क्या आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर महिलाएं मानसिक तौर पर ज्यादा सेहतमंद और संतुष्ट होती हैं?

आर्थिक रूप से सशक्त महिलाएं अपने फैसले लेने में खुद सक्षम होती है और वह आत्मविश्वास से भरी होती हैं। 
  • SHARE
  • FOLLOW
क्या आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर महिलाएं मानसिक तौर पर ज्यादा सेहतमंद और संतुष्ट होती हैं?


आत्मनिर्भर होना हर किसी के लिए जरूरी है खासकर महिलाओं के मामले में ये और भी जरूरी हो जाता है क्योंकि आत्मनिर्भर होने से आप अपने फैसले स्वयं लेने के लिए स्वतंत्र होते हैं। आप किसी भी तरह से अपने परिजनों पर आश्रित नहीं होते हैं। इसलिए सरकार भी पढ़ाई से लेकर नौकरियों और राजनीति में भी महिलाओं को भागीदारी सुनिश्चित करने में जुटी है ताकि महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त बन सकें। दरअसल कई महिला अच्छी खासी पढ़ी लिखी होने के बाद भी समाज की मुख्यधारा से जुड़कर काम नहीं कर पाती है। इससे उनकी प्रतिभा और करियर आगे नहीं बढ़ पाता है। कई बार तो ऐसा भी देखने को मिलता है कि कामकाजी महिलाएं को मेटरनिटी लीव के बाद ऑफिस ज्वाइन नहीं कर पाती है या उन्हें काम पर सिर्फ इसलिए नहीं रखा जाता है क्योंकि अब वह एक मां और शायद काम पर अधिक नहीं दे पाएगी। इसलिए सरकारी और प्राइवेट दोनों कंपनियों में मेटरनिटी लीव पॉलिसी को लचीला बनाने की कवायद की जा रही है। इन सबके बावजूद हम पाते हैं कि पिछले कई दशकों से महिलाएं अपनी कोशिश से बहुत आगे बढ़ी है। महिलाओं के आत्मनिर्भर होने के फायदों के बारे में हमने विस्तार से बात की फोर्टिस हॉस्पिटल की मेंटल हेल्थ और बिहेवियर साइंसेज की डायरेक्टर डॉक्टर समीर पारीक से। 

महिलाओं के लिए आत्मनिर्भर होना क्यों जरूरी है?

एक आत्मनिर्भर महिला जितनी स्वतंत्र होकर अपनी बात और सोच समाज या परिवार के सामने रखती है। इससे उन्हें सम्मान और अपने हिसाब से जीने की आजादी भी मिलती है। शायद उतना आत्मविश्वास एक आम महिला में कम होता है क्योंकि आप या तो अपने पिता या पति पर निर्भर रहती है। जब पढ़कर-लिखते हैं, तो आप अपने समय से आगे की सोच रखते हैं और अपने आने वाली पीढ़ी को उसी तरीके से आगे बढ़ाते हैं। महिलाओं के आत्मनिर्भर होने से आगे आने वाली पीढ़ी भी आत्मनिर्भर और पढ़ी लिखी होती है इसलिए शायद कहा गया है कि एक पुरुष की तुलना में महिला का पढ़ा लिखा होना अधिक मायने रखता है। 

महिलाओं के आत्मनिर्भर होने के फायदे

1. घर के खर्चों में हाथ बंटाना

कई बार बेटे को घर की इतनी जिम्मेदारी सौंप दी जाती है कि यह भार पुरुषों के लिए भी बहुत भारी हो जाता है लेकिन अगर एक बेटी या पत्नी के रूप में महिलाएं भी घर के खर्चों का भार उठाती है, तो इससे घर में सुखी और सांमजस्य का माहौल बना रहता है। आप शादी के बाद भी अपनी इच्छा से अपने माता-पिता का हेल्थ चेकअप हो या उनके लिए कोई चीज खरीदनी हो खरीद सकते हैं। इसके लिए आप किसी पर आश्रित नहीं होते हैं। साथ ही इस महंगाई के दौर में किसी एक व्यक्ति पर खर्चों का बोझ भी नहीं होता है। साथ ही कोविड के समय में भी कामकाजी महिलाएं अपने घर को बेहतर ढंग से मैनेज कर सकीं और उनके लिए कोविड के समय घर के खर्चों का बोझ उठा पाना उतना मुश्किल नहीं हुआ। 

independent-women

Image Credit- Freepik

2. आत्मसम्मान बढ़ता है

जब आप अपनी मेहनत की कमाई से कुछ खरीदती है, तो कोई सवाल नहीं उठाया जाता है। आप अपनी मर्जी से जो खरीदना चाहे खरीद सकते हैं। इसके लिए आप किसी की परमिशन या पैसे मांगने की जरूरत नहीं पड़ती है। इसके अलावा आपके घर में भी आपकी राय और बातों की कदर की जाती है। आस-पड़ोस के लोग भई आपको सम्मान की दृष्टि से देखते हैं। साथ ही आप दूसरों को सशक्त बनाने का काम भी करते हैं। हम से ऐसी महिलाएं जिन्होंने किसी महिला रोल मॉडल को फॉलो कर अपना करियर बनाया हो, तो आपका आगे बढ़ना और को भी प्रेरणा देता है। इससे इतर अगर आप अपने पार्टनर से अलग भी होना चाहती है, तो आप अपने बिना किसी डर या चिंता के फैसले ले पाती हैं। 

