क्या ऐसा होता है कि सुबह टॉयलेट में काफी देर बैठने के बाद भी आपका पेट साफ नहीं होता है या दिन में दो बार टॉयलेट जाने के बाद भी आपको संतुष्टि नहीं मिलती है या आपके पेट में लगातार हल्का दर्द बना रहता है? अच्छे खान-पान के बावजूद ऐसा होता है, तो इसका कारण आपका तनाव हो सकता है। जी हां, आपको जानकर हैरानी होगी कि तनाव (स्ट्रेस) का आपके पाचन (डाइजेशन) पर भी प्रभाव पड़ता है।
आजकल हर किसी की लाइफ में तनाव है। लगातार बढ़ती जनसंख्या के कारण लोगों को हर क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा (कॉम्पटीशन) का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में आगे रहने की होड़ और घर-परिवार की समस्याओं के बीच हर व्यक्ति तनावों से भरा हुआ है। तनाव का असर आपके पाचनतंत्र पर पड़ता है इसलिए जिस दिन आप ज्यादा तनाव लेते हैं, उस दिन आपको पेट संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। आइए आपको बताते हैं क्या है पाचन और तनाव में संबंध और खराब पाचन से किन समस्याओं का होता है खतरा।
कैसे होता है पाचन प्रभावित
तनाव के कारण आंतों के काम करने की प्रक्रिया धीमी पड़ जाती है और वह सही तरीके से खाने को पचा नहीं पाता है। इससे पाचन क्रिया धीमी पड़ जाती है। तनाव के बाद दिमाग में हार्मोन (डोपामाइन सहित दूसरे हार्मोन) का स्राव अधिक होता है और इसका सीधा असर पेट पर पड़ता है। इसके कारण पाचन क्रिया के दौरान पेट में पेप्टाइड (यह प्राकृतिक रूप से पेट में स्रावित होने वाला पदार्थ है) के साथ सीआरएफ (corticotrophin releasing factors) तत्व भी स्रावित होता है, जो कि पेट में गैस और सूजन के लिए जिम्मेदार है। यह पाचन क्रिया को धीमा कर देता है।
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मस्तिष्क और पाचन में संबंध
हमारे पेट और दिमाग के बीच सीधा संबंध है। इंस्टेस्टाइन म्यूकोसा और दिमाग का तंत्रिका तंत्र एक दूसरे से न्यूरॉन सेल्स (neuron cell) के माध्यम से जुड़ी होती हैं। तो जो भी आपके दिमाग में चलेगा उसका सीधा असर पाचन क्रिया पर पड़ेगा।
खराब पाचन से हो सकती हैं कई समस्याएं
अगर आप लगातार खराब पाचन की समस्या से जूझ रहे हैं, तो जल्द ही आपको कुछ अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। दरअसल खाने के ठीक तरह से न पचने के कारण इन परेशानियों का खतरा बढ़ जाता है।
- ब्लोटिंग- ब्लोटिंग में पेट में पानी या गैस एकत्रित होने लगता है, जिससे पेट फूलने लगता है। पेट फूलने के कारण आपको भारीपन महसूस होता है।
- कब्ज- कब्ज होने पर पेट में दर्द होता है और मलत्याग में काफी परेशानी होती है। साथ ही कब्ज के मरीजों का दिन में कई बार टॉयलेट जाने पर भी पेट साफ नहीं होता है।
- एसिड रिफलक्स- इस समस्या में आंतों में मौजूद एसिड अपने दायरे से बाहर निकल जाता है, जिससे सीने में तेज जलन का सामना करना पड़ता है।
- गैस की समस्या- पेट में लगातार बनने वाली गैस आपके लिए खतरनाक हो सकती है क्योंकि इसके कारण आपको तेज सिर दर्द (माइग्रेन) की समस्या हो सकती है।
- कमजोरी और वजन कम- खराब पाचन के कारण आपके शरीर को भोजन में मौजूद सभी पोषक तत्व नहीं मिल पाते हैं इसलिए लंबे समय तक खराब पाचन के शिकार लोगों में कमजोरी और कम वजन की समस्या का सामना करना पड़ता है।
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ऐसे कम करें तनाव
वैसे तो सारे ही आसन हमारे पाचन तंत्र को मजबूत बनाते हैं, और उन्ही में से एक है उत्तानासन। उत्तानासन के नियमित अभ्यास से न केवल पीठ और कमर दर्द में लाभ होता है, बल्कि मानसिक तनाव से भी भारी राहत मिलती है। इस आसन में हाथों को ऊपर की ओर उठा कर कमर को साइड में झुकाया जाता है। यह पाचन प्रणाली को स्वस्थ करने व बगल की चर्बी को दूर करने में भी सहायक है।
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