स्कोलियोसिस में इलाज की जरूरत नहीं होती पर आपको समय-समय पर चेकअप करवाते रहना चाहिए। हमारी स्पाइन बैलेंस बनाने में हमारी मदद करती है पर अगर हम ये बैलेंस खो दें तो असंतुलन विकलांगता का रूप ले लेती है। ऐसा न होने दें।
स्कोलियोसिस के लक्षण क्या हैं? (Symptoms of scoliosis)
इस बीमारी में आपकी स्पाइन टेढ़ी होने लगती है, कंधे एक बराबर नहीं लगते, हिप्स का लेवल ठीक नहीं होता, एक पैर दूसरे से बड़ा हो सकता है, आपको कपड़े फिट आना बंद हो जाते हैं या कमर झुकने लगती है या पीठ और कमर में तेज दर्द उठता है। इस बीमारी में पसलियां असामान्य रूप से बाहर निकलने लगती हैं। रीढ़ की हड्डियों में तेज दर्द उठता है। वजन बढ़े बिना आपके आकार में बदलाव हो तो भी समझ जाएं कि स्कोलियोसिस के लक्षण हो सकते हैं। ये सभी स्कोलियोसिस के लक्षण हैं। जितना जल्दी इस बीमारी के लक्षण आपको पता चलेंगे उतना ही जल्दी आप इसे ठीक कर पाएंगे।
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स्कोलियोसिस होने पर क्या करें? (How to treat scoliosis)
इसके लिए आप डॉक्टर की सलाह के मुताबिक चलें। अगर आपको बेल्ट पहनने के लिए कहा गया है तो ढिलाई न करें। बेस्ट को रोजाना पहनें। इसके अलावा आप बादाम, पालक, ओट्स, एवोकाडो के अलावा अन्य विटामिन डी के स्रोत खाएं। हरी पत्तेदार सब्जियां खाना न भूलें। आपको विटामिन से भरपूर डाइट लेनी है। शलगम, पालक, ब्रोकली, केला खाएं।
स्कोलियोसिस का इलाज कैसे करते हैं? (Treatment of scoliosis)
स्कालियोसिस का इलाज उम्र और गंभीरता पर डिपेंड करता है। कुछ लोग को माइल्ड स्कोलियोसिस होता है वो जल्दी ठीक हो जाता है। छोटे बच्चों को अगर ये बीमारी होती है तो उस समय उनका इलाज नहीं किया जाता है क्योंकि उम्र बढ़ने के साथ टेढ़ी हड्डी सीधी हो जाती है। कुछ केस में डॉक्टर प्लास्टर या प्लास्टिक ब्रेस पीछे लगवाते हैं। थोड़े बड़े बच्चों में भी ब्रेस लगाया जाता है जिससे शेप ठीक हो जाए। कुछ केस में सर्जरी भी की जाती है जिससे स्पाइन सीधी हो जाए। इसके लिए रॉड का इस्तेमाल किया जाता है और उसे स्क्रू लगाकर फिट किया जाता है। जिन एडल्ट्स को ये बीमारी होती है उनका दर्द कम करने के लिए पेनकिलर, मसाज या इंजेक्शन दिया जाता है।
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स्कोलियोसिस में न करें ये गलती (Avoid these mistakes in scoliosis)
अगर आपको ये बीमारी है तो आपको भारी वजन नहीं उठाना है और न ही भारी वजन वाली कसरत करनी है। हल्की कसरत कर सकते हैं। इससे बॉडी में ब्लड फ्लो बढ़ेगा, बॉडी की ताकम बढ़ेगी। जब तक डॉक्टर आपको किसी खास कारण से मना न करे तब तक आप कसरत कर सकते हैं। इसके अलावा आपको ऐसा कोई काम नहीं करना है जिसमें आपको आगे की ओर झुकना पड़ें। पेट के बल आपको सोने से बचना चाहिए। कुछ लोग बहुत ज्यादा झुक कर लैपटॉप या फोन का इस्तेमाल करते हैं। आपको ऐसी गलती नहीं करनी है। आपको अपने पॉश्चर पर ध्यान देना है।
स्कोलियोसिस में कौन सी कसरत करें? (Exercise for scoliosis)
- 1. आप ट्री पोज यानी वृक्षासन कर सकते हैं। इससे सही पॉश्चर बनने में मदद मिलेगी। सीधे खड़े हो जाएं और हाथों को नमस्कार की पोजिशन में कर लें। एक पैर के तलवे को दूसरे पैर की जांघ पर रखकर खड़े हो जाएं। एक मिनट तक ऐसे ही रहें फिर सामान्य अवस्था में आ जाएं। ये प्रक्रिया आपको 15 मिनट तक करनी है।
- 2. दूसरा व्यायाम है हिप रोल एक्सरसाइज। इसमें आपको पीठ के बल लेटकर गर्दन को सीधा रखना है। दोनों हाथों को शरीर से दूर कर लें। पैरों को ऊपर उठाएं और घुटनों को मोड़ लें। कूल्हे को दबाएं और बाईं ओर ले जाएं। इस प्रक्रिया को 20 बार दोहराएं। इस कसरत से भी रीढ़ की हड्डी में बने कर्व को ठीक करने में मदद मिलती है।
- 3. स्कोलियोसिस में आप बर्ड डॉग स्ट्रेचिंग भी कर सकते हैं। इसमें आप एक जिम बॉल लें। बॉल पर पेट के बल देते हुए लेट जाएं। पैर की उंगलियों से शरीर को बैलेंस करें। लेफ्ट पैर और राइट हाथ ऊपर उठाएं। 3 सेकेंड तक ऐसे ही रहें। फिर इसे दूसरे हाथ और पैर से रिपीट करें। जिम बॉल को पकड़ते समय किसी की मदद लें वरना आपको चोट भी लग सकती है।
- 4. स्कोलियोसिस से छुटकारा पाने के लिए ब्रीथिंग एक्सरसाइज भी मदद कर सकती है। इससे रीढ़ की हड्डी को सीधे होने में मदद मिलती है। इसको करने के लिए पीठ के बल लेट जाएं और कंधे को सीधा कर लें। उंगलियों को छाती पर रखकर सांस अंदर-बाहर करें। घुटनों को मोड़ें और तलवे जमीन से सटाकर रखें। इसे 20 मिनट तक करें।
इन बातों का ध्यान रखकर आप इस बीमारी से छुटकारा पा सकते हैं पर घर पर इलाज शुरू न करें, डॉक्टर से सलाह लेकर ही इलाज या कसरत करें।
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