डायबिटीज, एक ऐसी बीमारी है जो शरीर में ब्लड शुगर लेवल को प्रभावित करती है। शुगर, एनर्जी का मुख्य स्रोत होता है, जो हमें भोजन से मिलता है। इंसुलिन, जो कि पैंक्रियास द्वारा बनता है, वह एक प्रकार का हार्मोन है, जो ब्लड शुगर को शरीर की कोशिकाओं तक पहुंचाने का काम करता है। डायबिटीज तब होता है जब या, तो शरीर पर्याप्त इंसुलिन नहीं बनाता या शरीर द्वारा उत्पादित इंसुलिन का सही इस्तेमाल नहीं हो पाता। डायबिटीज न केवल ब्लड शुगर लेवल को प्रभावित करती है बल्कि हृदय रोगों के जोखिम को भी बढ़ा सकती है। हृदय और ब्लड वेसल्स पर इसका सीधा प्रभाव पड़ता है। खासतौर पर अगर आपकी जीवनशैली में कुछ गलत आदतें शामिल हैं, तो ये हृदय की सेहत को और भी ज्यादा नुकसान पहुंचा सकती हैं। डायबिटीज से जुड़े लोग अगर इन आदतों को समय रहते सुधार लें, तो हार्ट के रोगों से बचा जा सकता है। आइए जानते हैं जीवनशैली से जुड़ी वे 5 आदतें जो डायबिटीज में हृदय की सेहत को बिगाड़ सकती हैं। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
1. विटामिन डी का सेवन न करना- Vitamin D Deficiency
विटामिन डी की कमी से शरीर में कैल्शियम के एब्सॉर्ब होने की प्रक्रिया बाधित होती है, जिससे हड्डियां कमजोर होने लगती हैं और हृदय की कार्यक्षमता पर असर पड़ता है। यह कमी डायबिटीज के मरीजों में और ज्यादा गंभीर हो सकती है। नियमित रूप से धूप में बैठें, विटामिन-डी युक्त आहार का सेवन करें, जैसे अंडे, मछली और डॉक्टर की सलाह पर सप्लीमेंट्स लें। इससे हृदय और इम्यून सिस्टम को मजबूती मिलेगी।
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2. दवाओं का अनियमित सेवन- Irregular Medication Intake
डायबिटीज की दवाओं को समय पर न लेना ब्लड शुगर लेवल को अस्थिर कर देता है। इससे न केवल डायबिटीज को कंट्रोल करना मुश्किल हो जाता है, बल्कि हृदय पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। दवाओं को डॉक्टर की सलाह के मुताबिक, नियमित रूप से लेना जरूरी है। साथ ही, समय-समय पर दवाओं की खुराक को चेक करना भी जरूरी है, ताकि उनका प्रभाव को चेक किया जा सके।
3. हृदय की नियमित जांच न करवाना- Avoiding Heart Checkup
डायबिटीज के मरीजों को हृदय स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है। हृदय की नियमित जांच का अभाव किसी भी संभावित समस्या को गंभीर बना सकता है। प्रारंभिक चरण में हृदय संबंधी बीमारियों का पता लगाकर उन्हें कंट्रोल किया जा सकता है। नियमित रूप से ईसीजी, ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल की जांच कराएं और डॉक्टर की सलाह का पालन करें। यह हृदय को सुरक्षा देता है।
4. खाने का समय फिक्स न होना- No Fix Time of Meals
समय पर भोजन न करना ब्लड शुगर में अचानक गिरावट या बढ़ने का कारण बन सकता है। यह हार्ट पर दबाव डालता है और एनर्जी लेवल को अस्थिर करता है। लंबे समय तक अनियमित भोजन करने से हृदय पर बुरा असर पड़ सकता है। हमेशा समय पर खाएं और छोटे-छोटे अंतराल में भोजन करें। यह न केवल हृदय और ब्लड शुगर के लिए फायदेमंद है, बल्कि पूरे स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है।
5. शुगर ड्रिंक्स का सेवन करना- Consuming Sugar Drinks
शुगर-युक्त सॉफ्ट ड्रिंक्स और एनर्जी ड्रिंक्स का ज्यादा सेवन ब्लड शुगर को असामान्य रूप से बढ़ा सकता है और हृदय के लिए जोखिम पैदा करता है। यह ड्रिंक्स, कैलोरीज से भरपूर होती हैं और शरीर में फैट जमा करती हैं, जिससे हार्ट की कार्यक्षमता पर बुरा असर पड़ता है। इनकी जगह नींबू पानी, नारियल पानी या हर्बल टी जैसे प्राकृतिक पेय पदार्थों का सेवन करें, जो न केवल सेहत के लिए बेहतर हैं, बल्कि वजन को भी कंट्रोल में रख सकें।
डायबिटीज के मरीजों को अपनी जीवनशैली में सुधार करना बेहद जरूरी है। स्वस्थ आदतें न केवल ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखेंगी बल्कि हार्ट को भी मजबूत बनाएंगी।
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