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माइक्रो-रिटायरिंग क्या है और यह मानसिक स्वास्थ्य के लिए कैसे फायदेमंद है? जानें डॉक्टर से

आजकल बिजी जीवनशैली के चलते लोग मानसिक रूप से थक जाते हैं। ऐसे में एक नया चलन है जो लोग अपनाते हैं, जिसे माइक्रो-रिटायरिंग कहा जाता है। डॉक्टर से जानते हैं कि यह मानसिक स्वास्थ्य कैसे काम करता है। 
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माइक्रो-रिटायरिंग क्या है और यह मानसिक स्वास्थ्य के लिए कैसे फायदेमंद है? जानें डॉक्टर से


Micro-Retiring is Beneficial for Mental Health: आजकल बिजी जीवनशैली के चलते लोग मानसिक रूप से थक जाते हैं। ऐसे में एक नया चलन है जो लोग अपनाते हैं, जिसे माइक्रो-रिटायरिंग कहा जाता है। बता दें कि अब वो समय जा चुका है जब पूरी जीवन काम करते रहते और 60 की उम्र के बाद रिटायर होकर आराम करना चाहते। माइक्रो-रिटायरिंग का मतलब है कि आप कभी भी आराम कर सकते हैं। उसके लिए आपको 60 के बाद रिटायर होने की जरूरत नहीं है। आप अपने करियर के दौरान भी ब्रेक ले सकते हैं, और ये ब्रेक कुछ सप्ताह या महीनों के हो सकते हैं। हमने इस विषय पर विस्तार में जानने के लिए बेंगलुरु के एस्टर व्हाइटफील्ड अस्पताल की मनोचिकित्सक डॉ. प्रीति दुग्गर गुप्ता (Dr. Pretty Duggar Gupta, Consultant – Psychiatrist, Aster Whitefield Hospital, Bengaluru) से बात की। उन्होंने बताया कि क्या है माइक्रो-रिटायरिंग और इसका कैसे उपयोग किया जाता है। इससे मानसिक स्वास्थ्य को क्या लाभ मिलते हैं? आइए जानते हैं।

माइक्रो-रिटायरिंग क्या है-What is Micro-Retiring?

माइक्रो-रिटायरिंग का मतलब है कुछ समय के लिए अपने काम से ब्रेक लेना। यह ब्रेक कुछ सप्ताह या कुछ महीनों के लिए हो सकता है। इसमें आप आराम करते हैं, किसी यात्रा पर जा सकते हैं, या फिर कोई स्किल सीख सकते हैं। यानी आप अपने रूटीन से कुछ समय के लिए हट जाते हैं। हालांकि इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं होता कि आप हमेशा के लिए अपनी नौकरी छोड़ दें, बल्कि बीच-बीच में सोच-समझकर ब्रेक ले रहे हैं ताकि आपके दिमाग की सेहत बेहतर रहे। इस तरीके को कई लोग अपनाते हैं। खासतौर पर मिलेनियल और जेन जी इस तरीके को ज्यादा अपनाते हैं, क्योंकि आजकल युवा सिर्फ पैसों या प्रमोशन के पीछे नहीं भाग रहा। यह तरीका आपकी थकान को कम कर देता है और दिमाग भी तरोताजा हो जाता है।

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माइक्रो रिटायरिंग मानसिक स्वास्थ्य के लिए कैसे फायदेमंद-How micro-retiring is beneficial for mental health?

माइक्रो रिटायरिंग एक प्रभावी तरीका है। दरअसल, यह मानसिक स्वास्थ्य के लिए काफी अच्छा है, क्योंकि लोग शारीरिक स्वास्थ्य के बारे में सोचते हैं, लेकिन मानसिक स्वास्थ्य पर इतना ध्यान नहीं देते। इसलिए इस तरीके से आप मेंटली बेहतर हो सकते हैं। तो आइए जानते हैं कि इससे मेंटल हेल्थ को क्या फायदे हैं।