इसे भी पढ़ें- ज्यादातर पुरूष इन 5 कारणों से मजबूत महिलाओं को संभालने में होते हैं असमर्थ

3. समाज में भागीदारी

वर्षों तक हमारे समाज में पुरुषों का वर्चस्व रहा है, तो कई नियम औऱ काननू भी उसी मानसिकता से बनाए गए हैं। ऐसे में अब महिलाएं प्रमुख रूप से आगे आ रही है और अपने हक में आवाज भी उठा रही है। ऐसे में जब आप आत्मनिर्भर और जागरूक होते हैं, तो समाज में भागीदारी भी तय कर पाते हैं। ऐसा माना जाता है कि कामकाजी महिलाओं के बढ़ने से देश की अर्थव्यवस्था में भी तेजी आ सकती है क्योंकि अब तक आधी आबादी का बड़े हिस्से को मुख्यधारा से जोड़ा नहीं जा सका है, तो जैसे महिलाएं पढ़ेगी और आत्मनिर्भर बनेगी। उनके हिसाब से समाज में बदलाव भी आएगा। इस बारे में वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन ने भी कहा कि समाज में महिलाओं की भागीदारी के लिए हमें उन्हें समानता और समता का अवसर देना होगा। 

independent-women

Image Credit- Freepik

4. प्रताड़ना सहने की मजबूरी नहीं

कई लोगों को ये बातें बर्दाश्त नहीं होगी लेकिन आज भी कई महिलाएं अपने पति की सारी बदसलूकी सिर्फ इसलिए सहती है क्योंकि उनके पास कमाई का कोई जरिया नहीं है। वे न तो इतनी पढ़ी लिखी और न ही इतनी सक्षम है कि वे बाहर निकलकर अपने और अपने बच्चों के लिए कमा सकें। सिर्फ इस वजह से उन्हें अपने ससुरालवालों के ताने और पति की मार तक खानी पड़ती है लेकिन हाल के समय में ऐसी महिलाएं भी मुखर रूप से सामने आई है और कई तरह के कामों में लगी हुई हैं। 

आत्मनिर्भर होने से मानसिक स्वास्थ्य भी रहता है सही

1. आप जब अपने मन का काम करते हैं, तो आप हमेशा खुश रहते हैं और अपने पैसों या मर्जी से कहीं भी आ जा सकते हैं। 

2. इसे आप अपने परिवार या करीबी लोगों के लिए भी चीजें खरीद सकते हैं, जिससे आपको मानसिक शांति मिलती है। कई बार अपने पेरेंट्स या रिश्तेदारों को पैसे के अभाव में मजबूर या परेशान होता देखा, आपको बहुत दुख होता है और आप अपने आप में भी बुरा महसूस करते हैं। 

3. इससे आप अपनी सेहत और कोई बीमारी होने पर भी अपना बेहतर ख्याल रख पाती है। इसके अलावा अपने परिवार को भी सहारा दे पाती है। 

4. सबसे महत्वपूर्ण बात की आप मानसिक रूप से शांति और अपनी कामयाबी को लेकर खुश रहती है। खुद को आगे बढ़ता देखना सबसे सुखद होता है। 

independent-women

Image Credit- Freepik

हालांकि ये तो उसका एक पक्ष है लेकिन कई बार ऐसा देखने को मिलता है कि महिलाएं घर के काम और ऑफिस के बोझ तले दबा हुआ महसूस करती है क्योंकि उन्हें घरवालों की तरफ से कोई सपोर्ट नहीं किया जाता है। ऐसे में कई महिलाएं नौकरी छोड़ने या किसी तरह से अपने आपको घर और काम के बीच परेशान होती हैं। आपको अपने आसपास ऐसी भी कई सफल महिलाओं के उदाहरण देखने को मिल सकते हैं, जो बहुत सफल है लेकिन अधिक पैसा कमाने के कारण भी उनका मानसिक स्वास्थ्य अन्य तरीकों और ज्यादा बड़ा पद पाने की चाहत में खराब होता है। ऐसे ढेरो उदाहरण आपको अपने आसपास भी देखने को मिल सकते हैं, जहां नौकरी करते हुए महिलाएं खुद को कैद में रहना महसूस करती है इसलिए इस सवाल का जबाव हर किसी के लिए अपने हिसाब से हो सकता है। आप अपने अनुभव या किसी महिला के अनुभव हमसे शेयर कर सकते हैं। इसके लिए आप onlymyhealth@gmail.com पर मेल कर हमसे जुड़ सकते हैं। 

Main Image Credit- Freepik

Read Next

Health Day 2022: कोशिश के बाद भी नहीं कम हो रहा वजन तो कारण हो सकती हैं ये 5 बातें, जानें सही तरीका

Disclaimer