एक नए शोध के आधार पर शोधकर्ताओं ने दावा किया है किया है कि रेड वाइन के सेवन करने वाले लोगों को दांतों की कैविटी से बचने में मदद मिल सकती है।
शोधकर्ताओं का कहना है कि यह खोज कम साइड इफेक्ट के साथ दंत रोगों से संरक्षण के प्राकृतिक उत्पादों के विकास की ओर प्रेरित करने वाला है।
गौरतलब है कि दांतों की ब्रशिंग, टूथपेस्ट और पानी में फ्लोराइड तथा अन्य तरीकों से बैक्टीरियल प्लाक (दांत की मैल) से छुटकारा पाने में मदद तो मिल सकती है, लेकिन इन विकल्पों के प्रभाव सीमित हैं।
इंडियन एक्सप्रेस के आर्काइव अनुमानित डेटा के मुताबिक कैविटी और दांत को नुकसान पहुंचाने वाले रोगों से वैश्विक जनसंख्या के 60 से 90 प्रतिशत लोग प्रभावित हैं। शोध की मानें तो रेड वाइन या अंगूर के बीज से निकले तत्व दांतों को कैविटी से निजात दिला सकते हैं। जर्नल ऑफ एग्रिकल्चर एंड फूड केमिस्ट्री में
प्रकाशित शोध के अनुसार रेड वाइन और अंगूर के बीज में मौजूद पोलीफेनॉल्स मुंह में बैक्टीरियाई संक्रमण को रोकते हैं, जिससे दांतों की सड़न को रोकना संभव है।
अपने इस शोध में शोधकर्ताओं ने दांतों में सड़न पैदा करने वाले बैक्टीरिया को रेड वाइन, अंगूर के बीज युक्त रेड वाइन और एल्कोहल युक्त वाइन, इथेनॉल व पानी में डालकर इनका तुलनात्मक अध्ययन किया। शोध में देखआ गाया कि रेड वाइन व अंगूर के बीज युक्त रेड वाइन में बैक्टीरिया सबसे जल्द खत्म हुए।
इस आधार पर शोधकर्ताओं ने माना कि रेड वाइन या अंगूर के बीज दांतों की सड़न के मामले में टूथपेस्ट व अन्य प्रचलित विकल्पों से ज़्यादा असरदार होते हैं।
Source: www.nhs.uk
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