1. बर्नआउट से बचाव

लगातार काम करने से थकान, चिड़चिड़ापन और बर्नआउट जैसी स्थिति हो जाती है। माइक्रो रिटायरिंग से दिमाग तरोताजा हो जाता है और जब वापस काम में आते हैं, तो उतनी ही ऊर्जा के साथ।

2. खुद को जानना

जब आप कुछ समय के लिए खुद को समय देते हैं, तो यह खुद को समझने में मदद करता है। इस बीच अगर आप किसी नए काम को सीखने में लगाते हैं, तो जीवन में नयापन आता है। इससे नए लक्ष्य और रुचि का पता चलता है।

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3. तनाव और चिंता कम होना

आप जब काम से हटते हैं, तो मेंटल क्लैरिटी आती है। स्ट्रेस कम होता है और आपकी मेंटल हेल्थ बेहतर होती है। दरअसल, आप जब मेंटली किसी चीज का ज्यादा तनाव नहीं लेते, तो आपके दिमाग को नई ऊर्जा मिलती है।

4. रिश्तों में सुधार

जब काम से कुछ समय के लिए रिटायरमेंट लेते हैं, तो उस दौरान परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताते हैं। इससे उनके साथ आपके रिश्ते भी बेहतर होते हैं। जब आप अपने परिवार या प्रिय के साथ समय बिताते हैं, तो इससे आपकी इमोशनल हेल्थ भी बेहतर होती है।

5. गिल्ट फ्री रहते हैं

जब आप माइक्रो-रिटायरिंग लेते हैं, तो किसी भी तरह का गिल्ट महसूस नहीं करते, क्योंकि आपको पता है कि कुछ समय के बाद काम पर वापसी कर सकते हो।

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कैसे करें यह प्लान

अगर माइक्रो-रिटायरिंग के बारे में सोच रहे हैं, तो सोच समझकर यह फैसला करना चाहिए। जानते हैं किन चीजों का ध्यान रखना जरूरी है।

  • फाइनेंशियल प्लानिंग जरूरी है। आपको पैसों की कुछ महीनों या सालों की कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए, या फिर आपकी पैसिव इनकम है तो आपके लिए ज्यादा बेहतर होगा।
  • आप जहां काम कर रहे हैं, वहां आप कंपनी में बात करें और उन्हें बताएं कि आप कुछ समय के लिए आराम करना चाहते हैं।
  • अपने लक्ष्य को याद रखें। दरअसल, अगर आप माइक्रो-रिटायरिंग ले रहे हैं, तो उस दौरान काम न करें, बल्कि ट्रैवल करें, आराम करें और कुछ नया सीखें।

निष्कर्ष
माइक्रो रिटायरिंग कोई लग्जरी नहीं है। यह सजग जीवनशैली जीने का एक तरीका है, जिससे मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है। अगर आप अपनी लाइफ में मेंटली थक गए हैं या तनाव में रहते हैं, तब जरूरी है कि कुछ समय के लिए आप माइक्रो रिटायरिंग का प्लान बनाएं। इससे तनाव, चिंता या थकावट से राहत मिलती है। हालांकि, आप मेंटल हेल्थ के लिए एक्सपर्ट की सलाह ले सकते हैं।

FAQ

  • हम अपने मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल करने के लिए क्या कर सकते हैं?

    मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल के लिए सही डाइट, व्यायाम और मेडिटेशन करें। इसके अलावा, अगर आप चिंता या तनाव महसूस करें, तो उस पर ध्यान दें और उसे कम करने के लिए जरूरी चीजें कर सकते हैं, जैसे जर्नलिंग करना या अपने परिवार या दोस्तों से बात करना।
  • अपने मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए क्या खाना चाहिए?

    मानसिक स्वास्थ्य के लिए आपको फल, सब्जियां और दूध, दही आदि खाना चाहिए। 
  • डिप्रेशन में कौन सा फल खाना चाहिए?

    डिप्रेशन में उन फलों को खाना चाहिए जिनमें एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा ज्यादा पाई जाती है, जैसे कि ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी आदि। इसके अलावा आप अखरोट, अलसी और चिया के बीज भी खा सकते हैं। 

 

 

 

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