Right Time To See A Cardiologist in Hindi: आजकल की इस भागदौड़ भरी जिंदगी में अपना खास ध्यान रखना बेहद जरूरी है। हर व्यक्ति को समय-समय पर अपने स्वास्थ्य का ध्यान देने के लिए शरीर की जांच करवानी चाहिए, ताकि स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं के बारे में पता लगाया जा सके। वहीं, जब हार्ट हेल्थ की बात आती है, तो अक्सर लोग घबरा जाते हैं। आज के समय में हार्ट अटैक और हार्ट स्ट्रोक के कारण बड़े-बुजुर्ग ही नहीं बल्कि बच्चों की मौत के मामने भी सामने आ रहे हैं। अक्सर, सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ और धड़कनों का बहुत तेज होना दिल से जुड़ी समस्याओं का संकेत (When should you start getting your heart checked) होता है। ऐसे में हर व्यक्ति को समय-समय पर दिल के डॉक्टर यानी कार्डियोलॉजिस्ट से जांच करवाने के लिए जाना चाहिए। ऐसे में आइए लखनऊ के मेदांता अस्पताल के सीनियर कंसल्टेंट, इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी के डॉ. अविनाश कुमार सिंह से जानते हैं शरीर में क्या लक्षण दिखने पर आपको दिल के डॉक्टर के पास जाना चाहिए? (dil ke doctor ke pass kab jana chahiye)
किन संकेतों के दिखने पर हार्ट के डॉक्टर के पास जाना चाहिए? - What Are The Signs That You Need To See A Cardiologist in Hindi?
डॉ. अविनाश कुमार सिंह का कहना है कि दिल से जुड़ी बीमारियों की जांच कराने और उनके इलाज के लिए लोग अक्सर दिल के डॉक्टर यानी कार्डियोलॉजिस्ट के पास जाते हैं। कार्डियोलॉजिस्ट आपके दिल से जुड़ी बीमारियों का इलाज करते हैं और दिल को हेल्दी रखने में मदद करते हैं। ऐसे में, जब आपके शरीर में दिल की बीमारी से जुड़े लक्षण नजर आते हैं तो आप उन्हें नजरअंदाज न करें बल्कि तुंरत कार्डियोलॉजिस्ट से जांच करवाएं। आइए जानते हैं वे संकेत कौन-से हैं?
1. सीने में दर्द होने पर
सीने में दर्द होना दिल से जुड़ी समस्या का संकेत होता है। वैसे तो सीने में दर्द के कई कारण हो सकते हैं, जो जरूरी नहीं है कि आपके दिल से जुड़े हो, लेकिन कई बार ये दर्द हार्ट से जुड़ी समस्या का संकेत दे सकता है। दिल में सही तरह से ब्लड न मिलने, हार्ट अटैक या हार्ट स्ट्रोक आने के कारण भी आपके सीने में दर्द हो सकता है, जिसे नजरअंदाज करना आपकी जान के जोखिम का कारण बन सकता है।
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2. हाई ब्लड प्रेशर की समस्या
ब्लड प्रेशर का बढ़ना कई स्वास्थ्य समस्याओं जैसे हार्ट अटैक और हार्ट स्ट्रोक जैसी गंभीर समस्याओं का कारण हो सकता है। हाई ब्लड प्रेशर होने पर आमतौर पर आपके शरीर में कोई खास लक्षण नजर नहीं आते हैं। इसलिए, आपको नियमित रूप से अपनी जांच करवानी जरूरी है और कार्डियोलॉजिस्ट से चैकअप करवाएं।
3. डायबिटीज के मरीज
डायबिटीज और हार्ट की बीमारियों का एक दूसरे से गहरा रिश्ता होता है। ऐसे में ब्लड शुगर लेवल को सही तरह से मैनेज न कर पाने के कारण आपके ब्लड वेसल्स सही तरह से काम नहीं करते हैं, जिसे हार्ट से जुड़ी समस्याएं बढ़ सकती हैं। ऐसे में ब्लड शुगर लेवल अंसुलित रहने पर आप न सिर्फ डायबिटीज एक्सपर्ट से मिले, बल्कि कार्डियोलॉजिस्ट से भी कंसल्ट करें, ताकि डायबिटीज के कारण दिल को किसी तरह का नुकसान होने के बारे में पता लगाया जा सके।
4. स्मोकिंग करना
स्मोकिंग. हार्ट से जुड़ी बीमारियों के लिए एक बड़ा जोखिम कारक है। स्मोकिंग करने से आपके दिल में ऑक्सीजन का फ्लो कम होता है, जो ब्लड प्रेशर, हार्ट रेट और ब्लड के थक्के जमने का कारण बन सकता है। इसलिए अगर आप स्मोकिंग करते हैं या करते थे, तो आपको कार्डियोलॉजिस्ट के पास जांच के लिए जरूर जाना चाहिए।
5. उच्च कोलेस्ट्रॉल का इतिहास
कोलेस्ट्रॉल हमारे शरीर में एक फैट युक्त पदार्थ है, जो कई खाद्य पदार्थों में पाया जाता है। इतना ही नहीं ये आपके लिवर द्वारा भी तैयार किया जाता है। शरीर में कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ने से इसका सीधा असर आपके हार्ट हेल्थ पर पड़ सकता है। इसलिए अगर आपका कोलेस्ट्रॉल लेवल हाई रहता है तो आप इस पर निगरानी बनाए रखें और हार्ट हेल्थ की जांच करवाएं।
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6. क्रोनिक किडनी डिजीज
आपके आपकी किडनी सही तरह से काम नहीं करती हैं तो दिल से जुड़ी बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है। किडनी से जुड़ी बीमारियां हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से जुड़ा है, जो आप में हार्ट अटैक या स्ट्रोक जैसी समस्याओं को बढ़ा सकता है।
7. परिवार में हार्ट की बीमारी का इतिहास
दिल से जुड़ी कई बीमारियां जेनेटिक हो सकती हैं। इसलिए अगर आपके माता-पिता, दादा-दानी या नाना-नानी में से किसी को कम उम्र में कोई हार्ट की समस्या हुई है तो आपको भी वो बीमारी होने की संभावना ज्यादा होती है। इस स्थिति में आप समय-समय पर कार्डियोलॉजिस्ट से अपने हार्ट की जांच करवाएं, ताकि किसी भी तरह की गंभीर समस्या को बढ़ने से रोका जा सके।
निष्कर्ष
ब्लड प्रेशर हाई होने, डायबिटीज, क्रोनिक किडनी डिजीज या कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर आपको कार्डियोलॉजिस्ट से जांच करवानी चाहिए। ताकि दिल से जुड़ी बीमारियों से बचाव किया जा सके।
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